GST की चर्चा चारों तरफ है भला चीन कब का पीछे रहने वाला था। पीएम मोदी द्वारा देश में जीएसटी के लागू किए जाने के बाद से ही चीनी मीडिया का रुख भारत के प्रति तारीफ में में बदल गया । गत रविवार को एक चीनी अखबार ने भारत की बंढ़ती ताकत की सराहना करते हुए कहा है कि भारत को इन दिनों काफी मात्रा में विदेशी निवेश मिल रहा है। जिससे कि उसे विनिर्माण के क्षेत्र में स्वाभिक तौर पर पूरा पूरा लाभ मिलेगा। हालांकि लेख में अखबार ने चीन की सरकार को भारत की बढ़ती ताकत को देखते हुए शांत रहने की सलाह भी दे डाली है।
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अखबार के जरिये कहा गया है कि भारत में आए टैक्स सुधार प्रणाली के कारण भारत के बढ़ते विदेशी निवेश के कारण उसके महाशक्ति बनने के सपने को काफी सहयोग और बल मिलेगा। साथ ही कहा कि विदेशी निर्माताओं द्वारा भारत में बढ़-चढ़ कर निवेश किया जा रहा है। क्योंकि भारत सरकार द्वारा किए जा रहे सुधारों के कारण निवेशकों को अपना भविष्य यहां अधिक सुरक्षित लग रहा है।
चीन जिस राह पर पिछले दशक चलकर विकास की दूरी तय की है। अब उसी रास्ते पर भारत चल पड़ा है। इसलिए विदेशी मॉडल के इस राह पर चल पड़े भारत की कामयाबी निश्चित है। लेख में आगे लिखा है कि चीनी कंपनियों का भी भारत के विकास की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका रही है, जिसे चीन निभा रहा है।
अखबार ने द्वारा सलाह दी गई है कि चीन की सरकार को भारत से मिल रही प्रतिस्पर्धा से निपटने के लिए चीन को विकास से जुड़े प्रभावी रणनीति बनानी चाहिए। चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, भारत में लगातार बढ़ रही विदेशी निवेश के कारण यहां आर्थिक विकास को बल मिलने के साथ-साथ देश में रोजगार और औद्योगिक विकास की रफ्तार में तेजी आ जाएगी। तो वहीं इन विदेशी निवेशकों के कारण भारत की कुछ कमियां भी दूर हो जएगी।
चीनी सरकारी अखबार में स्पष्ट किया गया है कि म्यांमार के लिए कोई शत्रु नहीं की नीति सर्वश्रेष्ठ रणनीतिक विकल्प है। भारत, म्यांमार और चीन के बीच त्रिपक्षीय संवाद भविष्य में एक दिलचस्प विषय होगा।
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अखबार के जरिये कहा गया है कि भारत में आए टैक्स सुधार प्रणाली के कारण भारत के बढ़ते विदेशी निवेश के कारण उसके महाशक्ति बनने के सपने को काफी सहयोग और बल मिलेगा। साथ ही कहा कि विदेशी निर्माताओं द्वारा भारत में बढ़-चढ़ कर निवेश किया जा रहा है। क्योंकि भारत सरकार द्वारा किए जा रहे सुधारों के कारण निवेशकों को अपना भविष्य यहां अधिक सुरक्षित लग रहा है।
चीन जिस राह पर पिछले दशक चलकर विकास की दूरी तय की है। अब उसी रास्ते पर भारत चल पड़ा है। इसलिए विदेशी मॉडल के इस राह पर चल पड़े भारत की कामयाबी निश्चित है। लेख में आगे लिखा है कि चीनी कंपनियों का भी भारत के विकास की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका रही है, जिसे चीन निभा रहा है।
अखबार ने द्वारा सलाह दी गई है कि चीन की सरकार को भारत से मिल रही प्रतिस्पर्धा से निपटने के लिए चीन को विकास से जुड़े प्रभावी रणनीति बनानी चाहिए। चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, भारत में लगातार बढ़ रही विदेशी निवेश के कारण यहां आर्थिक विकास को बल मिलने के साथ-साथ देश में रोजगार और औद्योगिक विकास की रफ्तार में तेजी आ जाएगी। तो वहीं इन विदेशी निवेशकों के कारण भारत की कुछ कमियां भी दूर हो जएगी।
चीनी सरकारी अखबार में स्पष्ट किया गया है कि म्यांमार के लिए कोई शत्रु नहीं की नीति सर्वश्रेष्ठ रणनीतिक विकल्प है। भारत, म्यांमार और चीन के बीच त्रिपक्षीय संवाद भविष्य में एक दिलचस्प विषय होगा।