अलवर के शिवाजी पार्क में दिल दहलाने वाली घटना को अंजाम दिया गया है। यहां घर में सो रहे एक ही परिवार के 5 सदस्यों की धारदार हथियारों से गला काटकर निर्मम हत्या कर दी गई। मृतकों में 10 से 17 साल के चार बच्चे भी शामिल हैं। इस गंभीर वारदात और हमले की वजह का अभी तक कोई खुलासा नहीं हो पाया है।
प्रथम दृष्टया किसी विवाद को हत्या का कारण माना जा रहा है। इसके अलावा हत्या से पहले इन पांचों जनों को नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश करने की बातें भी सामने आ रही हैं। वारदात मकान नंबर 4 क 54 में हुई। इसमें कठूमर के गारू निवासी मुकेश व उनके भाई बनवारी लाल शर्मा का परिवार किराये पर रहता है। मुकेश पाली गए हुए हैं। घर पर बनवारी लाल (45), उनकी पत्नी संतोष, बेटा अमन, हिमेश उर्फ हैप्पी, अज्जू उर्फ लोकेश, मुकेश की पत्नी कविता व उनका बेटा अखिलेश उर्फ निक्की व विनय थे।
सोमवार रात बनवारी तीनों बेटों व भतीजे निक्की के साथ नीचे के कमरे में सो गया। पत्नी संतोष व कविता व विनय मकान की छत पर कमरे में सो गए। सुबह करीब 6 बजे कविता नींद से जागी तो वारदात का पता लगा।
प्रहार इतना तेज किया गया कि सभी की सांसनली कट गई
राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय के चार डॉक्टरों के मेडिकल बोर्ड ने शवों का पोस्टमार्टम किया। बोर्ड में शामिल ज्यूरिष्ट डॉ. जितेंद्र शेखर ने बताया कि पांचों के गले तेज धारदार हथियार से काटे गए हैं। सभी के गले में 8 से 10 सेमी के गहरे घाव बने हुए हैं। इस कारण सांस एवं भोजन नली तक कट गईं। सभी शवों के शरीर पर 8 से 10 अन्य गहरे घाव भी हैं।
3 ऐसे सवाल जिनको नहीं सुलझा पाई पुलिस
रंजिश को माना जा रहा है वजह
एसपी एसपी राहुल प्रकाश घटनास्थल पर पहुंचे। उन्हेंने कहा कि प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आ रही है कि पांचों की हत्या किसी रंजिश के कारण की गई है। शव जिस हालत मे मिले हैं, इससे ऐसा प्रतीत होता है कि पहले किसी ने पांचों को कोई जहरीला पदार्थ देकर बेहोश किया है। हत्यारों की तलाश व उन्हें चिह्नित करने के लिए पुलिस टीमें जुट गई हैं।
प्रथम दृष्टया किसी विवाद को हत्या का कारण माना जा रहा है। इसके अलावा हत्या से पहले इन पांचों जनों को नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश करने की बातें भी सामने आ रही हैं। वारदात मकान नंबर 4 क 54 में हुई। इसमें कठूमर के गारू निवासी मुकेश व उनके भाई बनवारी लाल शर्मा का परिवार किराये पर रहता है। मुकेश पाली गए हुए हैं। घर पर बनवारी लाल (45), उनकी पत्नी संतोष, बेटा अमन, हिमेश उर्फ हैप्पी, अज्जू उर्फ लोकेश, मुकेश की पत्नी कविता व उनका बेटा अखिलेश उर्फ निक्की व विनय थे।
सोमवार रात बनवारी तीनों बेटों व भतीजे निक्की के साथ नीचे के कमरे में सो गया। पत्नी संतोष व कविता व विनय मकान की छत पर कमरे में सो गए। सुबह करीब 6 बजे कविता नींद से जागी तो वारदात का पता लगा।
प्रहार इतना तेज किया गया कि सभी की सांसनली कट गई
राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय के चार डॉक्टरों के मेडिकल बोर्ड ने शवों का पोस्टमार्टम किया। बोर्ड में शामिल ज्यूरिष्ट डॉ. जितेंद्र शेखर ने बताया कि पांचों के गले तेज धारदार हथियार से काटे गए हैं। सभी के गले में 8 से 10 सेमी के गहरे घाव बने हुए हैं। इस कारण सांस एवं भोजन नली तक कट गईं। सभी शवों के शरीर पर 8 से 10 अन्य गहरे घाव भी हैं।
3 ऐसे सवाल जिनको नहीं सुलझा पाई पुलिस
- हत्यारे ने एक-एक कर 5 जानें ली होंगी तो पांचों में से किसी ने विरोध क्यों नहीं किया?
- पांच हत्याएं हो गईं। लेकिन न तो पड़ोसियों ने आवाज सुनी, न ही उसी घर के दूसरे कमरे में सो रही महिलाओं ने?
- पुलिस का डॉग घूम- फिरकर उसी घर में वापस आ जाता है, जहां हत्याएं हुईं। तो क्या हत्यारा घर का ही कोई सदस्य है?
रंजिश को माना जा रहा है वजह
एसपी एसपी राहुल प्रकाश घटनास्थल पर पहुंचे। उन्हेंने कहा कि प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आ रही है कि पांचों की हत्या किसी रंजिश के कारण की गई है। शव जिस हालत मे मिले हैं, इससे ऐसा प्रतीत होता है कि पहले किसी ने पांचों को कोई जहरीला पदार्थ देकर बेहोश किया है। हत्यारों की तलाश व उन्हें चिह्नित करने के लिए पुलिस टीमें जुट गई हैं।