झुंझुनूं- सात नक्सलियों को मार गिराने वाले जाखड़ों का बास के विकास जाखड़ को सोमवार को शौर्य चक्र से सम्मानित किया जाएगा। शहर के इंदिरा नगर में रहने वाले सीआरपीएफ ( को ब रा ) के सहायक कमांडेंट विकास जाखड़ को यह सम्मान दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में होने वाले समारोह में दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि विकास के नेतृत्व में 23 नवंबर 2016 को झारखंड के लातेहार जिले में एक सर्च ऑपरेशन चलाया गया था। सर्च ऑपरेशन के दौरान नदी के किनारे घात लगाकर बैठे 60-70 नक्सलियों ने कोबरा टुकड़ी पर अचानक हमला बोल दिया था।
कोबरा के तीन कमांडों नक्सलियों की फायरिंग में फंस गए थे। टुकड़ी का नेतृत्व करते हुए सहायक कमांडेंट विकास ने साथियों को बचाने के लिए नक्सलियों पर काउंटर अटैक करते हुए नक्सली जिस तरफ से फायर कर रहे थे, उन्हीं की तरफ जाकर उन पर अंधाधुंध गोलियां बरसाना शुरू कर दिया।
जाखड़ और उनकी टीम दुश्मन की भारी गोलीबारी के बीच जान की परवाह किए बगैर हाड़ कंपा देने वाले ठंडे पानी के गहरे बहाव में कूद गई। दुश्मन की पोजिशन को कब्जे में ले लिया। इस बीच नक्सली इनकी पोजिशन पर हैंड ग्रेनेड फेंकने लग गए, जिससे अपने आप को बचते हुए त्वरित कार्रवाई करके उस नक्सली को मार गिराया।
करीब पौन घंटे चले इस एनकाउंटर में न केवल सीआरपीएफ के तीनों जवानों की जान बचाई गई बल्कि सात नक्सलियों को भी ढेर किया गया।
दुश्मनों का बहादुरी से मुकाबला करते हुए अचूक निशाने से सात नक्सलियों को मार गिराने वाले विकास जाखड़ को इस बहादुरी के लिए रक्षा मंत्रालय की ओर से शौर्य चक्र देने के लिए उनका चयन 25 जनवरी को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर किया गया था।
उल्लेखनीय है कि विकास के नेतृत्व में 23 नवंबर 2016 को झारखंड के लातेहार जिले में एक सर्च ऑपरेशन चलाया गया था। सर्च ऑपरेशन के दौरान नदी के किनारे घात लगाकर बैठे 60-70 नक्सलियों ने कोबरा टुकड़ी पर अचानक हमला बोल दिया था।
कोबरा के तीन कमांडों नक्सलियों की फायरिंग में फंस गए थे। टुकड़ी का नेतृत्व करते हुए सहायक कमांडेंट विकास ने साथियों को बचाने के लिए नक्सलियों पर काउंटर अटैक करते हुए नक्सली जिस तरफ से फायर कर रहे थे, उन्हीं की तरफ जाकर उन पर अंधाधुंध गोलियां बरसाना शुरू कर दिया।
जाखड़ और उनकी टीम दुश्मन की भारी गोलीबारी के बीच जान की परवाह किए बगैर हाड़ कंपा देने वाले ठंडे पानी के गहरे बहाव में कूद गई। दुश्मन की पोजिशन को कब्जे में ले लिया। इस बीच नक्सली इनकी पोजिशन पर हैंड ग्रेनेड फेंकने लग गए, जिससे अपने आप को बचते हुए त्वरित कार्रवाई करके उस नक्सली को मार गिराया।
करीब पौन घंटे चले इस एनकाउंटर में न केवल सीआरपीएफ के तीनों जवानों की जान बचाई गई बल्कि सात नक्सलियों को भी ढेर किया गया।
दुश्मनों का बहादुरी से मुकाबला करते हुए अचूक निशाने से सात नक्सलियों को मार गिराने वाले विकास जाखड़ को इस बहादुरी के लिए रक्षा मंत्रालय की ओर से शौर्य चक्र देने के लिए उनका चयन 25 जनवरी को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर किया गया था।