नीमकाथाना: महावा में आवंटित खनन पट्टों को निरस्त करने की मांग को लेकर शुक्रवार को महावा के ग्रामीणों ने कलेक्टर नरेश ठकराल व एसपी को ज्ञापन सौंपा। इसमें अवैध खनन व पुलिस द्वारा महिलाओं से बदसलूकी करने के आरोप लगाए हैं।
लोगों ने हैवी ब्लास्टिंग की शिकायत भी की है। आरोप है कि हैवी ब्लास्टिंग से मकानों में दरारें आ गई हैं। कई जगह छत की पट्टी भी टूट गई। यहां नियमों की अनदेखी कर खनन पट्टे जारी किए हैं। पुलिस कार्रवाई नहीं कर खनन में मदद कर रही है। मामले में जिम्मेदार अधिकारियों से शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है। इससे ग्रामीणों में रोष है।
गौरतलब है कि महावा में खनन को लेकर बुधवार को भी पुलिस व ग्रामीणों के बीच विवाद हुआ था। उसमें दो महिलाओं को पुलिस ने राजकार्य में बाधा डालने पर हिरासत में लिया था। ज्ञापन देने वालों में डीएसपी अधिकार दल के प्रदेशाध्यक्ष शिवभगवान सारड़ीवाल, महावीरसिंह तंवर, भीम सेना प्रदेश प्रमुख अनिल तिरदिया, जयसिंह तंवर, बलबीर बिगा, भवानीसिंह, सुभाष रोलन, उम्मेदसिंह, भीमसिंह, अजीतसिंह, किरण कंवर, गायत्री कंवर, श्रवण जांगिड़, सहित कई लोग शामिल थे।
बांध का पानी भी रोका
कलेक्टर को दिए गए ज्ञापन में लोगो ने खननकर्ताओं पर बांध का पानी रोकने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों के मुताबिक वन विभाग के सरकारी बांध में कचरा डालकर उसे रोक दिया। मामले में संबंधित विभाग को भी अवगत कराया गया है।
लोगों ने हैवी ब्लास्टिंग की शिकायत भी की है। आरोप है कि हैवी ब्लास्टिंग से मकानों में दरारें आ गई हैं। कई जगह छत की पट्टी भी टूट गई। यहां नियमों की अनदेखी कर खनन पट्टे जारी किए हैं। पुलिस कार्रवाई नहीं कर खनन में मदद कर रही है। मामले में जिम्मेदार अधिकारियों से शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है। इससे ग्रामीणों में रोष है।
गौरतलब है कि महावा में खनन को लेकर बुधवार को भी पुलिस व ग्रामीणों के बीच विवाद हुआ था। उसमें दो महिलाओं को पुलिस ने राजकार्य में बाधा डालने पर हिरासत में लिया था। ज्ञापन देने वालों में डीएसपी अधिकार दल के प्रदेशाध्यक्ष शिवभगवान सारड़ीवाल, महावीरसिंह तंवर, भीम सेना प्रदेश प्रमुख अनिल तिरदिया, जयसिंह तंवर, बलबीर बिगा, भवानीसिंह, सुभाष रोलन, उम्मेदसिंह, भीमसिंह, अजीतसिंह, किरण कंवर, गायत्री कंवर, श्रवण जांगिड़, सहित कई लोग शामिल थे।
बांध का पानी भी रोका
कलेक्टर को दिए गए ज्ञापन में लोगो ने खननकर्ताओं पर बांध का पानी रोकने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों के मुताबिक वन विभाग के सरकारी बांध में कचरा डालकर उसे रोक दिया। मामले में संबंधित विभाग को भी अवगत कराया गया है।