कल्याणुपरा-थोई निवासी सुल्तान सिंह की सीने में दर्द होने से ट्रेन में हुई मौत
नीमकाथाना न्यूज़- कल्याणपुरा थोई निवासी सुल्तान सिंह (54) पुत्र हरदेवा राम की गांव आते समय ट्रेन में अचानक सीने में दर्द होने के बाद ट्रेन में ही मौत हो गई। पार्थिव देह शनिवार शाम चार बजे पैतृक गांव पहुंची।
सूचना लगते ही गांव में शोक छा गया तथा बाजार बंद हो गए। 20 वर्षीय इकलौते पुत्र प्रवेन्द्र ने मुखाग्नि दी तो लोगों की आंखें नम हो गई। लोगों ने भारत माता की जय एवं सुल्तान सिंह अमर रहे के नारे लगाए।
अंतिम यात्रा में एसडीएम श्रीमाधोपुर बह्मलाल जाट, डीएसपी राजेन्द्र बेनीवाल, थाना प्रभारी सोहन सिंह, जयपुर से आई सेना की 69 बटालियन ने सबइंस्पेक्टर खेमराज मीणा के नेतृत्व सलामी दी।
जानकारी के अनुसार सुल्तान सिंह पुत्र हरदेवाराम साईं 1993 में 137वीं बीएसएफ बटालियन में भर्ती हुए थे। सुल्तान सिंह छुट्टी लेकर जम्मू कश्मीर से अपने गांव पूजा एक्प्रेस में आ रहे थे कि रास्ते में अचानक सीने में दर्द आ गया और उनकी ट्रेन में मौत हो गई। इसकी जानकारी उनके साथी ने परिजनों को दी।
उनका पार्थिव शरीर राजगढ़ चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया गया। शनिवार को पोस्टमार्टम कर शव परिजनों के सुपुर्द किया गया।
बेटियों ने कंधा दिया तो नम हो गई लोगों की आंखें :
जवान सुल्तान सिंह की दोनों बेटियां नेहा व प्रमीला ने घर से श्मशान घाट तक पिता को कंधा दिया। यह देखकर ग्रामीणों व अधिकारियों की आंखें नम हो गई। इधर, पत्नी नान्छी देवी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
जवान के बेटे को सौंपा तिरंगा:
जयपुर से आई बीएसएफ की 69 बटालियन ने जवान के बेटे को राष्ट्रीय ध्वज भेंट किया और 15 अगस्त व 26 जनवरी को घर पर लगाने के लिए कहा। कहा, तुम्हारे पिता की यही निशानी है, इसे संभाल कर रखना।
नीमकाथाना न्यूज़- कल्याणपुरा थोई निवासी सुल्तान सिंह (54) पुत्र हरदेवा राम की गांव आते समय ट्रेन में अचानक सीने में दर्द होने के बाद ट्रेन में ही मौत हो गई। पार्थिव देह शनिवार शाम चार बजे पैतृक गांव पहुंची।
सूचना लगते ही गांव में शोक छा गया तथा बाजार बंद हो गए। 20 वर्षीय इकलौते पुत्र प्रवेन्द्र ने मुखाग्नि दी तो लोगों की आंखें नम हो गई। लोगों ने भारत माता की जय एवं सुल्तान सिंह अमर रहे के नारे लगाए।
अंतिम यात्रा में एसडीएम श्रीमाधोपुर बह्मलाल जाट, डीएसपी राजेन्द्र बेनीवाल, थाना प्रभारी सोहन सिंह, जयपुर से आई सेना की 69 बटालियन ने सबइंस्पेक्टर खेमराज मीणा के नेतृत्व सलामी दी।
जानकारी के अनुसार सुल्तान सिंह पुत्र हरदेवाराम साईं 1993 में 137वीं बीएसएफ बटालियन में भर्ती हुए थे। सुल्तान सिंह छुट्टी लेकर जम्मू कश्मीर से अपने गांव पूजा एक्प्रेस में आ रहे थे कि रास्ते में अचानक सीने में दर्द आ गया और उनकी ट्रेन में मौत हो गई। इसकी जानकारी उनके साथी ने परिजनों को दी।
उनका पार्थिव शरीर राजगढ़ चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया गया। शनिवार को पोस्टमार्टम कर शव परिजनों के सुपुर्द किया गया।
बेटियों ने कंधा दिया तो नम हो गई लोगों की आंखें :
जवान सुल्तान सिंह की दोनों बेटियां नेहा व प्रमीला ने घर से श्मशान घाट तक पिता को कंधा दिया। यह देखकर ग्रामीणों व अधिकारियों की आंखें नम हो गई। इधर, पत्नी नान्छी देवी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
जवान के बेटे को सौंपा तिरंगा:
जयपुर से आई बीएसएफ की 69 बटालियन ने जवान के बेटे को राष्ट्रीय ध्वज भेंट किया और 15 अगस्त व 26 जनवरी को घर पर लगाने के लिए कहा। कहा, तुम्हारे पिता की यही निशानी है, इसे संभाल कर रखना।