नई दिल्ली/जोधपुर: बलात्कार मामले में आसाराम पर बुधवार को फैसला सुनाए जाने से पहले जोधपुर में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। बता दें राजस्थान हाई कोर्ट के निर्देशों के मुताबिक निचली अदालत जोधपुर सेंट्रल जेल परिसर में ही अपना फैसला सुनाएगी। वहीं केन्द्र ने फैसला सुनाए जाने से पहले राजस्थान, गुजरात और हरियाणा को सुरक्षा कड़ी करने और अतिरिक्त बल तैनात करने को कहा है। वहीं दिल्ली में भी पुलिस को हाई अलर्ट पर किया गया है।
डीसीपी ( पूर्व ) अमन दीप सिंह ने बताया , ‘‘ हमने 21 अप्रैल से शहर में सीआरपीसी की धारा 144 लगा दी है और यह 30 अप्रैल तक जारी रहेगी। इसके अलावा , हम शहर में आसाराम के आश्रमों पर करीबी नजर रख रहे हैं और सभी होटलों और अतिथिशालाओं के साथ - साथ बस स्टैंड और रेलवे स्टेशनों की जांच कर रहे हैं। ’’ सिंह ने बताया , ‘‘ हम फैसला सुनाए जाने के दिन जेल को सील कर देंगे और किसी को भी जेल परिसर के करीब आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ’ डीजीआई ( जेल ) विक्रम सिंह ने बताया, 'हमने फैसला सुनाए जाने के दिन के लिए सभी प्रबंध किए हैं। जेल परिसर में अदालत कक्ष में अदालत के कर्मचारियों सहित मजिस्ट्रेट , आसाराम और सह आरोपी, बचाव एवं अभियोजन पक्ष के वकील मौजूद रहेंगे।
केंद्र ने तीन राज्यों को जारी किए निर्देश
वहीं केंद्र ने आसाराम के खिलाफ जोधपुर की एक अदालत से बुधवार को फैसला सुनाए जाने से पहले राजस्थान, गुजरात और हरियाणा को सुरक्षा कड़ी करने और अतिरिक्त बल तैनात करने को कहा है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक संदेश जारी कर तीनों राज्यों से सुरक्षा मजबूत करने को कहा है। साथ ही यह सुनिश्चित करने को भी कहा गया है कि अदालत के आदेश के बाद कोई हिंसा नहीं फैले।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि तीनों राज्यों से संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त बल तैनात करने के लिए कहा गया है। इन तीन राज्यों में बड़ी संख्या में लोग आसाराम के भक्त हैं। गृह मंत्रालय का यह परामर्श डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को बलात्कार के जुर्म में सजा सुनाए जाने के बाद हरियाणा, पंजाब तथा चंडीगढ़ में बड़े पैमाने पर हुई हिंसा के मद्देनजर भेजा गया है।
आसाराम के फैसले को देखते हुए दिल्ली पुलिस हाई अलर्ट पर
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को बताया कि आसाराम द्वारा एक किशोरी से कथित रूप से बलात्कार के मामले में कल जोधपुर की एक अदालत द्वारा फैसला सुनाए जाने के मद्देनजर पुलिस को हाई अलर्ट पर किया गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिल्ली की सीमाओं पर उनका विभाग नजर रख रहा है। इसके अलावा शहर के अंदरूनी इलाकों पर उनकी नजर है , जहां आसाराम के समर्थक फैसले के बाद जमा हो सकते हैं।
पीड़िता के घर के बाहर सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए
आसाराम पर उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की एक नाबालिग से बलात्कार करने का आरोप है। यह लड़की मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में आसाराम के आश्रम में पढ़ाई कर रही थी। पीड़िता का आरोप है कि आसाराम ने जोधपुर के निकट मनई आश्रम में उसे बुलाया था और 15 अगस्त 2013 को उसके साथ दुष्कर्म किया था।
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में पीड़िता के घर पर भी दो पुलिसकर्मियों की ड्यूटी बढ़ा दी गयी है। शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक के। बी।सिंह ने बताया कि पीड़िता के घर के बाहर सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी की जा रही है।
उन्होंने बताया , ‘‘ हम किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पड़ोसी राज्यों के पुलिस बलों के संपर्क में हैं। उन राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों और एसएचओ को संबंधित क्षेत्रों में निगरानी रखने के लिए निर्देश दिये गये हैं। ’’
डीसीपी ( पूर्व ) अमन दीप सिंह ने बताया , ‘‘ हमने 21 अप्रैल से शहर में सीआरपीसी की धारा 144 लगा दी है और यह 30 अप्रैल तक जारी रहेगी। इसके अलावा , हम शहर में आसाराम के आश्रमों पर करीबी नजर रख रहे हैं और सभी होटलों और अतिथिशालाओं के साथ - साथ बस स्टैंड और रेलवे स्टेशनों की जांच कर रहे हैं। ’’ सिंह ने बताया , ‘‘ हम फैसला सुनाए जाने के दिन जेल को सील कर देंगे और किसी को भी जेल परिसर के करीब आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ’ डीजीआई ( जेल ) विक्रम सिंह ने बताया, 'हमने फैसला सुनाए जाने के दिन के लिए सभी प्रबंध किए हैं। जेल परिसर में अदालत कक्ष में अदालत के कर्मचारियों सहित मजिस्ट्रेट , आसाराम और सह आरोपी, बचाव एवं अभियोजन पक्ष के वकील मौजूद रहेंगे।
केंद्र ने तीन राज्यों को जारी किए निर्देश
वहीं केंद्र ने आसाराम के खिलाफ जोधपुर की एक अदालत से बुधवार को फैसला सुनाए जाने से पहले राजस्थान, गुजरात और हरियाणा को सुरक्षा कड़ी करने और अतिरिक्त बल तैनात करने को कहा है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक संदेश जारी कर तीनों राज्यों से सुरक्षा मजबूत करने को कहा है। साथ ही यह सुनिश्चित करने को भी कहा गया है कि अदालत के आदेश के बाद कोई हिंसा नहीं फैले।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि तीनों राज्यों से संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त बल तैनात करने के लिए कहा गया है। इन तीन राज्यों में बड़ी संख्या में लोग आसाराम के भक्त हैं। गृह मंत्रालय का यह परामर्श डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को बलात्कार के जुर्म में सजा सुनाए जाने के बाद हरियाणा, पंजाब तथा चंडीगढ़ में बड़े पैमाने पर हुई हिंसा के मद्देनजर भेजा गया है।
आसाराम के फैसले को देखते हुए दिल्ली पुलिस हाई अलर्ट पर
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को बताया कि आसाराम द्वारा एक किशोरी से कथित रूप से बलात्कार के मामले में कल जोधपुर की एक अदालत द्वारा फैसला सुनाए जाने के मद्देनजर पुलिस को हाई अलर्ट पर किया गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिल्ली की सीमाओं पर उनका विभाग नजर रख रहा है। इसके अलावा शहर के अंदरूनी इलाकों पर उनकी नजर है , जहां आसाराम के समर्थक फैसले के बाद जमा हो सकते हैं।
पीड़िता के घर के बाहर सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए
आसाराम पर उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की एक नाबालिग से बलात्कार करने का आरोप है। यह लड़की मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में आसाराम के आश्रम में पढ़ाई कर रही थी। पीड़िता का आरोप है कि आसाराम ने जोधपुर के निकट मनई आश्रम में उसे बुलाया था और 15 अगस्त 2013 को उसके साथ दुष्कर्म किया था।
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में पीड़िता के घर पर भी दो पुलिसकर्मियों की ड्यूटी बढ़ा दी गयी है। शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक के। बी।सिंह ने बताया कि पीड़िता के घर के बाहर सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी की जा रही है।
उन्होंने बताया , ‘‘ हम किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पड़ोसी राज्यों के पुलिस बलों के संपर्क में हैं। उन राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों और एसएचओ को संबंधित क्षेत्रों में निगरानी रखने के लिए निर्देश दिये गये हैं। ’’