उत्तर प्रदेश: UP के गोरखपुर में एक बड़ा दर्दनाक हादसा हो गया है। बीआरडी मेडिकल अस्पताल में 30 बच्चो की मौत हो गई है। मीडिया से मिली रिपोर्ट्स के मुताबिक अस्पताल के आईसीयू और इंसेफलाइटिस वार्ड में ऑक्सीजन की सप्लाई बाधित होने की वजह से 30 बच्चो की आक्सीजन के आभाव में तड़प कर दर्दनाक मौत हुई है।
गोरखपुर उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्य नाथ का इलाका है। इस वक्त योगी आदित्य नाथ इसी इलाके के निर्वाचित सांसद हैं। न्यूज़ मीडिया एजेंसी ए.एन.आई के मुताबिक गोरखपुर के BRD अस्पताल में दिमागी बुखार के चलते कई बच्चे भर्ती थे। गोरखपुर सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई के निवासी दिमागी बुखार से प्रभावित हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक अस्पताल के इस वार्ड में गुरुवार रात 11.30 बजे से ऑक्सीजन की सप्लाई पूर्ण रूप से नहीं हो रही थी। कई बार इसमें बाधा आई ये सिलसिला सुबह 9 बजे तक चलता रहा। इसकी वजह से 30 बच्चों ने तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया।
इस दर्दनाक हादसे के बाद अस्पताल में परिजनों का कोहराम मचा हुआ है। जिला प्रशासन ने अब तक सात बच्चों की मौत की पुष्टि की है।
ज्ञातव्य है कि गुरूवार को सेंटर पाइप लाइन ऑपरेटर ने एसआईसी, प्रिंसिपल, एचओडी एनेस्थिसिया, इंसेफेलाइटिस वार्ड के नोडल अधिकारी को इस सम्बन्ध में सुचना दे दी थी कि सिलेंडरों में लिक्विड ऑक्सीजन सप्लाई का स्टॉक बेहद कम ही कम है। ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने के बाद भी इसके लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया। नतीजन शुक्रवार सुबह तक बीआरडी अस्पताल में बच्चो को अपनी जान गवांनी पड़ी।
source- google images
गोरखपुर उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्य नाथ का इलाका है। इस वक्त योगी आदित्य नाथ इसी इलाके के निर्वाचित सांसद हैं। न्यूज़ मीडिया एजेंसी ए.एन.आई के मुताबिक गोरखपुर के BRD अस्पताल में दिमागी बुखार के चलते कई बच्चे भर्ती थे। गोरखपुर सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई के निवासी दिमागी बुखार से प्रभावित हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक अस्पताल के इस वार्ड में गुरुवार रात 11.30 बजे से ऑक्सीजन की सप्लाई पूर्ण रूप से नहीं हो रही थी। कई बार इसमें बाधा आई ये सिलसिला सुबह 9 बजे तक चलता रहा। इसकी वजह से 30 बच्चों ने तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया।
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इस दर्दनाक हादसे के बाद अस्पताल में परिजनों का कोहराम मचा हुआ है। जिला प्रशासन ने अब तक सात बच्चों की मौत की पुष्टि की है।
ज्ञातव्य है कि गुरूवार को सेंटर पाइप लाइन ऑपरेटर ने एसआईसी, प्रिंसिपल, एचओडी एनेस्थिसिया, इंसेफेलाइटिस वार्ड के नोडल अधिकारी को इस सम्बन्ध में सुचना दे दी थी कि सिलेंडरों में लिक्विड ऑक्सीजन सप्लाई का स्टॉक बेहद कम ही कम है। ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने के बाद भी इसके लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया। नतीजन शुक्रवार सुबह तक बीआरडी अस्पताल में बच्चो को अपनी जान गवांनी पड़ी।