नीमकाथाना शहर को हनुमान सेवा समिति व दैनिक भास्कर की तरफ से लगने वाले रक्तदान शिविर से अलग ही पहचान मिली है। इस मुहीम से प्रेरित होकर
जिले में दर्जनों अन्य संस्थाएं भी रक्तदान शिविर लगाकर मानवता का सन्देश देने लगी हैं। यहां हर धर्म व समाज के लोग
रक्तदान करने के लिए खुशी-खुशी आते हैं। पिछले वर्ष यहां 1051
लोगों ने रक्तदान किया था जो कि एक रिकॉर्ड है।
आयोजन समिति के अनुसार पिछले कुछ सालो में लोगाें में रक्तदान को लेकर जागरूकता आई है। इसी के चलते यहाँ हर साल रक्तदान करने वालो की तादाद में भी इजाफा हो रहा है। इस महादान में मुस्लिम परिवार भी अपनी सहभागिता निभाते हैं। इन परिवारों की महिलाएं रक्तदान करने के साथ ही अन्य महिलाओं को प्रेरित भी करती हैं। इसकी शुरुआत 15 वर्ष पहले हुई थी। प्रदेश स्तरीय आयोजन में सरकार की ओर से रक्तदान के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए समिति को सम्मान भी मिला है।
कौन कर सकता है रक्तदान
व्यस्क पुरुष या महिला तीन महीने में एक बार रक्तदान कर सकता है। इसके लिए हिमोग्लोबिन 12 से ऊपर होना चाहिए, लेकिन यह भी जरूरी है कि वह पिछले तीन महीने में बीमार नहीं हुआ हो।
ये संस्थाएं लगाती हैं रक्तदान शिविर
हनुमान सेवा समिति सहित अंबेडकर सेवा संस्थान, अमर शहीद सुनील कुमार यादव मेमोरियल ट्रस्ट, शहीद जेपी यादव समिति, सहित करीब आधा दर्जन संस्थाएं शिविर लगाती हैं।
डॉक्टर ने कहा- वहां तो खून की नदी बहती है
जयपुर के एस.एम.एस मेंं पिछले दिनों एक गंभीर बीमार को खून नहीं मिला तो डॉक्टर ने तुरंत नीमकाथाना का हवाला देते हुए कहा वहां तो खून की नदी बहती है आपको नीमकाथाना से रक्त मिल सकता है। बाद में मरीज को नीमकाथाना से रक्त दिया गया।
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आयोजन समिति के अनुसार पिछले कुछ सालो में लोगाें में रक्तदान को लेकर जागरूकता आई है। इसी के चलते यहाँ हर साल रक्तदान करने वालो की तादाद में भी इजाफा हो रहा है। इस महादान में मुस्लिम परिवार भी अपनी सहभागिता निभाते हैं। इन परिवारों की महिलाएं रक्तदान करने के साथ ही अन्य महिलाओं को प्रेरित भी करती हैं। इसकी शुरुआत 15 वर्ष पहले हुई थी। प्रदेश स्तरीय आयोजन में सरकार की ओर से रक्तदान के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए समिति को सम्मान भी मिला है।
कौन कर सकता है रक्तदान
व्यस्क पुरुष या महिला तीन महीने में एक बार रक्तदान कर सकता है। इसके लिए हिमोग्लोबिन 12 से ऊपर होना चाहिए, लेकिन यह भी जरूरी है कि वह पिछले तीन महीने में बीमार नहीं हुआ हो।
ये संस्थाएं लगाती हैं रक्तदान शिविर
हनुमान सेवा समिति सहित अंबेडकर सेवा संस्थान, अमर शहीद सुनील कुमार यादव मेमोरियल ट्रस्ट, शहीद जेपी यादव समिति, सहित करीब आधा दर्जन संस्थाएं शिविर लगाती हैं।
डॉक्टर ने कहा- वहां तो खून की नदी बहती है
जयपुर के एस.एम.एस मेंं पिछले दिनों एक गंभीर बीमार को खून नहीं मिला तो डॉक्टर ने तुरंत नीमकाथाना का हवाला देते हुए कहा वहां तो खून की नदी बहती है आपको नीमकाथाना से रक्त मिल सकता है। बाद में मरीज को नीमकाथाना से रक्त दिया गया।