नीमकाथाना: ग्राम गुहाला के हंसनला धाम पर चल रहे 108 कुंडीय श्रीराम महायज्ञ में दो लाख से ज्यादा श्रद्धालु यज्ञशाला की परिक्रमा कर चुके हैं। यहां दिनभर श्रद्धालु यज्ञ परिक्रमा करते हैं। साथ ही सात दिनों में 216 जोड़ों ने यज्ञ में तीन लाख आहुतियां दी। यज्ञ की पूर्णाहुति 31 अक्टूबर को होगी।
उन्होंने कहा कि यज्ञ दो प्रकार के होते हैं। श्रोत व स्मार्त। अग्निहोत्र यज्ञ सभी को करना चाहिए। इससे वातावरण शुद्धि होता है। यज्ञ में विधायक शुभकरण चौधरी, आयोजन समिति अध्यक्ष मदनलाल भांवरिया, हरियाणा हाईकोर्ट के रीडर शिवम शर्मा, चला सरपंच बीरबल काजला, नृसिंहपुरी सरपंच गोपाल सैनी, सूबेदार मेजर बनवारीलाल सैनी सूरपुरा, आदि लोग मौजूद रहे।
31 साल लोक कल्याण के लिए लिया गया मौन साधना व्रत अब तोड़ेंगे
हंसनला धाम के मौनी बाबा 31 अक्टूबर महायज्ञ की पूर्णाहुति पर मौन साधना व्रत को तोड़ेंगे। अभी से भक्त उनके लिए प्रार्थनाएं कर रहे हैं। 60 वर्षीय मौनी महाराज 25 साल पहले नेपाल से यहां आए थे। भगेगा के गोपालदास महाराज ने उन्हें हंसनला धाम की गद्दी सौंपी थी।
216 जोड़ों ने घर पर गाय पालने का लिया संकल्प
गोपाष्टमी पर यज्ञाचार्यो ने महायज्ञ में बैठे 216 जोड़ों को गाय की सेवा का संकल्प दिलाया। और गुहाला की कृष्ण गोशाला को अार्थिक मदद की।
प्रतिदिन 15 हजार से ज्यादा श्रद्धालु भंडारे में प्रसादी लेते हैं
महायज्ञ में दिन-रात भंडारा लगा रहता है, जहां प्रतिदिन 15 हजार से ज्यादा भक्त पंगत प्रसादी लेते हैं। इउनकी सेवा में दर्जनों स्काउट व ग्रामीण कार्यकर्ता जुटे हैं। भंडारा आसपास के ग्रामीणों के सहयोग से लगा है।
राम कथा का समापन, सजाई गई झांकियां
नारायण मेमोरियल ट्रस्ट के संस्थापक मातादीन शर्मा व संतरादेवी चोटिया पचलंगी की स्मृति में महायज्ञ के दौरान राम कथा हुई। इसका समापन शनिवार को किया गया। कथा में भजनों पर महिलाओं ने नृत्य किया। संतों ने राम दरबार की झांकी की पूजा की। कथा में पिंड्या नागौर के संत रणजीतदास महाराज, संत मौनीदास बाबा, भामाशाह मुक्तिलाल सैनी, पूर्व सरपंच लाल यादव, नृसिंह पटेल आदि लोग मौजूद रहे।
source-neem ka thana bhaskar
शनिवार को 30 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने हंसनला धाम के बालाजी मंदिर में दर्शन किए। भक्तों ने पहाड़ी पर स्थित श्रीराम मंदिर व दुर्गा मंदिर में पूजा अर्चना की और मन्नतें मांगी। आचार्यडॉ. नरोत्तमलाल शास्त्री (पपूरना) ने यज्ञ की महत्ता बताई।उन्होंने कहा कि यज्ञ दो प्रकार के होते हैं। श्रोत व स्मार्त। अग्निहोत्र यज्ञ सभी को करना चाहिए। इससे वातावरण शुद्धि होता है। यज्ञ में विधायक शुभकरण चौधरी, आयोजन समिति अध्यक्ष मदनलाल भांवरिया, हरियाणा हाईकोर्ट के रीडर शिवम शर्मा, चला सरपंच बीरबल काजला, नृसिंहपुरी सरपंच गोपाल सैनी, सूबेदार मेजर बनवारीलाल सैनी सूरपुरा, आदि लोग मौजूद रहे।
31 साल लोक कल्याण के लिए लिया गया मौन साधना व्रत अब तोड़ेंगे
हंसनला धाम के मौनी बाबा 31 अक्टूबर महायज्ञ की पूर्णाहुति पर मौन साधना व्रत को तोड़ेंगे। अभी से भक्त उनके लिए प्रार्थनाएं कर रहे हैं। 60 वर्षीय मौनी महाराज 25 साल पहले नेपाल से यहां आए थे। भगेगा के गोपालदास महाराज ने उन्हें हंसनला धाम की गद्दी सौंपी थी।
216 जोड़ों ने घर पर गाय पालने का लिया संकल्प
गोपाष्टमी पर यज्ञाचार्यो ने महायज्ञ में बैठे 216 जोड़ों को गाय की सेवा का संकल्प दिलाया। और गुहाला की कृष्ण गोशाला को अार्थिक मदद की।
प्रतिदिन 15 हजार से ज्यादा श्रद्धालु भंडारे में प्रसादी लेते हैं
महायज्ञ में दिन-रात भंडारा लगा रहता है, जहां प्रतिदिन 15 हजार से ज्यादा भक्त पंगत प्रसादी लेते हैं। इउनकी सेवा में दर्जनों स्काउट व ग्रामीण कार्यकर्ता जुटे हैं। भंडारा आसपास के ग्रामीणों के सहयोग से लगा है।
राम कथा का समापन, सजाई गई झांकियां
नारायण मेमोरियल ट्रस्ट के संस्थापक मातादीन शर्मा व संतरादेवी चोटिया पचलंगी की स्मृति में महायज्ञ के दौरान राम कथा हुई। इसका समापन शनिवार को किया गया। कथा में भजनों पर महिलाओं ने नृत्य किया। संतों ने राम दरबार की झांकी की पूजा की। कथा में पिंड्या नागौर के संत रणजीतदास महाराज, संत मौनीदास बाबा, भामाशाह मुक्तिलाल सैनी, पूर्व सरपंच लाल यादव, नृसिंह पटेल आदि लोग मौजूद रहे।