Neem Ka Thana: राजकीय कपिल अस्पताल जो कि जिले का दूसरे नंबर का सबसे बड़ा अस्पताल है। जहाँ नीमकाथाना क्षेत्र के 40-50 km के लोग अपने इलाज के लिए आते हैं। कपिल अस्पताल में वैसे तो सभी मुलभुत सुविधाएँ है। लेकिन आज भी इस बड़े अस्पताल में कई ऐसी खामियाँ है। जिन पर आज हम ये स्पेशियल रिपोर्ट लेकर आये हैं।
कपिल अस्पताल में आस पास के गावों से सैकड़ो मरीज रोज़ाना अपने इलाज के लिए आते हैं। इनको कई समस्याओ से आज भी दो चार होना पड़ रहा है जिसको देखते हुए अस्पताल प्रशासन द्वारा दी जा रही अच्छी सुविधा के दावे खोखले नजर आ रहे हैं।
ख़राब पड़ा Water Cooler
खराब पड़ा वॉटर कूलर फोटो- लक्ष्यराज सिहं |
कपिल अस्पताल में मरीजों के लिए पानी की व्यवस्था में लगाया गया वॉटर कूलर ख़राब पड़ा है। इससे पानी के लिए मरीजों को अस्पताल के बाहर जाना पड़ता है। वॉटर कूलर को ख़राब हुए कई दिन हो गए है लेकिन अस्पताल प्रशासन का ध्यान इस तरफ जाता ही नहीं है।
महिलाओं के लिए शौच की सुविधा नहीं
इतने बड़े अस्पताल में महिलाओं के लिए शौच की सुविधा ना होना अपने आप में बड़े शर्म की बात है। पुरुष तो शौच के लिए लिए कहीं भी जगह बना लेते है। लेकिन महिलाओ को बड़ी दिक्कत होती है जब उन्हें महिला शौचालय नहीं मिलता। दिन में महिलाओं के लिए शौच के लिए बाहर जाना दूभर हो जाता है।
डॉक्टर के वार्ड दौरे की समय सीमा तय नहीं
दो घंटे से डॉक्टर का इन्तजार करते मरीज |
जब सुबह मरीज डॉक्टर को दिखाने आते हैं तो शुरू के 25-30 मरीजों का नंबर तो आजाता है लेकिन जब डॉक्टर मरीजों को छोड़कर वार्ड में जाते हैं तो इनका हाल बेहाल हो जाता है। मरीजों के लिए डॉक्टर का इंतजार लम्बा हो जाता है क्योकि इसके लिए कोई समय सीमा नहीं है कि वार्ड रूट केवल एक या फिर डेढ़ घंटे का ही होगा। कई कई बार तो मरीजों को इसके लिए दो से ढाई घंटे तक इन्तजार करना पड़ता है। ऐसे समय में उनकी हालत ख़राब हो जाती हैं।
प्रसुताओं के लिए नहीं हैं पर्याप्त बैड
कपिल अस्पताल में प्रसूता वार्ड की हालत खराब है। वार्ड में बेड की क्षमता मात्र 20 की है। लेकिन हालात यह हैं कि अस्पताल में प्रतिदिन 35-40 प्रसूताएं वार्ड में रहती हैं। बेड नहीं मिलने के कारण प्रसूताओ कई बार बेंच पर लेटने पर मजबूर होना पड़ता है। इसके बावजूद चिकित्सा विभाग इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
बिजली कटने पर कोई व्यवस्था नहीं
बिजली कटने से जनाना वार्ड की हालत ख़राब |
कपिल अस्पताल में बिजली कटने पर की कोई व्यवस्था ना होने के कारण मरीजों और प्रसूताओ का हाल बेहाल हो जाता है। कई कई बार तो 3-4 घंटे तक बिजली ना आने पर मरीजों की हालत खस्ता हो जाती है। सबसे ज्यादा परेशानी तो जनाना वार्ड में देख़ने को मिलती है।
लोगो कहना है कि जब चिकित्सा मंत्री बंशीधर बाजिया का गृह जिला व सैनिक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष स्थानीय विधायक प्रेम सिंह बाजोर की संविधान सभा के अस्पताल की ये हालत हो रही है। तो बाकी जिलों के क्या हाल होंगे।
Special Report By- Sachin Patrkar