निर्दलीय विधायक हनुमान बेनीवाल ने नागौर जिले में तेजाजी मेले पर आयोजित होने वाली तांगा दौड़ को पुन: आरंभ करवाने के लिए सरकार से अध्यादेश लाने की मांग की है। बेनीवाल ने यह मामला उठाते हुए कहा कि आस्था के प्रतीक तेजाजी मेले के मौके पर हर साल तांगा दौड होती थी, लेकिन राजस्थान उच्च न्यायालय ने वर्ष 2015 में इस पर रोक लगा दी थी। न्यायालय ने रोक लगाते हुए सरकार से तांगा दौड़ में पशुक्रुरता के मामले पर जांच करने के मामला भेजा था लेकिन सरकार ने अभी तक इस पर निर्णय नहीं लिया है।
उन्होंने कहा कि तांगा दौड़ लोगो की आस्था से जुडा मामला है। ऐसे में सरकार तांगा दौड को पुन: आरंभ करवाने के लिए तमिलनाडु में जलीकट्टू की तर्ज पर अध्यादेश लाने की मांग की थी।
बेनीवाल ने जारी किया प्रेस नोट
उन्होंने आगाह किया कि यदि अध्यादेश नहीं लाया गया तो जनता के विरोध का सामना सरकार को हर जगह करना पड़ेगा। 7 अगस्त को होने वाला तेजाजी पशुमेला आमजन और 36 कौम की आस्था के प्रतीक है। विश्व प्रसिद्ध नागौर जिले के मुंदियाड़ के गजानंद जी, खरनाल के वीर तेजाजी मेले तथा बालापीर के मेले में तांगा दौड़ को पुन: शुरू कराना चाहिए, क्योंकि मुंदियाड़ से खरनाल व खरनाल से नागौर तक आयोजित होने वाली तांगा दौड़ को देखने तथा भाग लेने के लिए नागौर के साथ बाहर से भी हजारों लोग मेलों के दौरान यहां पहुंचते हैं।
नागौर सहित आसपास के ग्रामीण विधायक हनुमान बेनीवाल के अगले कदम का इंतजार कर रहे हैं। क्योंकि विधायक बेनीवाल ने गत वर्ष वीर तेजाजी मेले के दौरान खरनाल में आयोजित धर्म सभा में मंच से अगले वर्ष (इस वर्ष) तांगा दौड़ कराने की घोषणा की थी।
उन्होंने मंच से स्पष्ट शब्दों में कहा कि सरकार या कोर्ट चाहे दौड़ की अनुमति दे या नहीं, वे अगले वर्ष तांगा दौड़ कराएंगे, चाहे इसके लिए उन्हें जेल जाना पड़े। मुंदियाड़ से खरनाल व खरनाल से नागौर तक होने वाली इस तांगा दौड़ को लेकर अभी कुछ स्पष्ट रणनीति बनती नजर नहीं आ रही है।
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उन्होंने कहा कि तांगा दौड़ लोगो की आस्था से जुडा मामला है। ऐसे में सरकार तांगा दौड को पुन: आरंभ करवाने के लिए तमिलनाडु में जलीकट्टू की तर्ज पर अध्यादेश लाने की मांग की थी।
बेनीवाल ने जारी किया प्रेस नोट
उन्होंने आगाह किया कि यदि अध्यादेश नहीं लाया गया तो जनता के विरोध का सामना सरकार को हर जगह करना पड़ेगा। 7 अगस्त को होने वाला तेजाजी पशुमेला आमजन और 36 कौम की आस्था के प्रतीक है। विश्व प्रसिद्ध नागौर जिले के मुंदियाड़ के गजानंद जी, खरनाल के वीर तेजाजी मेले तथा बालापीर के मेले में तांगा दौड़ को पुन: शुरू कराना चाहिए, क्योंकि मुंदियाड़ से खरनाल व खरनाल से नागौर तक आयोजित होने वाली तांगा दौड़ को देखने तथा भाग लेने के लिए नागौर के साथ बाहर से भी हजारों लोग मेलों के दौरान यहां पहुंचते हैं।
नागौर सहित आसपास के ग्रामीण विधायक हनुमान बेनीवाल के अगले कदम का इंतजार कर रहे हैं। क्योंकि विधायक बेनीवाल ने गत वर्ष वीर तेजाजी मेले के दौरान खरनाल में आयोजित धर्म सभा में मंच से अगले वर्ष (इस वर्ष) तांगा दौड़ कराने की घोषणा की थी।
उन्होंने मंच से स्पष्ट शब्दों में कहा कि सरकार या कोर्ट चाहे दौड़ की अनुमति दे या नहीं, वे अगले वर्ष तांगा दौड़ कराएंगे, चाहे इसके लिए उन्हें जेल जाना पड़े। मुंदियाड़ से खरनाल व खरनाल से नागौर तक होने वाली इस तांगा दौड़ को लेकर अभी कुछ स्पष्ट रणनीति बनती नजर नहीं आ रही है।