धौलपुर में करौली-धौलपुर हाइवे पर खरेर नदी के पास बुधवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे तेज रफ्तार बोलेरो ने एक ही परिवार के 18 में से 15 लोगों को कुचल दिया। इनमें से 7 की मौत हो गई, जबकि 8 गंभीर रूप से घायल हैं।
ये सभी दो साल पहले हादसे में घायल हुए अपने परिजन लक्ष्मण के ठीक होने पर ध्वज चढ़ाने हावीलौनी स्थित चामुंडा माता मंदिर जा रहे थे। तीन लोग इसलिए सकुशल बच गए, क्योेंकि हादसे के समय वे चाय लेने गए हुए थे।
यात्रियों में शामिल टीकाराम कुशवाह ने बताया कि दो वर्ष पहले नवरात्र की सप्तमी पर सड़क हादसे में उसके भाई लक्ष्मण के पैर में फ्रेक्चर हो गया था। लक्ष्मण ने ठीक होने पर परिवार सहित चामुंडा माता मंदिर में ध्वजा चढ़ाने की मन्नत की थी। इस नवरात्र की छठवीं को परिवार के 18 लोग बाड़ी से ध्वज लेकर शाम को निकले थे। तड़के करीब 3:30 बजे सभी लोग ढाबे पर चाय पीने के लिए रुके। तीन लोग ढाबे पर चाय का आर्डर देने के लिए गए।
तभी पीछे से तेज रफ्तार बोलेरो ने ध्वज लेकर खड़े परिवारजनों को कुचल दिया। परिवार के चार सदस्यों की मौके पर ही मौत हो गई। तीन ने अस्पताल में दम तोड़ा।
चाय लेने चले गए तीन लोग, इसलिए वे ही सकुशल बचे
कल हुए हादसे में अट्ठारह श्रद्धालुओं के दल में से तीन श्रद्धालु ही सलामत बचे हैं। ये तीनों चाय लेने के लिए ढाबे पर गए थे। जबकि बाकी 15 सदस्यों को बोलेरो ने कुचल दिया।
बोलेरो में महिला सहित 3 लोग सवार थे, सभी फरार
हादसे के दौरान सभी यात्री ध्वज को सड़क से नीचे लेकर कतार में खड़ेथे। सभी ने कंधे पर ध्वज को रखा हुआ था। पीछे से सरमथुरा की तरफ से बोलेरो ने तेज रफ्तार में यात्रियों को कुचल दिया। हादसा इतना भीषण था कि ध्वज का बांस बोलेरो के मेन शीशे में अंदर घुस गया।
चालक वाहन को छोड़कर फरार हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बोलेरो में एक महिला सहित तीन लोग सवार थे। जिनका हादसे के बाद कोई पता नहीं चल सका है। पुलिस ने बोलेरो गाड़ी को जब्त कर लिया है।
source- bhaskar
ये सभी दो साल पहले हादसे में घायल हुए अपने परिजन लक्ष्मण के ठीक होने पर ध्वज चढ़ाने हावीलौनी स्थित चामुंडा माता मंदिर जा रहे थे। तीन लोग इसलिए सकुशल बच गए, क्योेंकि हादसे के समय वे चाय लेने गए हुए थे।
यात्रियों में शामिल टीकाराम कुशवाह ने बताया कि दो वर्ष पहले नवरात्र की सप्तमी पर सड़क हादसे में उसके भाई लक्ष्मण के पैर में फ्रेक्चर हो गया था। लक्ष्मण ने ठीक होने पर परिवार सहित चामुंडा माता मंदिर में ध्वजा चढ़ाने की मन्नत की थी। इस नवरात्र की छठवीं को परिवार के 18 लोग बाड़ी से ध्वज लेकर शाम को निकले थे। तड़के करीब 3:30 बजे सभी लोग ढाबे पर चाय पीने के लिए रुके। तीन लोग ढाबे पर चाय का आर्डर देने के लिए गए।
तभी पीछे से तेज रफ्तार बोलेरो ने ध्वज लेकर खड़े परिवारजनों को कुचल दिया। परिवार के चार सदस्यों की मौके पर ही मौत हो गई। तीन ने अस्पताल में दम तोड़ा।
चाय लेने चले गए तीन लोग, इसलिए वे ही सकुशल बचे
कल हुए हादसे में अट्ठारह श्रद्धालुओं के दल में से तीन श्रद्धालु ही सलामत बचे हैं। ये तीनों चाय लेने के लिए ढाबे पर गए थे। जबकि बाकी 15 सदस्यों को बोलेरो ने कुचल दिया।
बोलेरो में महिला सहित 3 लोग सवार थे, सभी फरार
हादसे के दौरान सभी यात्री ध्वज को सड़क से नीचे लेकर कतार में खड़ेथे। सभी ने कंधे पर ध्वज को रखा हुआ था। पीछे से सरमथुरा की तरफ से बोलेरो ने तेज रफ्तार में यात्रियों को कुचल दिया। हादसा इतना भीषण था कि ध्वज का बांस बोलेरो के मेन शीशे में अंदर घुस गया।
चालक वाहन को छोड़कर फरार हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बोलेरो में एक महिला सहित तीन लोग सवार थे। जिनका हादसे के बाद कोई पता नहीं चल सका है। पुलिस ने बोलेरो गाड़ी को जब्त कर लिया है।