सीकर/खाटूश्यामजी- अखिल भारतीय किसान सभा के पदाधिकारियों ने शनिवार को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को ज्ञापन सौंपा। वसुंधरा से मिलने वाले प्रतिनिधि मंडल में अमराराम, पेमाराम, हरफूलसिंह, सुभाष नेहरा और सागर खाचरिया शामिल थे।
मुख्यमंत्री को 13 सितंबर 2017 को मंत्री समूह के साथ हुए समझौते को याद दिलाया। संपूर्ण कर्जामाफी की मांग की।
किसान नेताओं ने आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज किए गए मुकदमे वापस लेने, बाजार हस्तक्षेप योजना में प्याज की खरीद 10 रुपए प्रति किलो की दर से करने, चना, जौ, सरसों की समर्थन मूल्य पर खरीद, गेहूं की खरीद पर 265 रुपए बोनस देने, सभी तहसील मुख्यालयों पर सरकारी कॉलेज खोलने, वीसीआर का 10 फीसदी में निस्तारण का फैसला लागू करने, कुंभाराम लिफ्ट परियोजना में शामिल करने, रींगस में उपतहसील कायार्यालय खोलने, ओलावृष्टि में हुए नुकसान का मुआवजा देने, बेरोजगार को नौकरी देने, दलितों, महिलाओं पर अत्याचार बंद करने की मांग की।
वसुंधरा राजे ने किसानों की मांगों पर सहमति जताई। पदाधिकारियों को जयपुर बुलाया और समस्या समाधान के आश्वासन दिया। इससे पहले किसानों की चौमूं-पुरोहितान बस स्टैंड पर किसानों की सभा हुई। सभा में एक मई को कलेक्ट्रेट का घेराव करने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री को 13 सितंबर 2017 को मंत्री समूह के साथ हुए समझौते को याद दिलाया। संपूर्ण कर्जामाफी की मांग की।
किसान नेताओं ने आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज किए गए मुकदमे वापस लेने, बाजार हस्तक्षेप योजना में प्याज की खरीद 10 रुपए प्रति किलो की दर से करने, चना, जौ, सरसों की समर्थन मूल्य पर खरीद, गेहूं की खरीद पर 265 रुपए बोनस देने, सभी तहसील मुख्यालयों पर सरकारी कॉलेज खोलने, वीसीआर का 10 फीसदी में निस्तारण का फैसला लागू करने, कुंभाराम लिफ्ट परियोजना में शामिल करने, रींगस में उपतहसील कायार्यालय खोलने, ओलावृष्टि में हुए नुकसान का मुआवजा देने, बेरोजगार को नौकरी देने, दलितों, महिलाओं पर अत्याचार बंद करने की मांग की।
वसुंधरा राजे ने किसानों की मांगों पर सहमति जताई। पदाधिकारियों को जयपुर बुलाया और समस्या समाधान के आश्वासन दिया। इससे पहले किसानों की चौमूं-पुरोहितान बस स्टैंड पर किसानों की सभा हुई। सभा में एक मई को कलेक्ट्रेट का घेराव करने का आह्वान किया।