नीमकाथाना न्यूज़- यह नेगिटिव खबर नहीं बल्कि 12वीं में पढ़ने वाली एक बेटी का दर्द है। जिसने 14 महीने के दौरान इतनी यातना सही, जिससे सुनकर आपकी भी रूह कांप सकती है। आरोपियों ने इसके साथ कई बार दुष्कर्म किया। जब बालिका गर्भवती हो गई तो आरोपियों ने अपना अपराध छिपाने के लिए उसका गर्भपात तक करा दिया। आरोपियों ने बालिका को इतना डराया धमकाया कि वह बोलना ही भूल गई। 15 दिन से बालिका खामोश है। कुछ नहीं बोलती।
जानिये आखिर क्या है पूरा मामला
अजीतगढ़ शहर के हरदासकाबास गांव में जनता बाल विद्या मंदिर सीनियर सैकंडरी स्कूल की 18 साल की छात्रा के साथ उसी स्कूल के प्रबंधक जगदीश यादव व अध्यापक जगत सिंह गुर्जर ने लगातार चार माह तक दुष्कर्म करते रहे।
आरोपियों ने अपना कुकर्त्य छिपाने के लिए बालिका का गर्भपात तक करा दिया। सीओ के मुताबिक पीड़िता के भाई ने अजीतगढ़ थाने में शनिवार रात को मुकदमा दर्ज करा कर बताया कि उसकी बहन कक्षा 12 में अध्ययनरत है। चार महीने से स्कूल प्रबंधन की ओर से एक्सट्रा क्लास के नाम पर छात्रा को सुबह एक घंटे पहले स्कूल में बुलाया जा रहा था।
पीड़िता को अकेली देखकर जगदीश यादव व जगत सिंह ने दुष्कर्म किया। दोनों आरोपी पीड़िता को डरा धमकाकर लगातार दुष्कर्म करते रहे।
पीड़िता हुई गर्भवती
इससे पीड़िता गर्भवती हो गई। 18 अगस्त से पीड़िता ने स्कूल जाना छोड़ दिया। पीड़िता के बड़े भाई का बेटा भी इसी स्कूल में पढ़ता है। दोनों आरोपी 25 अगस्त को पीड़िता से मिलने के लिए उसके घर गए। जिनके जाने के बाद पीड़िता ज्यादा डर गई। परिजनों ने पूछा तो पीड़िता ने बताया कि उसके पेट में तेज दर्द हो रहा है।
26 अगस्त को परिजन पीड़िता को शाहपुरा स्थित राजकीय अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां जगदीश यादव उनको मिल गया। यादव ने पूछा तो परिजनों ने पेट दर्द की बात बता दी। यादव ने परिजनों को शाहपुरा में रजनीश अस्पताल में छात्रा की जांच कराने की सलाह दी। तर्क दिया कि अस्पताल के डॉक्टर उनके स्कूल के शिक्षक जगत सिंह के परिचित है।
पीड़िता से करवाये अबॉर्शन के कागजों पर हस्ताक्षर
इसके बाद परिजन जगदीश यादव के विश्वास में आकर छात्रा को रजनीश अस्पताल लेकर चले गए। जहां डॉ. कानन शर्मा ने छात्रा का ऑपरेशन की बात कही। परिजनों से कागजों पर हस्ताक्षर कराकर सभी औपचारिकता पूरी करा ली।
फिर पीड़िता का ऑपरेशन कर दिया। 28 अगस्त तक पीड़िता को रजनीश अस्पताल में भर्ती रखा गया। उसके बाद 15 दिन की दवा देकर डिस्चार्ज कर दिया गया। घर आने के बाद पीड़िता की तबीयत में सुधार नहीं हुआ। चार सितंबर को पीड़िता की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। परिजन पीड़िता को लेकर अजीतगढ़ के राजकीय चिकित्सालय लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने बालिका को जयपुर के जनाना हॉस्पिटल रैफर कर दिया।
आरोपियों को हिरासत में लिया गया
स्कूल में करीब 350 विद्यार्थी हैं। इनमें करीब 100 छात्राएं हैं। पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी शिक्षक करीब चार महीने से छात्रा से दुष्कर्म कर रहे थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। मामले की जांच नीमकाथाना सीओ कुशाल सिंह को दी गई है।
सीओ कुशाल सिंह ने ली जानकारी
सीओ कुशाल सिंह रविवार को पीड़िता से मिलने के लिए एसएमएस अस्पताल स्थित बांगड़ यूनिट में गए। चिकित्सकों ने बताया कि पीड़िता के दिमागी हालात असामान्य है। करीब 10 दिन बाद हालात सही होने पर वह बयान दे सकेगी।
जांच में सामने आया कि पीड़िता को 4 सितंबर को जनाना अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल ने छात्रा की जांचे कराई तो आया कि गर्भपात के दौरान रजनीश अस्पताल की और से लापरवाही बरती गई। इससे छात्रा की तबीयत बिगड़ गई। ज्यादा तबीयत खराब होने पर पीड़िता को एसएमएस अस्पताल रैफर कर दिया। जहां वर्तमान में उसका उपचार चल रहा है।
पीड़िता आंखे खोल रही हैं, लेकिन कुछ बोल नहीं पा रही। स्कूल के नाम से ही डर जाती है। दो जनों को हिरासत में लिया, चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज | एसपी राठौड़ विनीत कुमार ने बताया कि आरोपी जगदीश यादव व जगत सिंह को हिरासत में ले लिया गया है।
इन धाराओं के तहत मामला दर्ज
पुलिस द्वारा आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। वहीं, अजीतगढ़ थाने में जगदीश यादव, जगत सिंह गुर्जर, रजनीश अस्पताल के डॉ. रजनीश व डॉ. कानन शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। आईपीसी एक्ट 376, 313, 201 व 120 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
हर अभिभावक इन बातों का रखें विशेष ध्यान
जानिये आखिर क्या है पूरा मामला
अजीतगढ़ शहर के हरदासकाबास गांव में जनता बाल विद्या मंदिर सीनियर सैकंडरी स्कूल की 18 साल की छात्रा के साथ उसी स्कूल के प्रबंधक जगदीश यादव व अध्यापक जगत सिंह गुर्जर ने लगातार चार माह तक दुष्कर्म करते रहे।
आरोपियों ने अपना कुकर्त्य छिपाने के लिए बालिका का गर्भपात तक करा दिया। सीओ के मुताबिक पीड़िता के भाई ने अजीतगढ़ थाने में शनिवार रात को मुकदमा दर्ज करा कर बताया कि उसकी बहन कक्षा 12 में अध्ययनरत है। चार महीने से स्कूल प्रबंधन की ओर से एक्सट्रा क्लास के नाम पर छात्रा को सुबह एक घंटे पहले स्कूल में बुलाया जा रहा था।
पीड़िता को अकेली देखकर जगदीश यादव व जगत सिंह ने दुष्कर्म किया। दोनों आरोपी पीड़िता को डरा धमकाकर लगातार दुष्कर्म करते रहे।
पीड़िता हुई गर्भवती
इससे पीड़िता गर्भवती हो गई। 18 अगस्त से पीड़िता ने स्कूल जाना छोड़ दिया। पीड़िता के बड़े भाई का बेटा भी इसी स्कूल में पढ़ता है। दोनों आरोपी 25 अगस्त को पीड़िता से मिलने के लिए उसके घर गए। जिनके जाने के बाद पीड़िता ज्यादा डर गई। परिजनों ने पूछा तो पीड़िता ने बताया कि उसके पेट में तेज दर्द हो रहा है।
26 अगस्त को परिजन पीड़िता को शाहपुरा स्थित राजकीय अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां जगदीश यादव उनको मिल गया। यादव ने पूछा तो परिजनों ने पेट दर्द की बात बता दी। यादव ने परिजनों को शाहपुरा में रजनीश अस्पताल में छात्रा की जांच कराने की सलाह दी। तर्क दिया कि अस्पताल के डॉक्टर उनके स्कूल के शिक्षक जगत सिंह के परिचित है।
पीड़िता से करवाये अबॉर्शन के कागजों पर हस्ताक्षर
इसके बाद परिजन जगदीश यादव के विश्वास में आकर छात्रा को रजनीश अस्पताल लेकर चले गए। जहां डॉ. कानन शर्मा ने छात्रा का ऑपरेशन की बात कही। परिजनों से कागजों पर हस्ताक्षर कराकर सभी औपचारिकता पूरी करा ली।
फिर पीड़िता का ऑपरेशन कर दिया। 28 अगस्त तक पीड़िता को रजनीश अस्पताल में भर्ती रखा गया। उसके बाद 15 दिन की दवा देकर डिस्चार्ज कर दिया गया। घर आने के बाद पीड़िता की तबीयत में सुधार नहीं हुआ। चार सितंबर को पीड़िता की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। परिजन पीड़िता को लेकर अजीतगढ़ के राजकीय चिकित्सालय लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने बालिका को जयपुर के जनाना हॉस्पिटल रैफर कर दिया।
आरोपियों को हिरासत में लिया गया
स्कूल में करीब 350 विद्यार्थी हैं। इनमें करीब 100 छात्राएं हैं। पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी शिक्षक करीब चार महीने से छात्रा से दुष्कर्म कर रहे थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। मामले की जांच नीमकाथाना सीओ कुशाल सिंह को दी गई है।
सीओ कुशाल सिंह ने ली जानकारी
सीओ कुशाल सिंह रविवार को पीड़िता से मिलने के लिए एसएमएस अस्पताल स्थित बांगड़ यूनिट में गए। चिकित्सकों ने बताया कि पीड़िता के दिमागी हालात असामान्य है। करीब 10 दिन बाद हालात सही होने पर वह बयान दे सकेगी।
जांच में सामने आया कि पीड़िता को 4 सितंबर को जनाना अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल ने छात्रा की जांचे कराई तो आया कि गर्भपात के दौरान रजनीश अस्पताल की और से लापरवाही बरती गई। इससे छात्रा की तबीयत बिगड़ गई। ज्यादा तबीयत खराब होने पर पीड़िता को एसएमएस अस्पताल रैफर कर दिया। जहां वर्तमान में उसका उपचार चल रहा है।
पीड़िता आंखे खोल रही हैं, लेकिन कुछ बोल नहीं पा रही। स्कूल के नाम से ही डर जाती है। दो जनों को हिरासत में लिया, चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज | एसपी राठौड़ विनीत कुमार ने बताया कि आरोपी जगदीश यादव व जगत सिंह को हिरासत में ले लिया गया है।
इन धाराओं के तहत मामला दर्ज
पुलिस द्वारा आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। वहीं, अजीतगढ़ थाने में जगदीश यादव, जगत सिंह गुर्जर, रजनीश अस्पताल के डॉ. रजनीश व डॉ. कानन शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। आईपीसी एक्ट 376, 313, 201 व 120 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
हर अभिभावक इन बातों का रखें विशेष ध्यान
- किसी भी स्कूल में बेटी का दाखिला कराने से पहले वहां के टीचर्स अौर स्टाफ के बारे में सारी जानकारी जुटा लें।
- बेटी का यह भी बताएं कि यदि कोई भी उसे गलत तरीके से छूने की कोशिश करे तो शोर मचाए और विरोध करें।
- बेटी के साथ दोस्ताना व्यवहार करें ताकि उसे कोई भी परेशानी हो तो वह आपसे शेयर कर सके।