रींगस- जयपुर बीकानेर हाईवे पर बावड़ी के पास तीन युवको ने पूरी तरह फ़िल्मी अंदाज में कार लूटने की वारदात को अंजाम दिया गया। युवको ने अपने दोस्त की साडी उसकी प्रेमिका से करवाने के लिए कार लूटी।
पुलिस ने मामले की जांच की तो सामने आया कि विजयनगर निवासी मेहताब की मदद के लिए दोस्त अमन लखोटिया, संतोख सिंह जट ने उसके साथ मिलकर कार लूटने का प्लान बनाकर वारदात को अंजाम दिया।
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए 22 घंटे में एक आरोपी संतोख सिंह को गिरफ्तार कर कार जब्त कर ली। जबकि दो अन्य आरोपी फरार हो गए।
पुलिस के अनुसार मेहताब अपनी प्रेमिका से शादी करना चाहता था, लेकिन पैसों का इंतजाम नहीं होने कारण वह ऐसा नहीं कर पा रहा था। यह बात उसने दोस्त संतोख सिंह व अमन को बताई। फिर तीनों ने मिलकर कार लूटने की योजना बनाई। ताकि कार बेचकर शादी के लिए पैसों का बंदोबस्त कर सके।
तीनों युवकों ने जयपुर के गांधीनगर इलाके में सवारी का इंतजार कर रहे पीड़ित उबेर कंपनी के चालक झुंझुनूं निवासी प्रदीप कुमार मीणा की कार किराए पर ली। युवकों ने प्रदीप से चौमूं छोड़ने की बात कह कर 1200 रुपए भाड़ा तय किया।
प्रदीप जब कार लेकर चौमूं पहुंचा तो आरोपियों ने कहा कि परिवार में कोई खत्म हो गया है। इसलिए उन्हें रींगस छोड़ दे। प्रदीप युवकों को लेकर के लिए रवाना हो गया। बावड़ी आने पर एक आरोपी ने पीछे से चालक का मुंह कपड़े से दबा दिया। फिर तीनों ने उसके हाथ पैर रस्सी से बांधकर सड़क पर फेंक दिया। आरोपी स्विफ्ट कार लेकर फरार हो गए।
चार टोल पर सीसीटीवी से मिली लोकेशन
पुलिस को अारोपी तक पहुंचने में टाेल पर लगे सीसीटीवी व मुखबीर से मदद मिली। तीनों आरोपी बुधवार सुबह कार लूटकर अखेपुरा से रसीदपुरा, रतनगढ़ व मालासर टोल होते हुए विजयनगर पहुंचे। आरोपियों ने कार की नंबर प्लेट भी नहीं बदली।
पुलिस ने सभी टोल पर सीसीटीवी की जांच की तो पता लगा कि कार किस साइड में आगे जा रही है। गुरुवार रात को विजयनगर पुलिस को मुखबीर से एक संदिग्ध कार की सूचना मिली। विजयनगर एसएचओ फूलचंद शर्मा ने मौके पर संतोख सिंह के घर दबीस देकर उसे पकड़ दबोच लिया।
घर के बाहर खड़ी कार को भी जब्त कर लिया। आरोपी की इसकी निशानदेही पर अमन व मेहताब के घरों पर दबीस दी गई। लेकिन दोनों पहले ही फरार हो गए। रींगस पुलिस रात डेढ़ बजे विजयनगर पहुंची। आरोपी संतोख सिंह को गिरफ्तार कर कार को बरामद किया।
पुलिस ने मामले की जांच की तो सामने आया कि विजयनगर निवासी मेहताब की मदद के लिए दोस्त अमन लखोटिया, संतोख सिंह जट ने उसके साथ मिलकर कार लूटने का प्लान बनाकर वारदात को अंजाम दिया।
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पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए 22 घंटे में एक आरोपी संतोख सिंह को गिरफ्तार कर कार जब्त कर ली। जबकि दो अन्य आरोपी फरार हो गए।
पुलिस के अनुसार मेहताब अपनी प्रेमिका से शादी करना चाहता था, लेकिन पैसों का इंतजाम नहीं होने कारण वह ऐसा नहीं कर पा रहा था। यह बात उसने दोस्त संतोख सिंह व अमन को बताई। फिर तीनों ने मिलकर कार लूटने की योजना बनाई। ताकि कार बेचकर शादी के लिए पैसों का बंदोबस्त कर सके।
तीनों युवकों ने जयपुर के गांधीनगर इलाके में सवारी का इंतजार कर रहे पीड़ित उबेर कंपनी के चालक झुंझुनूं निवासी प्रदीप कुमार मीणा की कार किराए पर ली। युवकों ने प्रदीप से चौमूं छोड़ने की बात कह कर 1200 रुपए भाड़ा तय किया।
प्रदीप जब कार लेकर चौमूं पहुंचा तो आरोपियों ने कहा कि परिवार में कोई खत्म हो गया है। इसलिए उन्हें रींगस छोड़ दे। प्रदीप युवकों को लेकर के लिए रवाना हो गया। बावड़ी आने पर एक आरोपी ने पीछे से चालक का मुंह कपड़े से दबा दिया। फिर तीनों ने उसके हाथ पैर रस्सी से बांधकर सड़क पर फेंक दिया। आरोपी स्विफ्ट कार लेकर फरार हो गए।
चार टोल पर सीसीटीवी से मिली लोकेशन
पुलिस को अारोपी तक पहुंचने में टाेल पर लगे सीसीटीवी व मुखबीर से मदद मिली। तीनों आरोपी बुधवार सुबह कार लूटकर अखेपुरा से रसीदपुरा, रतनगढ़ व मालासर टोल होते हुए विजयनगर पहुंचे। आरोपियों ने कार की नंबर प्लेट भी नहीं बदली।
पुलिस ने सभी टोल पर सीसीटीवी की जांच की तो पता लगा कि कार किस साइड में आगे जा रही है। गुरुवार रात को विजयनगर पुलिस को मुखबीर से एक संदिग्ध कार की सूचना मिली। विजयनगर एसएचओ फूलचंद शर्मा ने मौके पर संतोख सिंह के घर दबीस देकर उसे पकड़ दबोच लिया।
घर के बाहर खड़ी कार को भी जब्त कर लिया। आरोपी की इसकी निशानदेही पर अमन व मेहताब के घरों पर दबीस दी गई। लेकिन दोनों पहले ही फरार हो गए। रींगस पुलिस रात डेढ़ बजे विजयनगर पहुंची। आरोपी संतोख सिंह को गिरफ्तार कर कार को बरामद किया।