नीमकाथाना न्यूज़: खंडेला के रामपुरा गांव में एक ही महीने में तीन बच्चियों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया। स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने रविवार को 356 घरों का सर्वे किया। 237 मरीजों का चैकअप किया। दो मरीजों की हालत गंभीर होने पर जयपुर रेफर किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने 18 जनों के सैंपल लेकर जांच के लिए सीकर भिजवाए। जांच में सभी सैंपल नेगेटिवपाए गए हैं। पानी के सैंपल लेकर भी जांच कराई जा रही है। विभाग ने मौसमी बीमारी रोकने के लिए पूरे गांव में फोगिंग कराई है।
जयपुर में उपचाराधीन रेखा की स्वाइन फ्लू रिपोर्ट नेगेटिव आई। रेखा शनिवार को दम तोड़ने वाली काजल की छोटी बहन है। रेखा की मां कमलीदेवी और पिता बन्नालाल के स्वास्थ्य में सुधार है। अस्पताल से दोनों की छुट्टी कर दी गई है। एहतियातन रविवार को दिनभर सीएमएचओ और बीसीएमओ रामपुरा गांव में डटे हुए थे।
बीसीएमओ डॉ. राजकुमार बाजिया के मुताबिक गांव में स्थिति नियंत्रण में है। 40 बुखार पीड़ितों की स्लाइड जांच की गई। सभी जांचें नॉर्मल आई है। 18 सैंपल सीकर भेजे गए थे। वहां भी जांच में सैंपलों की रिपोर्टनेगेटिव आई। मृतक बच्ची तन्नू के भाई जतिन और कृष्णकुमार को रविवार को जयपुर रेफर किया गया है।
रविवार को उपखंड अधिकारी भागीरथ साख और तहसीलदार संजय अग्रवाल ने गांव में पहुंचकर गतिविधियों की जानकारी ली। विकास अधिकारी को ग्राम पंचायत के सहयोग से गंदगी हटाने के निर्देश दिए। गौरतलब है कि एक माह में नीमकाथाना के खंडेला गाँव तीन बच्चियों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया।
स्वाइन फ्लू-डेंगू का खतरा बढ़ा
जिले में स्वाइन फ्लू और डेंगू का खतरा बढ़ गया है। 39 स्वाइन फ्लू मरीज सामने आ चुके हैं। निजी अस्पतालों में डेंगू मरीज भी सामने आने लगे है। बढ़ रही मौसमी बीमारियों के चलते अस्पतालों का आउटडोर फुल चल रहा है।
फाइल फोटो-नीमकाथाना भास्कर
स्वास्थ्य विभाग ने 18 जनों के सैंपल लेकर जांच के लिए सीकर भिजवाए। जांच में सभी सैंपल नेगेटिवपाए गए हैं। पानी के सैंपल लेकर भी जांच कराई जा रही है। विभाग ने मौसमी बीमारी रोकने के लिए पूरे गांव में फोगिंग कराई है।
जयपुर में उपचाराधीन रेखा की स्वाइन फ्लू रिपोर्ट नेगेटिव आई। रेखा शनिवार को दम तोड़ने वाली काजल की छोटी बहन है। रेखा की मां कमलीदेवी और पिता बन्नालाल के स्वास्थ्य में सुधार है। अस्पताल से दोनों की छुट्टी कर दी गई है। एहतियातन रविवार को दिनभर सीएमएचओ और बीसीएमओ रामपुरा गांव में डटे हुए थे।
बीसीएमओ डॉ. राजकुमार बाजिया के मुताबिक गांव में स्थिति नियंत्रण में है। 40 बुखार पीड़ितों की स्लाइड जांच की गई। सभी जांचें नॉर्मल आई है। 18 सैंपल सीकर भेजे गए थे। वहां भी जांच में सैंपलों की रिपोर्टनेगेटिव आई। मृतक बच्ची तन्नू के भाई जतिन और कृष्णकुमार को रविवार को जयपुर रेफर किया गया है।
रविवार को उपखंड अधिकारी भागीरथ साख और तहसीलदार संजय अग्रवाल ने गांव में पहुंचकर गतिविधियों की जानकारी ली। विकास अधिकारी को ग्राम पंचायत के सहयोग से गंदगी हटाने के निर्देश दिए। गौरतलब है कि एक माह में नीमकाथाना के खंडेला गाँव तीन बच्चियों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया।
स्वाइन फ्लू-डेंगू का खतरा बढ़ा
जिले में स्वाइन फ्लू और डेंगू का खतरा बढ़ गया है। 39 स्वाइन फ्लू मरीज सामने आ चुके हैं। निजी अस्पतालों में डेंगू मरीज भी सामने आने लगे है। बढ़ रही मौसमी बीमारियों के चलते अस्पतालों का आउटडोर फुल चल रहा है।