आज की लाइफ़ डिजिटल लाइफ है। हर काम ऑनलाइन होने लगा है। हर वक्त ऑनलाइन जुड़े रहने से आप डिजिटल लाइफ जी रहे हैं। इस डिजिटल लाइफ में कुछ बातें ध्यान में रखना आवश्यक है। वरना कोई भी आपकी प्राइवेट जानकारी, आपकी आइडेंटिटी, पर्सनल डीटेल्स, ईमेल अकाउंट्स और तस्वीरों वगैरह और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन पर चपत लगा सकता है। इंटरनेट का जाल पुरे विश्व में फैला है। इस जाल पर कई ऐसे हैकर्स और ऑनलाइन ठगी करने वाले बैठे है जो आपकी एक छोटी सी चूक का पूरा पूरा फायदा उठाने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। इसलिए आप भी अपनी डिजिटल लाइफ को और अधिक सिक्योर बनाइये।
आप अब कम्यूनिकेशन, बैंकिंग, शॉपिंग, रिसर्च, गेमिंग और समाचार पढ़ने समेत कई सारे काम ऑनलाइन करने लगे हैं। इंटरनेट के बिना जिंदगी की कल्पना करना अब संभव भी नहीं। इससे चीजें जितनी सुविधाजनक हुई हैं, खतरे भी उतने ही बढ़ गए हैं।
इन 7 बातों का ध्यान रखकर अपनी डिजिटल लाइफ को सेफ रखें
1. पीसी की हार्ड ड्राइव के लिए लॉकर
अगर कोई आपके कंप्यूटर का ऐक्सेस लेता है, वह आराम से उसमें मौजूद फाइल्स को भी ऐक्सेस कर सकता है। अगर फाइल्स एनक्रिप्ट की गई होंगी तो ऐसा नहीं किया जा सकता। आप FileVault या BitLockerLuckily का इस्तेमाल करके अपने पीसी की हार्ड ड्राइव को लॉक कर सकते हैं।
2. अपने वेबकैम को ढककर रखें
जब आप अपने वेबकैम को इस्तेमाल न कर रहे हों, इसे ढककर रखें या फिर डिसएबल मोड में रखें। इस तरह से हैकर्स उस कैमरे को हैक करके आपके ऊपर नजर नहीं रख पाएंगे। माइक को भी ऑफ करने में ही भलाई है। ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं जब हैकर्स ने वेबकैम या माइक के जरिए जासूसी की है।
3. प्राइवेट वेब ऐक्टिविटी
अगर आप क्रोम या अन्य किसी ब्राउजर पर प्राइवेट मोड या इनकॉग्निटो ऑन करके कुछ सर्फ करते हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि किसी को कुछ पता नहीं चल रहा और आपकी ब्राउज़र हिस्ट्री किसी को दिखाई नहीं देगी । आपकी कंपनी, इंटरनेट प्रोवाइडर्स और वेबसाइट्स भी आपकी ब्राउजिंग पर नजर रख सकते हैं। ऐसे में आप Tor नाम का ब्राउजर इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसपर प्राइवेट वेब ऐक्टिविटी की जा सकती है।
4. https everywhere ब्राउजर प्लगइन यूज करें
यह प्लगइन सुनिश्चित करता है कि आप सुरक्षित ढंग से वेबसाइट्स ब्राउज करें। यह वेबसाइट से आपके कनेक्शन को एनक्रिप्ट कर देता है। इसका मतलब हुआ कि कोई हैकिंग या सर्विलांस नहीं कर सकता।
5. पासवर्ड्स के लिए पासवर्ड
नया पासवर्ड सेट करने के लिए कॉम्बिनेशन बनाना बहुत ही असुविधाजनक और परेशान कर देने वाला काम है। पासवर्ड मैनेजर्स की मदद से आप एक मास्टर पासवर्ड की मदद से कई सारे पासवर्ड्स को स्टोर कर सकते हैं। मास्टर पासवर्ड को बदलने रहने के लिए कैलंडर रिमाइंडर सेट किया जा सकता है। आप पासवर्ड को और अधिक सिक्योर बनाने के लिए LassPass एप्लीकेशन का भी यूज कर सकते है। यह एक बेहतरीन एप्लीकेशन है।
6. मेसेज को एनक्रिप्ट करें
एनक्रिप्शन में डेटा को कुछ इस तरह से बदला जाता है बीच में उसे कोई भी ऐक्सेस नहीं कर पाता। सिर्फ रिसीवर ही उसे डीकोड कर पाता है। उदाहरण के लिए वॉट्सऐप एंड-टु-एंड एनक्रिप्शन सपॉर्ट करता है। दो यूजर्स के बीच क्या बात हो रही है, इसे बीच में कोई भी नहीं पढ़ सकता।
7. ईमेल के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन
अगर आपके ईमेल अकाउंट को किसी नए डिवाइस से ऐक्सेस किया जाता है तो आप सेकंडरी सिक्यॉरिटी लेयर सेट कर सकते हैं। इससे इनबॉक्स को ऐक्सेस करने के लिए हर बार आपको अपने फोन पर एक OTP टेक्स्ट मेसेज मिलेगा, जिसमें कोड होगा। उस कोड को डालने पर ही आप इनबॉक्स ऐक्सेस कर पाएंगे। सोशल मीडिया अकाउंट्स के लिए भी ऐसी सेटिंग्स की जा सकती हैं।
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