Education: Central Board Of Secondary Education (CBSE) ने स्टूडेंट्स के लिए 10वीं में बोर्ड लागू कर दिया है। अब होम एग्जाम का विकल्प खत्म हो चुका है। इस सत्र की दसवीं बोर्ड की परीक्षाएँ मार्च 2018 में होगी।
इस स्कीम के अंतर्गत दसवीं के सभी विषयों के सैम्पल पेपर्स जारी किए गए हैं और पेपर्स को सॉल्व भी किया गया है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक इसका पॉजिटिव असर रहेगा क्योंकि जो स्टूडेंट्स पूरा सवाल छोड़ दिया करते थे, अब वे कम से कम उतनी स्टेप जरूर सॉल्व करेंगे, जितनी उन्हें आती है।
स्टूडेंट्स जितनी स्टेप लिखेंगे उतने अंक उन्हेंं मिल जाएंगे। यानी किसी स्टेप को हल करने का आधा अंक या एक अंक है तो उन्हें यह अंक मिल जाएगा, इस तरह स्टूडेंट्स को कोई सवाल बिना हल किए नहीं छोड़ना पड़ेगा। हर स्टेप के कितने अंक होते हैं, यह जानकारी अब तक सिर्फ एग्जामिनर के पास होती थी, लेकिन पहली बार यह स्टूडेंट्स के साथ शेयर की गई है।
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सीबीएसई बोर्ड ने स्टूडेंट्स की मदद के लिए पहली बार मार्किंग स्कीम के साथ स्टेप-बाय-स्टेप अंक भी जारी किए हैं। आसान भाषा में कहें तो हर सवाल में कितनी स्टेप और हर स्टेप के कितने अंक निर्धारित होंगे, यह स्कीम भी जारी कर दी गई है।इस स्कीम के अंतर्गत दसवीं के सभी विषयों के सैम्पल पेपर्स जारी किए गए हैं और पेपर्स को सॉल्व भी किया गया है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक इसका पॉजिटिव असर रहेगा क्योंकि जो स्टूडेंट्स पूरा सवाल छोड़ दिया करते थे, अब वे कम से कम उतनी स्टेप जरूर सॉल्व करेंगे, जितनी उन्हें आती है।
स्टूडेंट्स जितनी स्टेप लिखेंगे उतने अंक उन्हेंं मिल जाएंगे। यानी किसी स्टेप को हल करने का आधा अंक या एक अंक है तो उन्हें यह अंक मिल जाएगा, इस तरह स्टूडेंट्स को कोई सवाल बिना हल किए नहीं छोड़ना पड़ेगा। हर स्टेप के कितने अंक होते हैं, यह जानकारी अब तक सिर्फ एग्जामिनर के पास होती थी, लेकिन पहली बार यह स्टूडेंट्स के साथ शेयर की गई है।