विभाग-डाटा मैच होने से आ रही है आधार पंजीयन की समस्या, दिल्ली से होगा समाधान
नीमकाथाना- दरीबा निवासी शंकरसिंह का आधार कार्ड नहीं बनने से वह सात साल से परेशान है। उसने आठ बार प्रयास किया, लेकिन हर बार आवेदन खारिज हो जाता है। बिना आधार नौकरी के लिए आवेदन भी नहीं कर पा रहा है। एसडीएम व बीडीओ के सामने अपनी समस्या रखी।
उन्होंने आईटी सेल में समस्या रखने को कहा। आईटी से जुड़े अधिकारियों ने शंकरसिंह को पहले सीकर व बाद में जयपुर भेजा। प्रोसेस पूरा करने के बाद भी उसका आवेदन रिजेक्ट हो गया। आधार कार्ड के लिए वह सात साल से आईटी विभाग में घूम रहा है।
आधार (पहचान) के बिना उसका बैंक खाता नहीं खुल रहा है। राशन भी नहीं मिल पा रहा। शंकरसिंह ने कहा कि दरीबा में वर्ष 2011 में आधार के लिए आवेदन किया था। परिवार के दूसरे लोगों का कार्ड आ गया। उसका आवेदन रिजेक्ट हो गया। इसके बाद वह लगातार सात बार आधार पंजीयन के लिए आवेदन कर चुका है। हर बार बिना किसी कारण आवेदन रिजेक्ट हो जाता है।
परेशान होकर सूचना प्रौद्योगिकी विभाग में कई पत्र लिखे। सीकर व जयपुर विभागीय अधिकारियों से भी मिला, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
अधिकारियों से पूछा तो कहा- प्रोपर फार्मेट में दुबारा आवेदन करो। इसके बाद भी आधार नहीं बन पा रहा। परेशान शंकर सिंह ने आधार नहीं मिलने पर कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी की है।
पहचान के सभी दस्तावेज पर आधार नहीं
शंकरसिंह ने बताया कि उसके पास पहचान के सभी दस्तावेज हैं पर आधार कार्ड नहीं। सात साल में आठ बार एप्लाई किया, लेकिन आधार पंजीयन नहीं हुआ। वोटर आईडी, राशनकार्ड सहित कई दस्तावेज हैं।आवेदन निरस्त होने पर सीकर से आईटी वालों ने जयपुर भेजा। अब जयपुर वाले कहते हैं कि दिल्ली संपर्क करो। बिना आधार रोजगार भी नहीं मिल रहा है।
डाटा मैच होने से आ रही है परेशानी
आईटी से जुड़े अधिकारियों ने बताया शंकर सिंह के मामले में डाटा मैच नहीं हो रहे हैं। सीकर व जयपुर अधिकारियों से संपर्क किया गया। युवक को भी प्रोपर आवेदन करने को कहा गया है। उसके बाद भी आवेदन रिजेक्ट होने पर अब दिल्ली संपर्क करने को कहा गया है। दूसरी ओर बीडीओ सुमेरसिंह ने कहा कि आधार कार्ड पंजीयन का मामला आईटी से जुड़ा है। शिकायत आईटी को भेजी है। फिलहाल आधार निरस्त होने की जानकारी नहीं हैं।
नीमकाथाना- दरीबा निवासी शंकरसिंह का आधार कार्ड नहीं बनने से वह सात साल से परेशान है। उसने आठ बार प्रयास किया, लेकिन हर बार आवेदन खारिज हो जाता है। बिना आधार नौकरी के लिए आवेदन भी नहीं कर पा रहा है। एसडीएम व बीडीओ के सामने अपनी समस्या रखी।
शंकर सिंह |
आधार (पहचान) के बिना उसका बैंक खाता नहीं खुल रहा है। राशन भी नहीं मिल पा रहा। शंकरसिंह ने कहा कि दरीबा में वर्ष 2011 में आधार के लिए आवेदन किया था। परिवार के दूसरे लोगों का कार्ड आ गया। उसका आवेदन रिजेक्ट हो गया। इसके बाद वह लगातार सात बार आधार पंजीयन के लिए आवेदन कर चुका है। हर बार बिना किसी कारण आवेदन रिजेक्ट हो जाता है।
परेशान होकर सूचना प्रौद्योगिकी विभाग में कई पत्र लिखे। सीकर व जयपुर विभागीय अधिकारियों से भी मिला, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
अधिकारियों से पूछा तो कहा- प्रोपर फार्मेट में दुबारा आवेदन करो। इसके बाद भी आधार नहीं बन पा रहा। परेशान शंकर सिंह ने आधार नहीं मिलने पर कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी की है।
पहचान के सभी दस्तावेज पर आधार नहीं
शंकरसिंह ने बताया कि उसके पास पहचान के सभी दस्तावेज हैं पर आधार कार्ड नहीं। सात साल में आठ बार एप्लाई किया, लेकिन आधार पंजीयन नहीं हुआ। वोटर आईडी, राशनकार्ड सहित कई दस्तावेज हैं।आवेदन निरस्त होने पर सीकर से आईटी वालों ने जयपुर भेजा। अब जयपुर वाले कहते हैं कि दिल्ली संपर्क करो। बिना आधार रोजगार भी नहीं मिल रहा है।
डाटा मैच होने से आ रही है परेशानी
आईटी से जुड़े अधिकारियों ने बताया शंकर सिंह के मामले में डाटा मैच नहीं हो रहे हैं। सीकर व जयपुर अधिकारियों से संपर्क किया गया। युवक को भी प्रोपर आवेदन करने को कहा गया है। उसके बाद भी आवेदन रिजेक्ट होने पर अब दिल्ली संपर्क करने को कहा गया है। दूसरी ओर बीडीओ सुमेरसिंह ने कहा कि आधार कार्ड पंजीयन का मामला आईटी से जुड़ा है। शिकायत आईटी को भेजी है। फिलहाल आधार निरस्त होने की जानकारी नहीं हैं।