पाकिस्तान जैसे आतंकवादियों की जन्म स्थली रहा है। भारत दुनिया के सामने इसका चेहरा बेनकाब करने की कई बार कोशिश की है। हाल ही में एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका ने भी पाकिस्तान को एक बार फिर आतंकियों की सुरक्षित पनाहगाह करार दिया है। बुधवार रात रिपोर्ट में कहा गया कि लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, और तालिबान जैसे आतंकी संगठनों के यहां कई ट्रेनिंग कैंप है और उनमें आतंकवादी गतिविधयों को अंजाम दिया जा रहा है। इन्ही कैम्पों से उन्हें दूसरे देशों में हमले करने के लिए फंड भी मिलता हैं। ज्ञातव्य है कि नरेंद्र मोदी की पिछले दिनों अमेरिका विजिट के दौरान अमेरिका ने हिज्बुल सरगना सैयद सलाहुद्दीन को ग्लोबल टेरेरिस्ट बताया था।
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बुधवार को अमेरिकी संसद में ‘कंट्री रिपोर्ट ऑन टेरेरिज्म’ पेश की गई। रिपोर्ट अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट ने सांसदों के लिए तैयार की है और इसे ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन का पाकिस्तान पर रुख माना जाएगा। रिपोर्ट केअनुसार पाकिस्तान की आर्मी सिर्फ तालिबान-पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन लेती है क्योंकि वो देश में हमले करते हैं। पाकिस्तान देश से बाहर हमले करने वाले आतंकी संगठनों जैसे लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद पर कोई एक्शन नहीं लेता। ये ग्रुप अब भी वहां से ऑपरेट कर रहे हैं। इन ग्रुप्स के आतंकियों को वहां ट्रेनिंग और पैसा दिया जाता है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में एक्टिव तालिबान और हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लेता, जबकि ये संगठन वहां अमेरिकी ठिकानों और अफगान अफसरों पर हमले करते हैं। पाकिस्तान अफगानिस्तान में पीस प्रॉसेस का हिस्सा बनने का दिखावा करता है।
लश्कर-जैश पर रिपोर्ट का नजरिया
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत को इन आतंकी गुटों के हमले का शिकार बनाया जाता है। भारत इनके सबूत भी देता रहा है। भारत आईएस और अल-कायदा जैसे आतंकी संगठनों से भी जूझ रहा है। इन संगठनों से जुड़े कई संदिग्ध भारत में अरेस्ट किए जा चुके हैं।
इसी साल जनवरी में भारत के पठानकोट एयरबेस पर हमला किया गया। हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद पर थोपी गई। इस हमले के बाद भारत सरकार ने अमेरिका के साथ काउंटर टेरेरिज्म पर इन्फार्मेशन शेयरिंग की।
इस रिपोर्ट में स्टेट डिपार्टमेंट ने पाकिस्तान को आतंकी पनाहगाह बनाने वाला चैप्टर अलग से ही दिया है। इसमें साफ तौर पर बताया गया है कि कैसे हक्कानी और अफगान तालिबान पाकिस्तान में शह, पैसा और पनाह पाते हैं।
दिखाने के लिए तो पाकिस्तान ने जमात-उद-दावा के आतंकी संगठन लश्कर को बैन कर दिया है लेकिन ये दूसरे नाम और बैनर का इस्तेमाल कर अब भी भारत के खिलाफ आतंक फैला रहे हैं। रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि हाफिज सईद अब भी रैलियों में स्पीच देता है। हालांकि, पाकिस्तान ने दिखाने के लिए फरवरी 2017 में उस पर बैन लगाते हुए उसे हाउस अरेस्ट में दिखाया था।
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बुधवार को अमेरिकी संसद में ‘कंट्री रिपोर्ट ऑन टेरेरिज्म’ पेश की गई। रिपोर्ट अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट ने सांसदों के लिए तैयार की है और इसे ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन का पाकिस्तान पर रुख माना जाएगा। रिपोर्ट केअनुसार पाकिस्तान की आर्मी सिर्फ तालिबान-पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन लेती है क्योंकि वो देश में हमले करते हैं। पाकिस्तान देश से बाहर हमले करने वाले आतंकी संगठनों जैसे लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद पर कोई एक्शन नहीं लेता। ये ग्रुप अब भी वहां से ऑपरेट कर रहे हैं। इन ग्रुप्स के आतंकियों को वहां ट्रेनिंग और पैसा दिया जाता है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में एक्टिव तालिबान और हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लेता, जबकि ये संगठन वहां अमेरिकी ठिकानों और अफगान अफसरों पर हमले करते हैं। पाकिस्तान अफगानिस्तान में पीस प्रॉसेस का हिस्सा बनने का दिखावा करता है।
लश्कर-जैश पर रिपोर्ट का नजरिया
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत को इन आतंकी गुटों के हमले का शिकार बनाया जाता है। भारत इनके सबूत भी देता रहा है। भारत आईएस और अल-कायदा जैसे आतंकी संगठनों से भी जूझ रहा है। इन संगठनों से जुड़े कई संदिग्ध भारत में अरेस्ट किए जा चुके हैं।
इसी साल जनवरी में भारत के पठानकोट एयरबेस पर हमला किया गया। हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद पर थोपी गई। इस हमले के बाद भारत सरकार ने अमेरिका के साथ काउंटर टेरेरिज्म पर इन्फार्मेशन शेयरिंग की।
इस रिपोर्ट में स्टेट डिपार्टमेंट ने पाकिस्तान को आतंकी पनाहगाह बनाने वाला चैप्टर अलग से ही दिया है। इसमें साफ तौर पर बताया गया है कि कैसे हक्कानी और अफगान तालिबान पाकिस्तान में शह, पैसा और पनाह पाते हैं।
दिखाने के लिए तो पाकिस्तान ने जमात-उद-दावा के आतंकी संगठन लश्कर को बैन कर दिया है लेकिन ये दूसरे नाम और बैनर का इस्तेमाल कर अब भी भारत के खिलाफ आतंक फैला रहे हैं। रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि हाफिज सईद अब भी रैलियों में स्पीच देता है। हालांकि, पाकिस्तान ने दिखाने के लिए फरवरी 2017 में उस पर बैन लगाते हुए उसे हाउस अरेस्ट में दिखाया था।