नीमकाथाना रोड पर गुरुवार रात को चोरों ने पुलिस थाने से केवल 100 मीटर दूर लगे ATM से सभी रूपये उड़ा गए। बदमाशो ने ATM के पासवर्ड लगाकर ड्रावर में रखे 17.50 लाख रुपए चोरी कर ले गए। पुलिस शुक्रवार सुबह जानकारी मिलने पर घटनास्थल पर पहुंची।
एसएचओ महेंद्र मीणा के मुताबिक गुरुवार रात करीब दो बजे बाद बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया। आराेपी टाटा इन्डीकैश कंपनी के एक ATM में पहुंचे। सबसे पहले अारोपियों ने सीसीटीवी कैमरों के के तार काट दिए। फिर पासवर्ड के जरिए एटीएम का कैश ड्रावर खोलकर उसमें रखें 17 लाख 41 हजार रुपए चुरा लिए।
वारदात के मौके पड़े एक ड्रावर में केवल पुलिस को दो हजार छह सौ रुपए मिले। एक कैश ड्रावर को रुपए निकालने के बाद धांधेला रोड पर फेंक दिया गया था।
जांच में सामने आया है कि एटीएम मे वारदात को अंजाम देने मे कंपनी कर्मचारी के होने की संभावना है। क्योंकि- एटीएम खोलने के लिए पासवर्ड का इस्तेमाल किया गया है।
मामले में पुलिस जांच में कंपनी कर्मचारी व अन्य शक के घेरे में आ गए है। जांच में सामने आया कि एटीएम पासवर्ड कर्मचारी शाहपुरा निवासी भवानी मीणा और कोटपूतली निवासी महबूब खां के पास थे। दोनों फरार हैं। पुलिस दोनों की तलाश कर रही है। देर रात पुलिस ने मामले में पांच संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।
कर्मचारी महबूब ने चाय वाले को 'बताया था पासवर्ड
भास्कर ने पड़ताल की तो महबूब ने बताया कि उसने कोटपूतली में चाय की दुकान चलाने वाले जीतू सैनी को पासवर्ड बताया था। जीतू सैनी ने बताया कि गुरुवार को आईआईटी करने वाले छात्र सुशील जागीड़ ने उसका मोबाइल देखा था।
पड़ताल में सामने आया जीतू व सुशील कर्मचारियों के साथ कभी कभी कैश लोड करने व रिपेयर के समय एटीएम पर जाते थे। इसलिए इन दोनों को भी एटीएम के बारे में नॉलेज था। हालांकि- पुलिस संदिग्ध मानकर इन लोगों की तलाश कर रही है। लेकिन पुलिस कोई नाम नहीं बता रही है।
एसएचओ महेंद्र मीणा के मुताबिक गुरुवार रात करीब दो बजे बाद बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया। आराेपी टाटा इन्डीकैश कंपनी के एक ATM में पहुंचे। सबसे पहले अारोपियों ने सीसीटीवी कैमरों के के तार काट दिए। फिर पासवर्ड के जरिए एटीएम का कैश ड्रावर खोलकर उसमें रखें 17 लाख 41 हजार रुपए चुरा लिए।
वारदात के मौके पड़े एक ड्रावर में केवल पुलिस को दो हजार छह सौ रुपए मिले। एक कैश ड्रावर को रुपए निकालने के बाद धांधेला रोड पर फेंक दिया गया था।
जांच में सामने आया है कि एटीएम मे वारदात को अंजाम देने मे कंपनी कर्मचारी के होने की संभावना है। क्योंकि- एटीएम खोलने के लिए पासवर्ड का इस्तेमाल किया गया है।
मामले में पुलिस जांच में कंपनी कर्मचारी व अन्य शक के घेरे में आ गए है। जांच में सामने आया कि एटीएम पासवर्ड कर्मचारी शाहपुरा निवासी भवानी मीणा और कोटपूतली निवासी महबूब खां के पास थे। दोनों फरार हैं। पुलिस दोनों की तलाश कर रही है। देर रात पुलिस ने मामले में पांच संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।
कर्मचारी महबूब ने चाय वाले को 'बताया था पासवर्ड
भास्कर ने पड़ताल की तो महबूब ने बताया कि उसने कोटपूतली में चाय की दुकान चलाने वाले जीतू सैनी को पासवर्ड बताया था। जीतू सैनी ने बताया कि गुरुवार को आईआईटी करने वाले छात्र सुशील जागीड़ ने उसका मोबाइल देखा था।
पड़ताल में सामने आया जीतू व सुशील कर्मचारियों के साथ कभी कभी कैश लोड करने व रिपेयर के समय एटीएम पर जाते थे। इसलिए इन दोनों को भी एटीएम के बारे में नॉलेज था। हालांकि- पुलिस संदिग्ध मानकर इन लोगों की तलाश कर रही है। लेकिन पुलिस कोई नाम नहीं बता रही है।