Neem Ka Thana- ग्राम कांवट की ढाणी कड़वालों के वार्ड 18 व 19 में पिछले कई दिनों पेयजल समस्या बनी हुई है। इस ढाणी में उपसमिति जलग्रहण द्वारा सार्वजनिक टंकी बने होने के बावजूद भी लोग पानी के लिए झूझ रहे हैं। जलग्रहण के लिए टंकी का निर्माण तो कर दिया लेकिन इसमें में पानी नहीं भरने के कारण महिलाएं रात को कुएं से पानी लाने को मजबूर हैं।
महिलाओं ने बताया कि पानी की समस्या के बारे में जिम्मेदार अधिकारियों को बार बार अवगत कराने के बाद भी कोई सुनने वाला नहीं है।
रविवार को ढाणी की महिलाएं व बच्चों ने टंकी के सामने विरोध प्रदर्शन किया। जानकारी के मुताबिक ढाणी में पानी की समस्या को देखते हुए सरकारी योजना के अंर्तगत 2015 में टंकी का निर्माण करवाया गया था। टंकी से कुछ दूरी पर सरकारी ट्यूबवैल भी है।
ग्रामीणों के मुताबिक कुछ लोगों की मनमर्जी के कारण ट्यूबवैल को निजी कब्जे में लेकर टंकी में पानी भरने की बजाय खेती की जा रही है।
पंचायत व जिम्मेदार अधिकारियों को कई बार शिकायत दी गई, लेकिन प्रशासन आँख मूँद के चैन की बंसी बजा रहा है। ग्रामीणों को होने वाली समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। ढाणी में और कोई जल स्त्रोत भी नहीं है। गाँव का हैंडपंप भी कई महीनों से खराब पड़ा है।
पानी के लिए विरोध प्रदर्शन में शांति देवी, लच्छी देवी, लीला देवी, पूरणमल, दीपेंद्र सैनी, रोहिताश, महावीर प्रसाद, भगवानसहाय, रामचंद्र, कजोड़मल, किशन, सुलतान सहित वार्ड के कई लोग शामिल होकर कर जिम्मेदार अधिकारियों से शीघ्र सरकारी ट्यूबवैल से टंकी में पानी भरने की मांग की।
source- Neemkathana Bhaskar
महिलाओं ने बताया कि पानी की समस्या के बारे में जिम्मेदार अधिकारियों को बार बार अवगत कराने के बाद भी कोई सुनने वाला नहीं है।
रविवार को ढाणी की महिलाएं व बच्चों ने टंकी के सामने विरोध प्रदर्शन किया। जानकारी के मुताबिक ढाणी में पानी की समस्या को देखते हुए सरकारी योजना के अंर्तगत 2015 में टंकी का निर्माण करवाया गया था। टंकी से कुछ दूरी पर सरकारी ट्यूबवैल भी है।
ग्रामीणों के मुताबिक कुछ लोगों की मनमर्जी के कारण ट्यूबवैल को निजी कब्जे में लेकर टंकी में पानी भरने की बजाय खेती की जा रही है।
पंचायत व जिम्मेदार अधिकारियों को कई बार शिकायत दी गई, लेकिन प्रशासन आँख मूँद के चैन की बंसी बजा रहा है। ग्रामीणों को होने वाली समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। ढाणी में और कोई जल स्त्रोत भी नहीं है। गाँव का हैंडपंप भी कई महीनों से खराब पड़ा है।
पानी के लिए विरोध प्रदर्शन में शांति देवी, लच्छी देवी, लीला देवी, पूरणमल, दीपेंद्र सैनी, रोहिताश, महावीर प्रसाद, भगवानसहाय, रामचंद्र, कजोड़मल, किशन, सुलतान सहित वार्ड के कई लोग शामिल होकर कर जिम्मेदार अधिकारियों से शीघ्र सरकारी ट्यूबवैल से टंकी में पानी भरने की मांग की।