राजस्थान में पधारो म्हारे देस की तर्ज पर देशी-विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए राज्य पर्यटन विभाग नए सीजन की तैयारियां पूरी कर ली हैं। तीज से त्यौंहार ही नहीं शुरू होते है बल्कि राज्य का नया पर्यटन सत्र भी तीज से शुरू होता है। तीज के बाद अब प्रदेश में पर्यटन विभाग की ओर से लगातार फेस्टिवल और फेयर आयोजित किए जाएंगे।
काली तीज से लेकर साल के अंत में माउंट आबू विंटर फेस्टिवल तक कई खास आकर्षण शामिल हैं। राजस्थान के महल, रेगिस्तानी धोरे, पुराने गढ़, किलों के साथ ही यहां की संस्कृति विदेशी पर्यटकों को खूब लुभाते है।राजस्थानी माहौल को और भी खास बनाने वाले मेलों और त्यौहारों के जरिए इस फेस्टिवल में विदेशी मेहमानों को विशेष तौर पर आकर्षित किया जाएगा।
राजस्थान में अप्रेल से लेकर जून तक पर्यटकों की संख्या में कमी आ जाती है। लेकिन अब मानसूनी फुहारों के साथ पर्यटकों के आने का सलिसिला शुरू हो चूका है। नए पर्यटन सीजन की शुरूआत कल 9 अगस्त को बूंदी में कालीतीज फेस्टिवल के साथ होगी।
यह पर्यटन का सीजन 21-22 सितम्बर आभानेरी फेस्टिवल, 30 सितम्बर से 17 अक्टूबर कोटा में दशहरा फेस्टिवल और चंबल में एडवेंचर फेस्टिवल, जोधपुर में मारवाड़ फेस्टिवल 4-5 अक्टूबर, पुष्कर मेला 28 अक्टूबर से 4 नवंबर, बीकानेर में कोलायत फेयर 2 से 4 नवंबर, झालावाड़ में चंद्रभागा फेयर 3 से 5 नवंबर, बूंदी फेस्टिवल 6 से 8 नवंबर, अलवर में मत्स्य फेस्टिवल 25-26 नवंबर, कुंभलगढ़ फेस्टिवल 1 से 3 दिसंबर, पुष्कर अजमेर में श्री दी सेक्रेड फेस्टिवल 15 से 17 दिसम्बर और माउंट आबू विंटर फेस्टिवल 29 से 31 दिसम्बर तक चलेगा।
source- google images
काली तीज से लेकर साल के अंत में माउंट आबू विंटर फेस्टिवल तक कई खास आकर्षण शामिल हैं। राजस्थान के महल, रेगिस्तानी धोरे, पुराने गढ़, किलों के साथ ही यहां की संस्कृति विदेशी पर्यटकों को खूब लुभाते है।राजस्थानी माहौल को और भी खास बनाने वाले मेलों और त्यौहारों के जरिए इस फेस्टिवल में विदेशी मेहमानों को विशेष तौर पर आकर्षित किया जाएगा।
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राजस्थान में अप्रेल से लेकर जून तक पर्यटकों की संख्या में कमी आ जाती है। लेकिन अब मानसूनी फुहारों के साथ पर्यटकों के आने का सलिसिला शुरू हो चूका है। नए पर्यटन सीजन की शुरूआत कल 9 अगस्त को बूंदी में कालीतीज फेस्टिवल के साथ होगी।
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यह पर्यटन का सीजन 21-22 सितम्बर आभानेरी फेस्टिवल, 30 सितम्बर से 17 अक्टूबर कोटा में दशहरा फेस्टिवल और चंबल में एडवेंचर फेस्टिवल, जोधपुर में मारवाड़ फेस्टिवल 4-5 अक्टूबर, पुष्कर मेला 28 अक्टूबर से 4 नवंबर, बीकानेर में कोलायत फेयर 2 से 4 नवंबर, झालावाड़ में चंद्रभागा फेयर 3 से 5 नवंबर, बूंदी फेस्टिवल 6 से 8 नवंबर, अलवर में मत्स्य फेस्टिवल 25-26 नवंबर, कुंभलगढ़ फेस्टिवल 1 से 3 दिसंबर, पुष्कर अजमेर में श्री दी सेक्रेड फेस्टिवल 15 से 17 दिसम्बर और माउंट आबू विंटर फेस्टिवल 29 से 31 दिसम्बर तक चलेगा।