दांतारामगढ़: बुधवार देर रात को चोरो ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। इस घटना के साथ ही आये दिन प्रदेश में चोरी की घटनाओ का ग्राफ एक पॉइंट और आगे बढ़ गया है। घटना नांवा मारोठ इलाके के लूणवां गांव की है जहां बदमाश पिकअप में सवार होकर आये और ठेके के सेल्समैन के सिर पर पिस्टल तान करीब पांच लाख रुपए की शराब पिकअप में भरकर फरार हो गए।
रात को तक़रीबन दो घंटे तक सीकर, नागौर, जयपुर पुलिस भी बदमाशों को ढूंढती रही। पुलिस गुरुवार देर रात तक बदमाशो का कोई सुराग नहीं लगा पाई।
बीती रात्रि अज्ञात बदमाश पिकअप में सवार होकर तब ठेके पर दो सेल्समैन थे जब इन्होने इनका विरोध किया तो मारपीट शुरू कर दी ऐसे में एक सैल्समैन तो अपनी जान बचाकर भागनिकला। बाद में बदमाशों ने दूसरे सेल्समैन के पिस्टल तानकर 4 लाख 78 हजार रुपए की शराब पिकअप में भरकर वहां से चम्पत हो गए।
भागे सेल्समैन ने ठेकेदार किशनाराम निठारवाल को जानकारी दी। इसके बाद ठेकेदार ने कुछ लोगों के साथ बोलेरों से बदमाशों का पीछा किया। बदमाशों ने मुंडघसोयी गांव के पास ठेकेदार के आदमियों पर फायरिंग शुरू कर दी। बोलेरों गाड़ी के शीशे तोड दिए। ठेकेदार ने पुलिस कंट्रोल सीकर को घटना की जानकारी दी। इसके बाद बदमाश पिकअप को लेकर सीकर के करड़ इलाके से होते हुए खाचरियावास पहुंचे।
दांतारामगढ़ पुलिस ने कुली स्टैंड पर अपनी गाड़ी को सामने लगाकर लुटेरों को रोकने का प्रयास किया तो पिकअप पुलिस की गाड़ी को टक्कर मारकर आगे निकल गई। फिर पचार रोड पर भागते हुए पुलिस ने लुटेरों का पीछा किया। पचार के पास लुटेरों ने पिकअप को कच्चेरास्ते में उतार दी। उसके बाद लुटेरे पुलिस के सामने से गायब हो गए। किशनगढ़ रेनवाल व खाटूपुलिस ने भी सूचना मिलने पर लुटेरों को ढूंढ़ना शुरू किया पर लुटेरे हाथ नहीं लगे। जबकि दांतारामगढ़ पुलिस के अनुसार, लुटेरे बधाल व खाटू की तरफ भागे थे।
थानाधिकारी व सबइंस्पेक्टर के अलग-अलग बयान, पुलिस शक के घेरे में
लुटेरों ने पुलिस की गाड़ी को टक्कर नहीं मारी :
सबइंस्पेक्टर गिरधारी रात को शराब लुटेरों ने खाचरियावास में दांतारामगढ़ पुलिस की गाड़ी को टक्कर मारी। मौके पर पीछा कर रहे खाचरियावास चौकी प्रभारी व सब इंस्पेक्टर गिरधारी डिगवाल ने कहा कि लुटेरों ने उनके ऊपर बोतलें फेंककर हमला किया, लेकिन उनकी गाड़ी को टक्कर नहीं मारी। उनका कहना है कि पचार के पास गाय को बचाने के चक्कर में उन्होंने गाड़ी सड़क के नीचे उतार ली। इस दौरान लुटेरे पिकअप लेकर फरार हो गए।
थानाधिकारी ने माना-लुटेरों ने टक्कर मारी, फिर पलटे
दांतारामगढ़ थानाधिकारी सुरेंद्र सैनी ने पहले कहा, "गश्त के दौरान लुटेरों ने पुलिस की गाड़ी को टक्कर मारी। बाद में वे पलट गए। कहा कि टक्कर लुटेरों ने नहीं मारी। उन्होंने लुटेरों की पिकअप को टक्कर मारी है।"
दांतारामगढ़ थानाधिकारी का बयान भी बेहद चौंकाने वाले है। उन्होंने कहा कि बदमाश पिकअप गाड़ी में थे और हमारी पुलिस थार में। इस स्थिति में हमारे पुलिसकर्मी कितनी दूर भागते। अब सवाल यह उठता है कि क्या पुलिस ने बदमाशों को भगाया ?
फाइल फोटो- नीमकाथाना भास्कर
इतना ही नहीं जब पुलिस ने इनका पीछा किया तो बदमाशों ने खाचरियावास चौकी की पुलिस की गाड़ी को टक्कर मार कर चैनपुरा लामियां होकर बड़ी आसानी से निकल गए। घटना बुधवार देर रात दो बजे की है। जहाँ चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद पुलिस ने 15 किलोमीटर तक बदमाशों का पीछा किया, लेकिन बदमाश पुलिस को गच्चा देकर भाग निकले।रात को तक़रीबन दो घंटे तक सीकर, नागौर, जयपुर पुलिस भी बदमाशों को ढूंढती रही। पुलिस गुरुवार देर रात तक बदमाशो का कोई सुराग नहीं लगा पाई।
बीती रात्रि अज्ञात बदमाश पिकअप में सवार होकर तब ठेके पर दो सेल्समैन थे जब इन्होने इनका विरोध किया तो मारपीट शुरू कर दी ऐसे में एक सैल्समैन तो अपनी जान बचाकर भागनिकला। बाद में बदमाशों ने दूसरे सेल्समैन के पिस्टल तानकर 4 लाख 78 हजार रुपए की शराब पिकअप में भरकर वहां से चम्पत हो गए।
भागे सेल्समैन ने ठेकेदार किशनाराम निठारवाल को जानकारी दी। इसके बाद ठेकेदार ने कुछ लोगों के साथ बोलेरों से बदमाशों का पीछा किया। बदमाशों ने मुंडघसोयी गांव के पास ठेकेदार के आदमियों पर फायरिंग शुरू कर दी। बोलेरों गाड़ी के शीशे तोड दिए। ठेकेदार ने पुलिस कंट्रोल सीकर को घटना की जानकारी दी। इसके बाद बदमाश पिकअप को लेकर सीकर के करड़ इलाके से होते हुए खाचरियावास पहुंचे।
दांतारामगढ़ पुलिस ने कुली स्टैंड पर अपनी गाड़ी को सामने लगाकर लुटेरों को रोकने का प्रयास किया तो पिकअप पुलिस की गाड़ी को टक्कर मारकर आगे निकल गई। फिर पचार रोड पर भागते हुए पुलिस ने लुटेरों का पीछा किया। पचार के पास लुटेरों ने पिकअप को कच्चेरास्ते में उतार दी। उसके बाद लुटेरे पुलिस के सामने से गायब हो गए। किशनगढ़ रेनवाल व खाटूपुलिस ने भी सूचना मिलने पर लुटेरों को ढूंढ़ना शुरू किया पर लुटेरे हाथ नहीं लगे। जबकि दांतारामगढ़ पुलिस के अनुसार, लुटेरे बधाल व खाटू की तरफ भागे थे।
थानाधिकारी व सबइंस्पेक्टर के अलग-अलग बयान, पुलिस शक के घेरे में
लुटेरों ने पुलिस की गाड़ी को टक्कर नहीं मारी :
सबइंस्पेक्टर गिरधारी रात को शराब लुटेरों ने खाचरियावास में दांतारामगढ़ पुलिस की गाड़ी को टक्कर मारी। मौके पर पीछा कर रहे खाचरियावास चौकी प्रभारी व सब इंस्पेक्टर गिरधारी डिगवाल ने कहा कि लुटेरों ने उनके ऊपर बोतलें फेंककर हमला किया, लेकिन उनकी गाड़ी को टक्कर नहीं मारी। उनका कहना है कि पचार के पास गाय को बचाने के चक्कर में उन्होंने गाड़ी सड़क के नीचे उतार ली। इस दौरान लुटेरे पिकअप लेकर फरार हो गए।
थानाधिकारी ने माना-लुटेरों ने टक्कर मारी, फिर पलटे
दांतारामगढ़ थानाधिकारी सुरेंद्र सैनी ने पहले कहा, "गश्त के दौरान लुटेरों ने पुलिस की गाड़ी को टक्कर मारी। बाद में वे पलट गए। कहा कि टक्कर लुटेरों ने नहीं मारी। उन्होंने लुटेरों की पिकअप को टक्कर मारी है।"
दांतारामगढ़ थानाधिकारी का बयान भी बेहद चौंकाने वाले है। उन्होंने कहा कि बदमाश पिकअप गाड़ी में थे और हमारी पुलिस थार में। इस स्थिति में हमारे पुलिसकर्मी कितनी दूर भागते। अब सवाल यह उठता है कि क्या पुलिस ने बदमाशों को भगाया ?