सीबीएसई द्वारा जारी की गई नई सूचना के अनुसार आवेदन प्रक्रिया 11 अगस्त से शुरू की जाएगी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी नंवबर में यूजीसी- नेट आयोजित कराएगा। टेस्ट पांच नवंबर को होगा। 11 अगस्त से 11 सितंबर तक आवेदन कर सकते हैं। इस परीक्षा के आधार पर पात्र घोषित परीक्षार्थियों को यूजीसी मानविकी, सामाजिक विज्ञान व विविध भाषाओं में फैलोशिप प्रदान करती है।
फैलोशिप यूजीसी द्वारा निर्धारित विषयवार व वर्गवार संख्या के आधार पर दी जाती है, जो परीक्षार्थी केवल प्रवक्ता पद के लिए पात्र घोषित किए जाते हैं। उन्हें राज्यों के नियमानुसार विश्वविद्यालय व महाविद्यालय में नियुक्त करते हैं, जो परीक्षार्थी फैलोशिप के लिए पात्र घोषित किए जाते हैं।
वे कॉलेज लेक्चरर के लिए भी पात्र हैं। नेट पात्रता वालों को फैलोशिप नहीं दी जाती है। मानविकी व सामाजिक विज्ञान, कम्प्यूटर विज्ञान व विज्ञान संकाय, वाणिज्य, इलेक्ट्रोनिक विज्ञान आदि में यूजीसी द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों, संस्थानों से पीजी सा समकक्ष परीक्षा में कम से कम 55 फीसदी अंक प्राप्त किए हुए हैं। पीजी परीक्षा की अंक तालिका या डिग्री जरूर प्राप्त कर लेनी चाहिए अन्यथा उन्हें अयोग्य समक्षा जाएगा।
आवेदन के लिए अधिकतम आयु 28 साल होनी चाहिए
जेआरएफ के लिए सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी की अधिकतम आयु 28 वर्ष होनी चाहिए। वहीं, एएससी, एसटी, ओबीसी, विकलांग महिला उम्मीदवारों के लिए आयु सीमा में पांच वर्ष तक की छूट प्रदान की जाती है। उन उम्मीदवारों को भी पांच वर्ष की छूट दी जाती है। जिन्होंने पीजी, संगत विषय में अनुसंधान या प्रशिक्षण पर यह अवधि व्यतीत की हो, बशर्ते इसका प्रमाण पत्र उपयुक्त प्राधिकारी द्वारा प्रस्तुत किया गया हो।
एलएलएम उपाधि रखने वाले उम्मीदवारों के लिए अायु सीमा में तीन वर्ष की छूट दी जाती है। किसी भी आधार पर आयु सीमा में छूट पांच वर्ष से अधिक नहीं होगी। नेट के लिए कोई अधिकतम अायु सीमा नहीं है।
परीक्षा स्कीम : तीन पेपर होंग
यूजीसी नेट के तीनों पेपर बहुविकल्पी सवालों पर अाधारित होंगे। पूर्व में परीक्षा जून व दिसंबर में दो सत्रों में होती थी, लेकिन इस बार पांच नवंबर को परीक्षा होगी। परीक्षा दो पारियों में होगी। पहली में दो पेपर होंगे। प्रत्येक 100-100 अंक का होगा। प्रत्येक पेपर को हल करने के लिए 1.15 घंटे का वक्त मिलेगा।
प्रथम पारी में परीक्षा का समय सुबह 9.30 से 10.45 बजे तक और सुबह 10.45 से दोपहर 12 बजे तक रहेगा। दूसरी पारी में तृतीय पेपर 150 अंकों का होगा। 2.30 घंटे का समय मिलेगा। प्रत्येक पेपर में एक प्रश्न दो अंकों का होगा। प्रथम पेपर अध्यापन व अनुसंधान में अभिरुचि का मूल्यांकन करने के लिए सामान्य स्वरूप का होता है तथा तर्कशक्ति योग्यता, समझ, चिंतन व सामान्य जागरूकता का होता है।
दिसंबर 2009 से यूजीसी नेट परीक्षा के प्रथम पेपर में विकल्प दिए जा रहे हैं, इसमें कुल 60 प्रश्नों में किन्हीं 50 सवालों का जवाब देने होते हैं। तृतीय पेपर का मूल्यांकन केवल उन्हीं उम्मीदवारों का किया जाता है, जो प्रथम व द्वितीय पेपर में न्यूनतम अंक प्राप्त करते हैं।
न्यूनतम अंक अर्हता : सामान्य अभ्यर्थियों को प्रथम व द्वितीय पेपर में न्यूनतम 40 फीसदी अंक तथा तृतीय पेपर में 50 फीसदी अंक लाने अनिवार्य है। आरक्षित वर्ग को पांच अंकों की छूट मिलेगी। यूजीसी पूर्व में नेट परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के टॉप 15 फीसदी उम्मीदवारों को क्वालीफाई करती थी। अब केरल हाईकोर्ट के आदेशानुसार संशोधित किया है कि प्रत्येक विषय व वर्ग के आधार पर न्यूनतम अर्हता प्राप्त अंक वालों के 6 फीसदी उतीर्ण किए जाएंग
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फैलोशिप यूजीसी द्वारा निर्धारित विषयवार व वर्गवार संख्या के आधार पर दी जाती है, जो परीक्षार्थी केवल प्रवक्ता पद के लिए पात्र घोषित किए जाते हैं। उन्हें राज्यों के नियमानुसार विश्वविद्यालय व महाविद्यालय में नियुक्त करते हैं, जो परीक्षार्थी फैलोशिप के लिए पात्र घोषित किए जाते हैं।
वे कॉलेज लेक्चरर के लिए भी पात्र हैं। नेट पात्रता वालों को फैलोशिप नहीं दी जाती है। मानविकी व सामाजिक विज्ञान, कम्प्यूटर विज्ञान व विज्ञान संकाय, वाणिज्य, इलेक्ट्रोनिक विज्ञान आदि में यूजीसी द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों, संस्थानों से पीजी सा समकक्ष परीक्षा में कम से कम 55 फीसदी अंक प्राप्त किए हुए हैं। पीजी परीक्षा की अंक तालिका या डिग्री जरूर प्राप्त कर लेनी चाहिए अन्यथा उन्हें अयोग्य समक्षा जाएगा।
आवेदन के लिए अधिकतम आयु 28 साल होनी चाहिए
जेआरएफ के लिए सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी की अधिकतम आयु 28 वर्ष होनी चाहिए। वहीं, एएससी, एसटी, ओबीसी, विकलांग महिला उम्मीदवारों के लिए आयु सीमा में पांच वर्ष तक की छूट प्रदान की जाती है। उन उम्मीदवारों को भी पांच वर्ष की छूट दी जाती है। जिन्होंने पीजी, संगत विषय में अनुसंधान या प्रशिक्षण पर यह अवधि व्यतीत की हो, बशर्ते इसका प्रमाण पत्र उपयुक्त प्राधिकारी द्वारा प्रस्तुत किया गया हो।
एलएलएम उपाधि रखने वाले उम्मीदवारों के लिए अायु सीमा में तीन वर्ष की छूट दी जाती है। किसी भी आधार पर आयु सीमा में छूट पांच वर्ष से अधिक नहीं होगी। नेट के लिए कोई अधिकतम अायु सीमा नहीं है।
परीक्षा स्कीम : तीन पेपर होंग
यूजीसी नेट के तीनों पेपर बहुविकल्पी सवालों पर अाधारित होंगे। पूर्व में परीक्षा जून व दिसंबर में दो सत्रों में होती थी, लेकिन इस बार पांच नवंबर को परीक्षा होगी। परीक्षा दो पारियों में होगी। पहली में दो पेपर होंगे। प्रत्येक 100-100 अंक का होगा। प्रत्येक पेपर को हल करने के लिए 1.15 घंटे का वक्त मिलेगा।
प्रथम पारी में परीक्षा का समय सुबह 9.30 से 10.45 बजे तक और सुबह 10.45 से दोपहर 12 बजे तक रहेगा। दूसरी पारी में तृतीय पेपर 150 अंकों का होगा। 2.30 घंटे का समय मिलेगा। प्रत्येक पेपर में एक प्रश्न दो अंकों का होगा। प्रथम पेपर अध्यापन व अनुसंधान में अभिरुचि का मूल्यांकन करने के लिए सामान्य स्वरूप का होता है तथा तर्कशक्ति योग्यता, समझ, चिंतन व सामान्य जागरूकता का होता है।
दिसंबर 2009 से यूजीसी नेट परीक्षा के प्रथम पेपर में विकल्प दिए जा रहे हैं, इसमें कुल 60 प्रश्नों में किन्हीं 50 सवालों का जवाब देने होते हैं। तृतीय पेपर का मूल्यांकन केवल उन्हीं उम्मीदवारों का किया जाता है, जो प्रथम व द्वितीय पेपर में न्यूनतम अंक प्राप्त करते हैं।
न्यूनतम अंक अर्हता : सामान्य अभ्यर्थियों को प्रथम व द्वितीय पेपर में न्यूनतम 40 फीसदी अंक तथा तृतीय पेपर में 50 फीसदी अंक लाने अनिवार्य है। आरक्षित वर्ग को पांच अंकों की छूट मिलेगी। यूजीसी पूर्व में नेट परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के टॉप 15 फीसदी उम्मीदवारों को क्वालीफाई करती थी। अब केरल हाईकोर्ट के आदेशानुसार संशोधित किया है कि प्रत्येक विषय व वर्ग के आधार पर न्यूनतम अर्हता प्राप्त अंक वालों के 6 फीसदी उतीर्ण किए जाएंग