नीमकाथाना- डाबला ग्राम के पास बिहार कानीखोरी गांव में बीती रात को एक पैंथर शिकार की तलाश में घर में घुस गया। पैंथर ने घर के बाड़े में बंधे गाय के एक बछड़े को दबोच लिया। पैंथर को देख दूसरे पशु भागने की कोशिश करने लगे तो परिवार के लोग जाग गए।
घर के बाड़े की तरफ मोहनसिंह व परिवार के लोग लाठियां लेकर दौड़े। शोर-शराबा सुनकर महिलाएं व आस-पास के लोग भी आ गए। इस दौरान पैंथर बछड़े को अपने साथ खींचकर ले जाने की कोशिश करता रहा। लोगों की भीड़ व शोर शराबे को सुनकर पैंथर वहाँ से भागनिकला।
लोगों ने रात को पैंथर का कई दूर तक पीछा किया। हाथों में टॉर्च लेकर ग्रामीण कई घंटों तक पैंथर को तलाशते रहेलेकिन रात होने की वजह से पैंथर का पता ना चल सका।
कानीखोरी गांव में पैंथर आने से ग्रामीणों में दहशत फैल गई। लोग पूरी रात पेहरा देते रहे। मोहनसिंह के घर में पैंथर के हमले से घायल हुए बछड़े को उपचार दिलाया गया। मामले में वन विभाग के अधिकारियों को भी सूचना दी गई। शुक्रवार सुबह भी ग्रामीण पहाड़ी क्षेत्र में नजर रखे हुए थे।
बढ़ रही है पैंथर की दस्तक
पाटन के चिमनसिंह की ढ़ाणी, इमलोहा श्यामपुरा, कंवर की नांगल आदि गांवों में पैंथर की दस्तक बढ़ गई है। शिकार की तलाश में रात को पैंथर आबादी में आने लगा है। इस वजह से बिहार गांव के लोग देर रात तक पहरा देने लगे हैं।
नीमकाथाना में पैंथर की प्रमुख घटनाएं
source-google
घर के बाड़े की तरफ मोहनसिंह व परिवार के लोग लाठियां लेकर दौड़े। शोर-शराबा सुनकर महिलाएं व आस-पास के लोग भी आ गए। इस दौरान पैंथर बछड़े को अपने साथ खींचकर ले जाने की कोशिश करता रहा। लोगों की भीड़ व शोर शराबे को सुनकर पैंथर वहाँ से भागनिकला।
लोगों ने रात को पैंथर का कई दूर तक पीछा किया। हाथों में टॉर्च लेकर ग्रामीण कई घंटों तक पैंथर को तलाशते रहेलेकिन रात होने की वजह से पैंथर का पता ना चल सका।
कानीखोरी गांव में पैंथर आने से ग्रामीणों में दहशत फैल गई। लोग पूरी रात पेहरा देते रहे। मोहनसिंह के घर में पैंथर के हमले से घायल हुए बछड़े को उपचार दिलाया गया। मामले में वन विभाग के अधिकारियों को भी सूचना दी गई। शुक्रवार सुबह भी ग्रामीण पहाड़ी क्षेत्र में नजर रखे हुए थे।
बढ़ रही है पैंथर की दस्तक
पाटन के चिमनसिंह की ढ़ाणी, इमलोहा श्यामपुरा, कंवर की नांगल आदि गांवों में पैंथर की दस्तक बढ़ गई है। शिकार की तलाश में रात को पैंथर आबादी में आने लगा है। इस वजह से बिहार गांव के लोग देर रात तक पहरा देने लगे हैं।
नीमकाथाना में पैंथर की प्रमुख घटनाएं