आरोप : घटना की जानकारी देने के बाद भी चालक ने 4 किमी तक नहीं रोकी बस...
खंडेला- रोडवेज बस में सवार होकर अपने रिश्तेदार को भुगतान करने सीकर जा रहे यात्री की जेब से एक लाख रुपए चोरी हो गए। यात्री को बस चलने के बाद जेबतराशी का पता लगा। इसके बाद यात्री ने चालक को बस रोकने के लिए कहा, लेकिन उसने चार किलोमीटर चलने के बाद बस रोकी।
पुलिस ने बताया कि कस्बे के वार्ड 13 निवासी देवकीनंदन सोनी बुधवार को खंडेला से सीकर जाने वाली रोडवेज बस संख्या आरजे 23 पीए 4233 में सीकर के लिए सुबह साढ़े नौ बजे सवार हुए थे। कस्बे के थाने के निकट बस गुजरने के दौरान यात्री को अपनी जेब में रखे रुपए चोरी होने का शक हुआ।
उन्होंने जेब संभाली तो रुपए नहीं मिले। इस पर उसने शोर मचाकर बस को रोकने के लिए कहा, लेकिन चालक ने चार किमी दूर गणेश्वर धाम पर बस रोकी। इसके बाद यात्री ने अपने परिचित किशनलाल सोनी को फोन कर पूरी घटना की जानकारी दी।
किशनलाल ने खंडेला पुलिस को रुपए चोरी होने की सूचना दी। इस पर पुलिस ने गाड़ी दूसरी जगह जाने की जानकारी दी। इस बीच किशनलाल अपनी गाड़ी लेकर गणेश्वर धाम आ गया।
पुलिस के मौके पर नहीं आने पर दोनों गाड़ी से रोडवेज के पीछे गए और गोकुल का बास के निकट बस को रोक लिया। यात्री ने बस सवार कई अन्य यात्रियों की तलाशी भी ली, लेकिन किसी के पास रुपए नहीं मिले। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
भुगतान करने के लिए भी परिचित से उधार लिए थे रुपए
जेबतराशी के शिकार देवकीनंदन सोनी ने बताया कि उसने जेवर बनाने के लिए सीकर में रह रहे अपने एक रिश्तेदार से सोना लिया था। उसका भुगतान करने के लिए उसने अपने एक परिचित से एक लाख रुपए उधार लेकर उसे भुगतान करने के लिए सीकर जा रहा था।
खंडेला बस डिपो पर उसकी जेब से किसी ने रुपए निकाल लिए। देवकीनंदन ने बताया कि उसने टिकट कटवाने के दौरान जेब संभाली तो उसमें रुपए थे। सीट पर बैठने के बाद जेब से रुपए चोरी हो गए। अब रुपए चुकाने को लेकर देवकीनंदन के सामने संकट खड़ा हो गया है।
पीड़ित का आरोप-पुलिस मौकेपर देरी से पहुंची
जेब से एक लाख रुपए गंवाने वाले देवकीनंदन सोनी ने बताया कि पुलिस को 10 बजे घटना की सूचना दे दी थी, लेकिन पुलिस पौन घंटे तक मौके पर नहीं आई। पुलिस गाड़ी नहीं होने की बात कहती रही थी। इसके बाद पुलिस ने बाइक से एएसआई और कांस्टेबल को भेजने की जानकारी दी, लेकिन वे भी नहीं आए। पीड़ित ने ही अपने रिश्तेदार के साथ रोडवेज बस को रुकवा लिया। पुलिस के आने से पहले चालक बस को लेकर चला गया।
पुलिस ने कहा- जगह की गफलत के कारण हुई देरी
पुलिस का कहना है कि सूचना मिलने के बाद पुलिस ने चौकी पुलिस को सूचना दे दी थी, लेकिन चौकी पुलिस को मौके पर कोई नहीं मिला। एएसआई और कांस्टेबल को बाइक से भेजा गया, लेकिन पीड़ित बताए गई जगह नहीं मिला। पुलिस काे वह गोकुल का बास के पास मिला।
बताया जा रहा है कि पुलिस की बाइक का पेट्रोल खत्म हो जाने के कारण गाड़ी रास्ते में ही खड़ी हो गई। बाद में दूसरी गाड़ी से पुलिस मौके पर पहुंची।
खंडेला- रोडवेज बस में सवार होकर अपने रिश्तेदार को भुगतान करने सीकर जा रहे यात्री की जेब से एक लाख रुपए चोरी हो गए। यात्री को बस चलने के बाद जेबतराशी का पता लगा। इसके बाद यात्री ने चालक को बस रोकने के लिए कहा, लेकिन उसने चार किलोमीटर चलने के बाद बस रोकी।
पुलिस ने बताया कि कस्बे के वार्ड 13 निवासी देवकीनंदन सोनी बुधवार को खंडेला से सीकर जाने वाली रोडवेज बस संख्या आरजे 23 पीए 4233 में सीकर के लिए सुबह साढ़े नौ बजे सवार हुए थे। कस्बे के थाने के निकट बस गुजरने के दौरान यात्री को अपनी जेब में रखे रुपए चोरी होने का शक हुआ।
उन्होंने जेब संभाली तो रुपए नहीं मिले। इस पर उसने शोर मचाकर बस को रोकने के लिए कहा, लेकिन चालक ने चार किमी दूर गणेश्वर धाम पर बस रोकी। इसके बाद यात्री ने अपने परिचित किशनलाल सोनी को फोन कर पूरी घटना की जानकारी दी।
किशनलाल ने खंडेला पुलिस को रुपए चोरी होने की सूचना दी। इस पर पुलिस ने गाड़ी दूसरी जगह जाने की जानकारी दी। इस बीच किशनलाल अपनी गाड़ी लेकर गणेश्वर धाम आ गया।
पुलिस के मौके पर नहीं आने पर दोनों गाड़ी से रोडवेज के पीछे गए और गोकुल का बास के निकट बस को रोक लिया। यात्री ने बस सवार कई अन्य यात्रियों की तलाशी भी ली, लेकिन किसी के पास रुपए नहीं मिले। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
भुगतान करने के लिए भी परिचित से उधार लिए थे रुपए
जेबतराशी के शिकार देवकीनंदन सोनी ने बताया कि उसने जेवर बनाने के लिए सीकर में रह रहे अपने एक रिश्तेदार से सोना लिया था। उसका भुगतान करने के लिए उसने अपने एक परिचित से एक लाख रुपए उधार लेकर उसे भुगतान करने के लिए सीकर जा रहा था।
खंडेला बस डिपो पर उसकी जेब से किसी ने रुपए निकाल लिए। देवकीनंदन ने बताया कि उसने टिकट कटवाने के दौरान जेब संभाली तो उसमें रुपए थे। सीट पर बैठने के बाद जेब से रुपए चोरी हो गए। अब रुपए चुकाने को लेकर देवकीनंदन के सामने संकट खड़ा हो गया है।
पीड़ित का आरोप-पुलिस मौकेपर देरी से पहुंची
जेब से एक लाख रुपए गंवाने वाले देवकीनंदन सोनी ने बताया कि पुलिस को 10 बजे घटना की सूचना दे दी थी, लेकिन पुलिस पौन घंटे तक मौके पर नहीं आई। पुलिस गाड़ी नहीं होने की बात कहती रही थी। इसके बाद पुलिस ने बाइक से एएसआई और कांस्टेबल को भेजने की जानकारी दी, लेकिन वे भी नहीं आए। पीड़ित ने ही अपने रिश्तेदार के साथ रोडवेज बस को रुकवा लिया। पुलिस के आने से पहले चालक बस को लेकर चला गया।
पुलिस ने कहा- जगह की गफलत के कारण हुई देरी
पुलिस का कहना है कि सूचना मिलने के बाद पुलिस ने चौकी पुलिस को सूचना दे दी थी, लेकिन चौकी पुलिस को मौके पर कोई नहीं मिला। एएसआई और कांस्टेबल को बाइक से भेजा गया, लेकिन पीड़ित बताए गई जगह नहीं मिला। पुलिस काे वह गोकुल का बास के पास मिला।
बताया जा रहा है कि पुलिस की बाइक का पेट्रोल खत्म हो जाने के कारण गाड़ी रास्ते में ही खड़ी हो गई। बाद में दूसरी गाड़ी से पुलिस मौके पर पहुंची।