शहीद प्रतिमा के लिए जमीन देने व नामकरण का मामला : आज वीरांगना क्रमिक अनशन पर, सोमवार को पिता करेंगे भूख हड़ताल
नीमकाथाना न्यूज़- शहीद सम्मान बचाओ संघर्ष समिति द्वारा पांच सूत्रीय मांगों को लेकर चल रहा क्रमिक अनशन,सदबुद्धि यज्ञ व धरना शनिवार को भी जारी रहा। संघर्ष समिति द्वारा रामलीला मैदान से पालिकाध्यक्ष त्रिलोक दीवान के पुतले की शवयात्रा निकाली। विरोध रैली में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
शहीद रामकुमार गुर्जर के स्मारक पर फूल मालाएं चढ़ाकर विरोध रैली शुरू की गई। विभिन्न संगठनों के लोग कांग्रेस पार्षदों द्वारा बहुमत से शहीद प्रतिमा लगाने का प्रस्ताव खारिज करने से नाराज थे। इस फैसले के खिलाफ नारेबाजी करते हुए युवकों ने विरोध दर्ज कराया। पुतले को पीटते हुए पालिका कार्यालय लेकर पहुंचे।
खेतड़ी मोड पर शहीदे आजम भगतसिंह को श्रद्धांजलि दी गई। बाद में पालिका कार्यालय के सामने नारेबाजी कर पुतला फूंका गया। युवाओं ने पांच सूत्रीय मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन को तेज करने की चेतावनी दी है।
सभा को इंजीनियर धर्मपाल गुर्जर, यादव समाज अध्यक्ष संजय यादव, कर्ण सिंह तंवर बोपिया, जिप सदस्य प्रवीण जाखड़, रामरतन यादव, पाटन पंस में विपक्ष के नेता सुरेश यादव, सरपंच विनोद जाखड़, गोपाल सैनी, राजपाल डोई, शहीद पिता सांवल राम यादव व रामस्वरूप यादव ने संबोधित किया।
पुतले की शवयात्रा व विरोध रैली में सुरेश गुर्जर, राजू गुर्जर, राकेश नटवाडिया, राजेश बाजिया, महावीरप्रसाद, सुंदर पहलवान, कृष्ण मांडिया, मनोज यादव, राहुल यादव, भूपसिंह यादव, हवासिंह अवाना, मालाराम वर्मा, सतवीर गुर्जर, सुग्गाराम यादव, सुनील शर्मा, मोहनचंद पटवारी आदि लोग शामिल हुए। सभा के बाद सदबुद्धि यज्ञ में पालिकाध्यक्ष व पार्षदों को सदबुद्धि के लिए आहुतियां डाली गई।
शहीद पिता सांवल राम यादव ने बताया कि रविवार को शहीद विरांगना कविता रानी के नेतृत्व में शहीद सुनिल यादव की विरांगना कांता यादव अपने बच्चों के साथ क्रमिक अनशन पर बैठेगी। सोमवार को शहीद पिता सांवल राम यादव व सुग्गाराम यादव पांच सूत्रीय मांग पर भूख हड़ताल शुरू करेंगे।
बाजौर ने कहा-पालिकाध्यक्ष शहीदों के सम्मान में फैसला करें
सैनिक कल्याण सलाहकार समिति अध्यक्ष एवं विधायक प्रेमसिंह बाजौर ने कहा कि पालिकाध्यक्ष त्रिलोक दीवान को शहीदों के सम्मान के लिए शीघ्र फैसला करना चाहिए। जिससे शहीद परिवार अच्छी प्रतिमा लगा सके। राज्य सरकार सैनिकों व शहीदों के सम्मान के लिए काम कर रही है। पालिकाध्यक्ष को भी इसमें सहयोग करना चाहिए। ऐसे फैसले नहीं करें जिससे शांति व्यवस्था का सवाल खड़ा हो।
बाजौर ने कहा कि पालिकाध्यक्ष को शहीदों के अपमान का नतीजा भुगतना होगा। इस मौके पर नपा में विपक्ष के नेता महेन्द्र गोयल, भाजपा पार्षद व कई संगठनों के लोग मौजूद थे। इस मौके पर संघर्ष समिति ने बाजौर को मांग पत्र के साथ नियमों के पत्र सौंपे। विरोध सभा में पांच सूत्रीय मांग पर क्रमिक अनशन कर रहे शहीद पिता सांवलराम यादव की आंखें झलक आई।
शहीद रामकुमार गुर्जर के पुत्र इंजीनियर धर्मपाल गुर्जर ने यादव को संघर्ष में पूरा साथ देने का भरोसा दिलाया। शहीद पिता सांवलराम यादव ने कहा कि पहले बेटे की शहादत के लिए लंबा संघर्ष किया। अब स्मारक स्थल के लिए पालिका प्रशासन शहीद का अपमान कर रहा है।
देश में शहीद स्मारक के लिए प्रस्ताव खारिज करने का मामला कहीं नहीं हुआ। यादव ने कहा उनका आंदोलन पांच सूत्रीय मांग पूरी नहीं होने तक जारी रहेगा। राज्य सरकार से भी मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की गई।
नीमकाथाना न्यूज़- शहीद सम्मान बचाओ संघर्ष समिति द्वारा पांच सूत्रीय मांगों को लेकर चल रहा क्रमिक अनशन,सदबुद्धि यज्ञ व धरना शनिवार को भी जारी रहा। संघर्ष समिति द्वारा रामलीला मैदान से पालिकाध्यक्ष त्रिलोक दीवान के पुतले की शवयात्रा निकाली। विरोध रैली में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
शहीद रामकुमार गुर्जर के स्मारक पर फूल मालाएं चढ़ाकर विरोध रैली शुरू की गई। विभिन्न संगठनों के लोग कांग्रेस पार्षदों द्वारा बहुमत से शहीद प्रतिमा लगाने का प्रस्ताव खारिज करने से नाराज थे। इस फैसले के खिलाफ नारेबाजी करते हुए युवकों ने विरोध दर्ज कराया। पुतले को पीटते हुए पालिका कार्यालय लेकर पहुंचे।
खेतड़ी मोड पर शहीदे आजम भगतसिंह को श्रद्धांजलि दी गई। बाद में पालिका कार्यालय के सामने नारेबाजी कर पुतला फूंका गया। युवाओं ने पांच सूत्रीय मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन को तेज करने की चेतावनी दी है।
सभा को इंजीनियर धर्मपाल गुर्जर, यादव समाज अध्यक्ष संजय यादव, कर्ण सिंह तंवर बोपिया, जिप सदस्य प्रवीण जाखड़, रामरतन यादव, पाटन पंस में विपक्ष के नेता सुरेश यादव, सरपंच विनोद जाखड़, गोपाल सैनी, राजपाल डोई, शहीद पिता सांवल राम यादव व रामस्वरूप यादव ने संबोधित किया।
पुतले की शवयात्रा व विरोध रैली में सुरेश गुर्जर, राजू गुर्जर, राकेश नटवाडिया, राजेश बाजिया, महावीरप्रसाद, सुंदर पहलवान, कृष्ण मांडिया, मनोज यादव, राहुल यादव, भूपसिंह यादव, हवासिंह अवाना, मालाराम वर्मा, सतवीर गुर्जर, सुग्गाराम यादव, सुनील शर्मा, मोहनचंद पटवारी आदि लोग शामिल हुए। सभा के बाद सदबुद्धि यज्ञ में पालिकाध्यक्ष व पार्षदों को सदबुद्धि के लिए आहुतियां डाली गई।
शहीद पिता सांवल राम यादव ने बताया कि रविवार को शहीद विरांगना कविता रानी के नेतृत्व में शहीद सुनिल यादव की विरांगना कांता यादव अपने बच्चों के साथ क्रमिक अनशन पर बैठेगी। सोमवार को शहीद पिता सांवल राम यादव व सुग्गाराम यादव पांच सूत्रीय मांग पर भूख हड़ताल शुरू करेंगे।
बाजौर ने कहा-पालिकाध्यक्ष शहीदों के सम्मान में फैसला करें
सैनिक कल्याण सलाहकार समिति अध्यक्ष एवं विधायक प्रेमसिंह बाजौर ने कहा कि पालिकाध्यक्ष त्रिलोक दीवान को शहीदों के सम्मान के लिए शीघ्र फैसला करना चाहिए। जिससे शहीद परिवार अच्छी प्रतिमा लगा सके। राज्य सरकार सैनिकों व शहीदों के सम्मान के लिए काम कर रही है। पालिकाध्यक्ष को भी इसमें सहयोग करना चाहिए। ऐसे फैसले नहीं करें जिससे शांति व्यवस्था का सवाल खड़ा हो।
बाजौर ने कहा कि पालिकाध्यक्ष को शहीदों के अपमान का नतीजा भुगतना होगा। इस मौके पर नपा में विपक्ष के नेता महेन्द्र गोयल, भाजपा पार्षद व कई संगठनों के लोग मौजूद थे। इस मौके पर संघर्ष समिति ने बाजौर को मांग पत्र के साथ नियमों के पत्र सौंपे। विरोध सभा में पांच सूत्रीय मांग पर क्रमिक अनशन कर रहे शहीद पिता सांवलराम यादव की आंखें झलक आई।
शहीद रामकुमार गुर्जर के पुत्र इंजीनियर धर्मपाल गुर्जर ने यादव को संघर्ष में पूरा साथ देने का भरोसा दिलाया। शहीद पिता सांवलराम यादव ने कहा कि पहले बेटे की शहादत के लिए लंबा संघर्ष किया। अब स्मारक स्थल के लिए पालिका प्रशासन शहीद का अपमान कर रहा है।
देश में शहीद स्मारक के लिए प्रस्ताव खारिज करने का मामला कहीं नहीं हुआ। यादव ने कहा उनका आंदोलन पांच सूत्रीय मांग पूरी नहीं होने तक जारी रहेगा। राज्य सरकार से भी मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की गई।