नीमकाथाना-
कपिल अस्पताल नीमकथाना में मानवता एक बार फिर हुई शर्मशार। कपिल अस्पताल में प्रसव पीड़ा झेल रही बहू को लेकर वृद्ध सास करीब चार घंटे तक घूमती रही, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। परेशान महिला ने दर्द से तड़पती बहु को देखकर हंगामा खड़ा कर दिया।
कार्यवाहक पीएमओ धमेंद्र यादव व एसडीएम जेपी गौड़ तक को गुहार लगाई। अस्पताल के डॉक्टर्स क्वार्टर में मौजूद डॉ.रणजीत जाखड़ के मौजूद होने की सूचना पर परिजन व वृद्ध सास वहां पहुंच गए। करीब दस मिनट तक मिन्नत करने के बाद भी डॉक्टरों का दिल नहीं पसीजा और वे नहीं माने।
डॉ.जाखड़ ने हड़ताल पर होना बताकर महिला को प्रसव के लिए निजी अस्पताल ले जाने की सीख दे डाली। निजी अस्पताल में रियायत दिलाने का भरोसा भी दिया।
बाद में परेशान महिला अपनी बहु को प्रसव के लिए निजी अस्पताल ले गई। झुंझुनूं के नवरंगपुरा निवासी ममता को परिजन प्रसव के लिए तड़के अस्पताल लाए थे। अस्पताल खुलने का इंतजार करते रहे। नर्सिंग स्टाफ ने भी प्रसूता को भर्ती नहीं किया तो परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया।
तहसीलदार सरदार सिंह गिल ने अस्पताल में कार्मिकों को कहा कि मरीजों की परेशानी भी समझे। कार्यवाहक पीएमओ धमेंद्र यादव से भी मिले। उनके पहुंचने से पहले ही प्रसव पीड़ा को परिजन निजी अस्पताल ले गए थे।
6 दिन का बच्चा निमोनिया से पीड़ित, मजबूर पिता को निजी अस्पताल ले जाकर महंगा इलाज कराना पड़ा
जनाना अस्पताल में मंगलवार दोपहर रतनगढ़ से रैफर होकर आए छह दिन के बच्चे को निमानिया होने के चलते उसे वहां से रैफर कर दिया गया। बच्चे के पिता सरजीतसिंह व माता विनोद कंवर उसे जनाना अस्पताल लेकर आए। बच्चे को यहां से डॉक्टर नहीं होने की बात कहकर वापस भेज दिया गया। पिता सरजीतसिंह ने बताया कि बच्चे को जैन चाइल्ड अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
कपिल अस्पताल नीमकथाना में मानवता एक बार फिर हुई शर्मशार। कपिल अस्पताल में प्रसव पीड़ा झेल रही बहू को लेकर वृद्ध सास करीब चार घंटे तक घूमती रही, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। परेशान महिला ने दर्द से तड़पती बहु को देखकर हंगामा खड़ा कर दिया।
कार्यवाहक पीएमओ धमेंद्र यादव व एसडीएम जेपी गौड़ तक को गुहार लगाई। अस्पताल के डॉक्टर्स क्वार्टर में मौजूद डॉ.रणजीत जाखड़ के मौजूद होने की सूचना पर परिजन व वृद्ध सास वहां पहुंच गए। करीब दस मिनट तक मिन्नत करने के बाद भी डॉक्टरों का दिल नहीं पसीजा और वे नहीं माने।
डॉ.जाखड़ ने हड़ताल पर होना बताकर महिला को प्रसव के लिए निजी अस्पताल ले जाने की सीख दे डाली। निजी अस्पताल में रियायत दिलाने का भरोसा भी दिया।
बाद में परेशान महिला अपनी बहु को प्रसव के लिए निजी अस्पताल ले गई। झुंझुनूं के नवरंगपुरा निवासी ममता को परिजन प्रसव के लिए तड़के अस्पताल लाए थे। अस्पताल खुलने का इंतजार करते रहे। नर्सिंग स्टाफ ने भी प्रसूता को भर्ती नहीं किया तो परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया।
तहसीलदार सरदार सिंह गिल ने अस्पताल में कार्मिकों को कहा कि मरीजों की परेशानी भी समझे। कार्यवाहक पीएमओ धमेंद्र यादव से भी मिले। उनके पहुंचने से पहले ही प्रसव पीड़ा को परिजन निजी अस्पताल ले गए थे।
6 दिन का बच्चा निमोनिया से पीड़ित, मजबूर पिता को निजी अस्पताल ले जाकर महंगा इलाज कराना पड़ा
जनाना अस्पताल में मंगलवार दोपहर रतनगढ़ से रैफर होकर आए छह दिन के बच्चे को निमानिया होने के चलते उसे वहां से रैफर कर दिया गया। बच्चे के पिता सरजीतसिंह व माता विनोद कंवर उसे जनाना अस्पताल लेकर आए। बच्चे को यहां से डॉक्टर नहीं होने की बात कहकर वापस भेज दिया गया। पिता सरजीतसिंह ने बताया कि बच्चे को जैन चाइल्ड अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।