नीमकाथाना: ग्राम गोरधनपुरा में शनिवार को एक ईंट-भट्टेके समीप बनी झुग्गी में आग लग गई। इसमें दो मासूम बाल-बाल बचे। हादसे के दौरान दोनों मासूम झुग्गी के अंदर थे। यहां गैस सिलेंडर ने भी आग पकड़ ली। ग्रामीणों ने जलते सिलेंडर को बाहर निकालकर उसे खुले में फेंका। इससे बड़ा हादसा टल गया। आग से घरेलू सामान जल गया। दमकल की मदद से आग पर काबू पाया गया।
जानकारी के मुताबिक गोरधनपुरा में आबादी के समीप ही ईंट-भट्टे हैं। वहां काम करने वाले लोग झुग्गी बनाकर रहते हैं। यहां सुबह मजदूर सतपाल की झुग्गी में भट्टेकी चिंगारी से आग लग गई। उस दौरान मजूदर भट्टे पर काम कर रहे थे।
अचानक धुंआ उठता देखा। सभी दौड़े और आग बुझाने में जुट गए। उसी दौरान झुग्गी में रखे दो गैस सिलेंडर ने आग पकड़ ली। दमकल की मदद से आग पर काबू पाया गया। आग से कपड़े, टीवी व नकदी जल गई। करीब 70 हजार का नुकसान हुआ है। इस दौरान लोगों की भीड़ जमा हो गई।
आगजनी के दौरान मजदूर परिवार के दो बच्चे झुग्गी के अंदर थे जो आग की लपटें उठती देखकर बाहर निकल आए। इससे बड़ा हादसा टल गया। इस दौरान पीड़ित परिवार की एक महिला की तबीयत बिगड़ गई। उसे यहां अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों के मुताबकि महिला तपन के नजदीक गई। इससे शरीर में जलन हुई है।
आग बुझाने में गोरधनपुरा के छह पूर्व सैनिकों ने मदद की। उनकी सुझबूझ से आग दूसरी झुग्गियों तक नही पहुंची।
अतिक्रमण को लेकर विवाद हुआ :
आगजनी की घटना पर गोरधनपुरा पहुंचे एसडीएम जेपी गौड़ के सामने लोगों ने गोचर भूमि के अतिक्रमण की शिकायत की, तभी यहां दो पक्षों विवाद की स्थिति बन गई। एसडीएम व पुलिस ने समझाइश कर मामला शांत कराया।
दरअसल गोरधनपुरा में अतिक्रमण बड़ी समस्या है। यहां लोगों ने गोचर भूमि पर पक्का निर्माण कर लिया। इसकी शिकायत कई बार अधिकारियों से की, लेकिन समाधान नहीं हुआ। इससे लोगो में रोष है।
जानकारी के मुताबिक गोरधनपुरा में आबादी के समीप ही ईंट-भट्टे हैं। वहां काम करने वाले लोग झुग्गी बनाकर रहते हैं। यहां सुबह मजदूर सतपाल की झुग्गी में भट्टेकी चिंगारी से आग लग गई। उस दौरान मजूदर भट्टे पर काम कर रहे थे।
अचानक धुंआ उठता देखा। सभी दौड़े और आग बुझाने में जुट गए। उसी दौरान झुग्गी में रखे दो गैस सिलेंडर ने आग पकड़ ली। दमकल की मदद से आग पर काबू पाया गया। आग से कपड़े, टीवी व नकदी जल गई। करीब 70 हजार का नुकसान हुआ है। इस दौरान लोगों की भीड़ जमा हो गई।
आगजनी के दौरान मजदूर परिवार के दो बच्चे झुग्गी के अंदर थे जो आग की लपटें उठती देखकर बाहर निकल आए। इससे बड़ा हादसा टल गया। इस दौरान पीड़ित परिवार की एक महिला की तबीयत बिगड़ गई। उसे यहां अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों के मुताबकि महिला तपन के नजदीक गई। इससे शरीर में जलन हुई है।
आग बुझाने में गोरधनपुरा के छह पूर्व सैनिकों ने मदद की। उनकी सुझबूझ से आग दूसरी झुग्गियों तक नही पहुंची।
अतिक्रमण को लेकर विवाद हुआ :
आगजनी की घटना पर गोरधनपुरा पहुंचे एसडीएम जेपी गौड़ के सामने लोगों ने गोचर भूमि के अतिक्रमण की शिकायत की, तभी यहां दो पक्षों विवाद की स्थिति बन गई। एसडीएम व पुलिस ने समझाइश कर मामला शांत कराया।
दरअसल गोरधनपुरा में अतिक्रमण बड़ी समस्या है। यहां लोगों ने गोचर भूमि पर पक्का निर्माण कर लिया। इसकी शिकायत कई बार अधिकारियों से की, लेकिन समाधान नहीं हुआ। इससे लोगो में रोष है।