फतेहपुर: अच्छाई की एक अलग ही बात होती है। यही नजारा कल नागरदास के बालाजी सीसै स्कूल शिक्षण संस्थान में देखने को मिला। ग्रामपंचायत व ग्रामीणों ने मिलकर निजी स्कूल के शिक्षक रमेशकुमार को अल्टो
कार दी है। यह कार रमेशकुमार की अच्छाई की बदौलत उन्हें मिली है।
बालाजी सी.सै स्कूल
शिक्षण संस्थान में हुए समारोह
में सैनिक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष
प्रेमसिंह बाजौर, जिला प्रमुख अपर्णा
रोलन ने पुरस्कृत शिक्षक रमेश तेतरवाल को अल्टो कार की चाबी
भेंटकर सम्मानित किया।
पालास सरपंच प्रतिनिधि राजकुमार झाझड़िया के मुताबिक 2005 में रमेशकुमार रामगढ़ रहते थे। वे लगातार तीन वर्ष तक अपनी बाइक से 19 किमी दूर ढांढ़ण गांव जाते और वहां गरीब विद्यार्थियों को गणित और विज्ञान पढ़ाते। इन्ही के प्रयास से 2011 में गांव नागरदास की छात्रा सुशीला ने बोर्ड परीक्षाओं में गणित में सौ में से सौ अंक प्राप्त किए। इन्होने आर्थिक रूप से कमजाेर कई विद्यार्थियों की फीस भी भरी।
रमेशकुमार झुंझुनूं के मोतीसर के रहने वाले हैं। उनकी पत्नी उदयपुर में ए.एन.एम हैं। पढ़ाने का जज्बा तेतरवाल में इस कदर है कि वे ग्रीष्मकालीन सहित अन्य अवकाशों में भी अधिकांश समय नागरदास में ही रहते हैं तेतरवाल गणित के अध्यापक हैं, परंतु वे विज्ञान विषय की भी तैयारी करवातेहैं।
समारोह में जिला प्रमुख अपर्णा रोलन, राजकुमार झाझड़िया, सरपंच हुडेरा महेंद्रसिंह, महावीर भोजदेसर, नागरदास सीसै स्कूल निदेशक टीसी मीलआदि मौजूद थे।
शिक्षक रमेशचन्द्र तेतरवाल को अल्टो कार भेंट करते हुए अतिथि। |
पालास सरपंच प्रतिनिधि राजकुमार झाझड़िया के मुताबिक 2005 में रमेशकुमार रामगढ़ रहते थे। वे लगातार तीन वर्ष तक अपनी बाइक से 19 किमी दूर ढांढ़ण गांव जाते और वहां गरीब विद्यार्थियों को गणित और विज्ञान पढ़ाते। इन्ही के प्रयास से 2011 में गांव नागरदास की छात्रा सुशीला ने बोर्ड परीक्षाओं में गणित में सौ में से सौ अंक प्राप्त किए। इन्होने आर्थिक रूप से कमजाेर कई विद्यार्थियों की फीस भी भरी।
रमेशकुमार झुंझुनूं के मोतीसर के रहने वाले हैं। उनकी पत्नी उदयपुर में ए.एन.एम हैं। पढ़ाने का जज्बा तेतरवाल में इस कदर है कि वे ग्रीष्मकालीन सहित अन्य अवकाशों में भी अधिकांश समय नागरदास में ही रहते हैं तेतरवाल गणित के अध्यापक हैं, परंतु वे विज्ञान विषय की भी तैयारी करवातेहैं।
समारोह में जिला प्रमुख अपर्णा रोलन, राजकुमार झाझड़िया, सरपंच हुडेरा महेंद्रसिंह, महावीर भोजदेसर, नागरदास सीसै स्कूल निदेशक टीसी मीलआदि मौजूद थे।