नीमकाथाना: शहर के निवासियों के लिए एक बेहद ही अच्छी खबर है कि एलसी नंबर 76 पर 2012 में शुरू हुआ ओवरब्रिज का निर्माण अंतिम चरण में है। नए साल में इस पर ट्रैफिक शुरू कर दिया जाएगा। आरओबी से रोज 10 हजार वाहन गुजरेंगे।
रेलवे का अांकलन है कि आरओबी से उन 35 हजार लोगों को फायदा होगा जिनके हर दिन छह घंटे फाटक बंद के कारण खराब हो जाते हैं। फाटक दिन में 15 से 20 बार बंद होता है। आरओबी शुरू होते ही यह परेशानी दूर हो जाएगी।
नीमकाथाना, सीकर, श्रीमाधोपुर, कोटपूतली, अलवर, खेतड़ी, जयपुर रूट पर जाने वाले यात्रियों को फायदा होगा। आरओेबी राहत की उम्मीद की तस्वीर है तो सरकारी लेटलतीफी का भी यह बड़ा उदाहरण है। प्रोजेक्ट 2014 में पूरा होना था। देरी के कारण लागत 29 करोड़ से बढ़कर 40 करोड़ हो गई।
2014 में कुछ इस तरह दिखता था रेलवे फाटक
भूमि अवाप्ति के कारण हुई देरी आरओबी निर्माण में देरी की सबसे बडी वजह भूमि अवाप्ति का समय पर नहीं होना रहा। रेलवे ट्रेक के दोनों तरफ 22 निर्माण व दुकानों को अवाप्त करने में प्रशासन को काफी समय लगा। अवार्ड पारित होने के बाद मुआवजा मिलने में भी देरी हुई।
Reporting- Sharwan Bhardwaj
ड्रोन एफर्ट : काना यादव
रेलवे का अांकलन है कि आरओबी से उन 35 हजार लोगों को फायदा होगा जिनके हर दिन छह घंटे फाटक बंद के कारण खराब हो जाते हैं। फाटक दिन में 15 से 20 बार बंद होता है। आरओबी शुरू होते ही यह परेशानी दूर हो जाएगी।
नीमकाथाना, सीकर, श्रीमाधोपुर, कोटपूतली, अलवर, खेतड़ी, जयपुर रूट पर जाने वाले यात्रियों को फायदा होगा। आरओेबी राहत की उम्मीद की तस्वीर है तो सरकारी लेटलतीफी का भी यह बड़ा उदाहरण है। प्रोजेक्ट 2014 में पूरा होना था। देरी के कारण लागत 29 करोड़ से बढ़कर 40 करोड़ हो गई।
2014 में कुछ इस तरह दिखता था रेलवे फाटक
Neem Ka Thana Over Bridge
- 40 करोड़ रुपए लागत हुई। पहले 29 करोड़ थी। अब तक प्रोजेक्ट पर 33 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं।
- 2 साल काम बंद, अब दिसंबर तक काम पूरा करने का दावा 2012 में इरकॉन ने सीएलसी गुडगांव को काम दिया। भूमि अधिग्रहण में देरी की वजह से कंपनी काम छोड़ गई।
- दो साल काम बंद रहा। लिहाजा डेटलाइन बढ़ाने के बाद काम में तेजी आई। अब जेसीसी इंफ्राप्रालि अजमेर ने 95 प्रतिशत काम पूरा कर लिया है। दोनों तरफ रोड बनाने का काम शुरू किया जा रहा है। इरकॉन मैनेजर अनिल मीणा ने बताया कि एलसी नंबर-76 पर आरओबी को दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।
भूमि अवाप्ति के कारण हुई देरी आरओबी निर्माण में देरी की सबसे बडी वजह भूमि अवाप्ति का समय पर नहीं होना रहा। रेलवे ट्रेक के दोनों तरफ 22 निर्माण व दुकानों को अवाप्त करने में प्रशासन को काफी समय लगा। अवार्ड पारित होने के बाद मुआवजा मिलने में भी देरी हुई।
Reporting- Sharwan Bhardwaj