धौलपुर के बाड़ी में पति-पत्नी और देवर ने मिलकर जहर खा लिया। इससे पति-पत्नी ने तो अस्पताल ले जाते समय बीच रास्ते में दम तोड़ दिया। वहीं देवर की हालत नाजुक बनी हुई है। सूत्रों के अनुसार आर्थिक तंगी से आपसी पारिवारिक संबंध शारीरिक संबंधों में बदल जाने से यह घटना हुई।
बाड़ी में आनंद (40) अपनी पत्नी प्रीति (38) व दो बच्चों के साथ रहता था। इनके साथ आनंद का कजिन रूपेश बेरोजगार था। घर चलाना मुश्किल था तो रूपेश ने मदद के हाथ बढ़ाए और उनके परिवार का खर्च उठाना शुरू किया। यह सब पिछले कुछ सालों से चल रहा था। इसी दौरान रूपेश के प्रीति से संबंध बन गए।
धीरे धीरे इसकी जानकारी आनंद सहित पूरे परिवार कोपता चल गई। अब घरवालों ने रूपेश की शादी आगरा की रहने वाली पूजा से कर दी। पूजा अपने ससुराल आ गई। कुछ ही दिनों में उसे भी रूपेश और प्रीति के संबंधों का पता चल गया।
शादी करने के बाद भी रुपेश ने प्रीती का साथ नहीं छोड़ा तो पूजा ने इसका विरोध किया रूपेश को प्रीति से संबंध खत्म करने के कहा। लेकिन दोनों पर कोई असर ना पड़ने की वजह से तो पूजा अपने पीहर लौट गई। परिवार का दबाव व आर्थिक तंगी के चलते आनंद व प्रीति परेशान हो गए।
उन्हें लगा कि रूपेश उन्हें छोड़ कर चला जाएगा तो उनका खर्चा कौन उठाएगा। इस पर तीनों ने तय किया कि वे एक ही ही हैं और एक ही रहेंगे। तीनों ने बीती रात को पोटाश खा ली। सुबह रूपेश नहीं दिखा तो उसके पिता उसे देखने आनंद और प्रीति के कमरे में गए जहां तीनों बेहोश थे।
इस पर परिजन तीनों को अस्पताल ले गए जहां रूपेश को भर्ती कर लिया गया और आनंद व प्रीति को आगरा रेफर कर दिया गया। लेकिन बीच रास्ते में ही दोनों ने दम तोड़ दिया। इस बीच रुपेश की हालत भी नहीं संभली तो उसे भी आगरा रेफर कर दिया गया।
फाइल फोटो- दैनिक भास्कर |
धीरे धीरे इसकी जानकारी आनंद सहित पूरे परिवार कोपता चल गई। अब घरवालों ने रूपेश की शादी आगरा की रहने वाली पूजा से कर दी। पूजा अपने ससुराल आ गई। कुछ ही दिनों में उसे भी रूपेश और प्रीति के संबंधों का पता चल गया।
शादी करने के बाद भी रुपेश ने प्रीती का साथ नहीं छोड़ा तो पूजा ने इसका विरोध किया रूपेश को प्रीति से संबंध खत्म करने के कहा। लेकिन दोनों पर कोई असर ना पड़ने की वजह से तो पूजा अपने पीहर लौट गई। परिवार का दबाव व आर्थिक तंगी के चलते आनंद व प्रीति परेशान हो गए।
उन्हें लगा कि रूपेश उन्हें छोड़ कर चला जाएगा तो उनका खर्चा कौन उठाएगा। इस पर तीनों ने तय किया कि वे एक ही ही हैं और एक ही रहेंगे। तीनों ने बीती रात को पोटाश खा ली। सुबह रूपेश नहीं दिखा तो उसके पिता उसे देखने आनंद और प्रीति के कमरे में गए जहां तीनों बेहोश थे।
इस पर परिजन तीनों को अस्पताल ले गए जहां रूपेश को भर्ती कर लिया गया और आनंद व प्रीति को आगरा रेफर कर दिया गया। लेकिन बीच रास्ते में ही दोनों ने दम तोड़ दिया। इस बीच रुपेश की हालत भी नहीं संभली तो उसे भी आगरा रेफर कर दिया गया।