नीमकाथाना- निर्माणाधीन पश्चिमी डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर परियोजना के नवनिर्मित ट्रैक पर मंगलवार को लोको ट्रायल हुआ। प्रथम निरीक्षण सफलता पूर्वक किया गया।
एलएनटी अधिकारियों के मुताबिक ट्रायल इंजन सुबह 10 बजे फुलेरा से रवाना होकर दोपहर को दो बजे अटेली पहुंचा। इसकी गति 80 से 101 किमी प्रति घंटा रही। लोको ट्रायल में सीएल मीना मुख्य परियोजना प्रबंधक (डीएफसीसीआईएल), केएन निशिनो परियोजना निदेशक(एनके कन्सौटियम) व संजीव गुप्ता परियोजना निदेशक (सोजित एलएनटी कंसौटियम)की मौजूदगी में किया गया।
इस दौरान रेल इंजन को फूल मालाओं से सजाया गया। श्रीमाधोपुर| दिल्ली मुम्बई के बीच बन रही डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर रेल लाइन (डब्ल्यू डीएफसीसी) पर मंगलवार को लोको ट्रायल हुआ।
एल एंड टी के राजस्थान एंड हरियाणा मण्डल प्रशासनिक प्रभारी उत्तम कुमार व राजस्थान मंडल प्रशासनिक प्रभारी राकेश परमार ने बताया कि डब्ल्यू़ डीएफसीसी ट्रैक पर सुबह 8 बजे से शाम चार बजे के बीच फुलेरा से रवाना होकर हरियाणा के काठूवास के लिए 11.40 पर रेल इंजन ने 80 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से लोको ट्रायल रन किया। ट्रायल के समय कदम कदम पर कंपनी के कर्मचारी सुरक्षा व्यवस्था में लगे नजर आए।
एलएनटी अधिकारियों के मुताबिक ट्रायल इंजन सुबह 10 बजे फुलेरा से रवाना होकर दोपहर को दो बजे अटेली पहुंचा। इसकी गति 80 से 101 किमी प्रति घंटा रही। लोको ट्रायल में सीएल मीना मुख्य परियोजना प्रबंधक (डीएफसीसीआईएल), केएन निशिनो परियोजना निदेशक(एनके कन्सौटियम) व संजीव गुप्ता परियोजना निदेशक (सोजित एलएनटी कंसौटियम)की मौजूदगी में किया गया।
इस दौरान रेल इंजन को फूल मालाओं से सजाया गया। श्रीमाधोपुर| दिल्ली मुम्बई के बीच बन रही डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर रेल लाइन (डब्ल्यू डीएफसीसी) पर मंगलवार को लोको ट्रायल हुआ।
एल एंड टी के राजस्थान एंड हरियाणा मण्डल प्रशासनिक प्रभारी उत्तम कुमार व राजस्थान मंडल प्रशासनिक प्रभारी राकेश परमार ने बताया कि डब्ल्यू़ डीएफसीसी ट्रैक पर सुबह 8 बजे से शाम चार बजे के बीच फुलेरा से रवाना होकर हरियाणा के काठूवास के लिए 11.40 पर रेल इंजन ने 80 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से लोको ट्रायल रन किया। ट्रायल के समय कदम कदम पर कंपनी के कर्मचारी सुरक्षा व्यवस्था में लगे नजर आए।