जयपुर: रामगंज में शुक्रवार को हुए विवाद में मारे गए
मोहम्मद रेशू उर्फ आदिल के परिजनों की मांगों
पर सहमति बन गई है। इसके
बाद सोमवार दोपहर कर्फ्यू के
बीच ही आदिल का जनाजा
निकला और उसे सुपुर्दे खाक
किया गया। जनाजे के लिए
200 कर्फ्यू पास जारी हुए
थे। इसके बाद पुलिस ने साढ़े
तीन बजे से कर्फ्यू में दो घंटे की ढील दी।
उधर, रामगंज उपद्रव के दौरान एक दिव्यांग की मौत का मामला भी सामने आया है। साेमवार को 29 वर्षीय मंगोड़ी की बगीची कृष्णा नगर निवासी भरत कोड़वानी के परिजनों को थाने बुलाकर यह जानकारी दी। पुलिसकर्मियों ने कहा कि भरत का शव एसएमएस हॉस्पिटल के मुर्दाघर में है। आज परिजनों की मौजूदगी में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया जाएगा। शहर के चारों थाना क्षेत्रों में मंगलवार तक कर्फ्यू और 14 थाना इलाकों में रात 12 बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा।
परिजन मुआवजे की मांग पर अड़े, परनामी के आश्वासन के बाद पोस्टमार्टम को राजी हुए। मृतक भरत के परिजन मुआवजे व दोषियों और थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग पर अड़ गए। इस दौरान मुर्दाघर में शिव सेना, बजरंग दल, हिंदू परिषद व समाज के कई लोग जमा हो गए और नारेबाजी करने लगे। सोमवार शाम तक मांगों पर अड़े रहे और शव लेने से इनकार कर दिया।
इसके बाद मुर्दाघर पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी, सांसद रामचरण बोहरा, पार्षद लक्की माेरानी व सुनील पारवानी समेत अन्य लोग पहुंचे। जहां पर परनामी ने गुस्साए लोगों व परिजनों को कार्रवाई करने व मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद मृतक के परिजन पोस्टमार्टम कराने के लिए सहमत हो गए। भरत को उसकी मां ज्योति सोनू कहकर पुकारती थी। वह दोनों किराये के मकान में रहते थे। भरत पहले सिलाई का काम करता था।
दिव्यांग के आज पोस्टमार्टम से सामने आएगा सच
पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल के अनुसार दिव्यांग की डेड बॉडी पुलिस को शुक्रवार रात बड़ी चौपड़ के पास मिली थी। पुलिस उसे एसएमएस अस्पताल लेकर गई। उसी रात हमने 174 में मर्ग दर्ज कर लिया था। मृतक के परिजनों का पता नहीं था इसलिए तत्काल पोस्टपार्टम नहीं हो पाया।
रविवार को एक व्यक्ति की गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस को मिली। परिजनों को डेड बॉडी दिखाई। मृतक की पहचान भरत के रूप में हुई। परिजनों का कहना है कि उसकी मौत उपद्रव के दौरान हुई है, इसलिए मुआवजा दिया जाए। लेकिन मृतक के शरीर पर न तो किसी चोट के निशान हैं और न ही गोली का निशान है। परिजनों के सामने मृतक का मंगलवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा, इससे सामने आएगा कि उसकी मौत का कारण क्या रहा?
उधर, रामगंज उपद्रव के दौरान एक दिव्यांग की मौत का मामला भी सामने आया है। साेमवार को 29 वर्षीय मंगोड़ी की बगीची कृष्णा नगर निवासी भरत कोड़वानी के परिजनों को थाने बुलाकर यह जानकारी दी। पुलिसकर्मियों ने कहा कि भरत का शव एसएमएस हॉस्पिटल के मुर्दाघर में है। आज परिजनों की मौजूदगी में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया जाएगा। शहर के चारों थाना क्षेत्रों में मंगलवार तक कर्फ्यू और 14 थाना इलाकों में रात 12 बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा।
परिजन मुआवजे की मांग पर अड़े, परनामी के आश्वासन के बाद पोस्टमार्टम को राजी हुए। मृतक भरत के परिजन मुआवजे व दोषियों और थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग पर अड़ गए। इस दौरान मुर्दाघर में शिव सेना, बजरंग दल, हिंदू परिषद व समाज के कई लोग जमा हो गए और नारेबाजी करने लगे। सोमवार शाम तक मांगों पर अड़े रहे और शव लेने से इनकार कर दिया।
इसके बाद मुर्दाघर पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी, सांसद रामचरण बोहरा, पार्षद लक्की माेरानी व सुनील पारवानी समेत अन्य लोग पहुंचे। जहां पर परनामी ने गुस्साए लोगों व परिजनों को कार्रवाई करने व मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद मृतक के परिजन पोस्टमार्टम कराने के लिए सहमत हो गए। भरत को उसकी मां ज्योति सोनू कहकर पुकारती थी। वह दोनों किराये के मकान में रहते थे। भरत पहले सिलाई का काम करता था।
दिव्यांग के आज पोस्टमार्टम से सामने आएगा सच
पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल के अनुसार दिव्यांग की डेड बॉडी पुलिस को शुक्रवार रात बड़ी चौपड़ के पास मिली थी। पुलिस उसे एसएमएस अस्पताल लेकर गई। उसी रात हमने 174 में मर्ग दर्ज कर लिया था। मृतक के परिजनों का पता नहीं था इसलिए तत्काल पोस्टपार्टम नहीं हो पाया।
रविवार को एक व्यक्ति की गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस को मिली। परिजनों को डेड बॉडी दिखाई। मृतक की पहचान भरत के रूप में हुई। परिजनों का कहना है कि उसकी मौत उपद्रव के दौरान हुई है, इसलिए मुआवजा दिया जाए। लेकिन मृतक के शरीर पर न तो किसी चोट के निशान हैं और न ही गोली का निशान है। परिजनों के सामने मृतक का मंगलवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा, इससे सामने आएगा कि उसकी मौत का कारण क्या रहा?