थोई- बिजली कनेक्शन काटने के लिए खंभे पर चढ़े युवक की करंट लगने से मौत के मामले में मांगें मानने और लाइन मैन को निलंबित करने पर आठ घंटे बाद ग्रामीणों ने धरना हटाया। जानकारी के अनुसार बाबूलाल पुत्र हनुमानराम यादव निवासी ढाणी दहकी प्रीतमपुरी की शनिवार को करंट लगने से मौके पर ही मौत हो गई।
लाइन मैन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अन्य मांगों को लेकर ग्रामीणों व युवक के परिजनों ने शुक्रवार सुबह 11 बजे शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। विरोध के चार घंटे बाद भी मौके पर कोई अधिकारी नहीं आने से ग्रामीणों में आक्रोश हो गया और मुआवजे सहित अन्य मांगों को लेकर थोई सीएचसी में बैठे गए।
पंचायत समिति सदस्य नीमकाथाना एडवोकेट दीपक नेहरा ने बताया कि निगम कर्मचारी के गैरजिम्मेदारी से कार्य करने के कारण बाबूलाल की मृत्यु हो गई। परिवार में बाबूलाल ही कमाने वाला था। उसके दो पुत्र हैं। ग्रामीणों व परिजनों ने मृतक के पुत्र को सरकारी नौकरी देने, परिजनों को बिजली निगम द्वारा 20 लाख रुपए का मुआवजादेने, मुख्यमंत्री सहायता कोष से मृतक के परिजनों को 10 लाख की आर्थिक सहायता देने, दोषी कर्मचारी व अधिकारियों को निलंबित करने आदि की मांग की।
मौके पर नीमकाथाना तहसीलदार सरदार सिंह गिल, रींगस सीओ राजेंद्र सिंह बेनीवाल, थोई थाना अधिकारी बाबूलाल मय जाब्ते के उपस्थित रहे, लेकिन सहमति नहीं बनने से ग्रामीण मौके पर ही बैठे रहे। शाम सात बजे निगम के अधिकारियों ने मांगें मानी।
सीओ रींगस राजेंद्र बेनीवाल ने घोषणा की कि पांच लाख रुपए बिजल निगम से, पांच लाख रुपए मुख्यमंत्री सहायता कोष से, सरकारी नौकरी का आश्वासन, दोषी कर्मचारी लाइन मैन कृष्ण कुमार को निलंबित करने का आश्वासन दिया। इस पर ग्रामीण व परिजन मान गए।
रविवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव पुलिस परिजनों के सुपुर्द करेगी। धरना प्रदर्शन में ओमप्रकाश यादव, कैलाश सामोता, दीपक नेहरा, प्रीतमपुरी सरपंच भोलाराम लांबा, अर्जुनलाल सैनी, सुभाषचंद्र, रतनलाल, बनवारी लाल, ताराचंद व सुरेश यादव मौजूद थे।
लाइन मैन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अन्य मांगों को लेकर ग्रामीणों व युवक के परिजनों ने शुक्रवार सुबह 11 बजे शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। विरोध के चार घंटे बाद भी मौके पर कोई अधिकारी नहीं आने से ग्रामीणों में आक्रोश हो गया और मुआवजे सहित अन्य मांगों को लेकर थोई सीएचसी में बैठे गए।
पंचायत समिति सदस्य नीमकाथाना एडवोकेट दीपक नेहरा ने बताया कि निगम कर्मचारी के गैरजिम्मेदारी से कार्य करने के कारण बाबूलाल की मृत्यु हो गई। परिवार में बाबूलाल ही कमाने वाला था। उसके दो पुत्र हैं। ग्रामीणों व परिजनों ने मृतक के पुत्र को सरकारी नौकरी देने, परिजनों को बिजली निगम द्वारा 20 लाख रुपए का मुआवजादेने, मुख्यमंत्री सहायता कोष से मृतक के परिजनों को 10 लाख की आर्थिक सहायता देने, दोषी कर्मचारी व अधिकारियों को निलंबित करने आदि की मांग की।
मौके पर नीमकाथाना तहसीलदार सरदार सिंह गिल, रींगस सीओ राजेंद्र सिंह बेनीवाल, थोई थाना अधिकारी बाबूलाल मय जाब्ते के उपस्थित रहे, लेकिन सहमति नहीं बनने से ग्रामीण मौके पर ही बैठे रहे। शाम सात बजे निगम के अधिकारियों ने मांगें मानी।
सीओ रींगस राजेंद्र बेनीवाल ने घोषणा की कि पांच लाख रुपए बिजल निगम से, पांच लाख रुपए मुख्यमंत्री सहायता कोष से, सरकारी नौकरी का आश्वासन, दोषी कर्मचारी लाइन मैन कृष्ण कुमार को निलंबित करने का आश्वासन दिया। इस पर ग्रामीण व परिजन मान गए।
रविवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव पुलिस परिजनों के सुपुर्द करेगी। धरना प्रदर्शन में ओमप्रकाश यादव, कैलाश सामोता, दीपक नेहरा, प्रीतमपुरी सरपंच भोलाराम लांबा, अर्जुनलाल सैनी, सुभाषचंद्र, रतनलाल, बनवारी लाल, ताराचंद व सुरेश यादव मौजूद थे।