नीमकाथाना- कस्बे के रामलीला मैदान के पास स्थित 10 करोड़ रुपए कीमत की एक प्रोपर्टी को लेकर संजीव और सागर गिरोह के बदमाश आपस में भिड़े थे। दोनों गिरोह के बीच विवाद इसी प्रोपर्टी पर हक जमाने को लेकर हुआ था। अपना वर्चस्व दिखाने के लिए दोनों गुटों के बदमाशों ने दिनदहाड़े फायरिंग की थी।
इस बीच पुलिस ने सोमवार को रामलीला मैदान में फायरिंग की घटना के बाद पूरी रात और मंगलवार को दिनभर बदमाशों को पकड़ने के लिए कई स्थानों पर दबिश दी, लेकिन फायरिंग करने वाले बदमाश पुलिस के हाथ नहीं लगे।
सीओ दिनेश कुमार ने बताया कि गैंगवार और फायरिंग होने के बाद आरोपियों की तलाश में पुलिस ने दो दर्जन से ज्यादा जगह दबिश दी, लेकिन बदमाशों का कोई सुराग नहीं लगा। पुलिस ने मंगलवार को घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला।
पुलिस अब तक आनंदपाल गिरोह से जुड़े कुलदीप के भाई संजीव उर्फ विक्की व दूसरे गिरोह के सागर चौधरी की ही पहचान कर पाई है। फायरिंग में शामिल अन्य बदमाशों की पहचान के लिए पुलिस जुटी है। इस मामले को लेकर मंगलवार को भी दोनों बदमाशों के गुटों में से किसी ने भी कोई मामला दर्ज नहीं कराया है।
सीओ दिनेश कुमार ने बताया कि पुलिस बदमाशों के छुपे होने के ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही है। इसके लिए पुलिस की कई टीमें कार्रवाई कर रही है, लेकिन अब तक एक भी बदमाश नहीं पकड़ा गया है। पुलिस बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।
होटलों पर भी मारे छापे
फायरिंग की घटना में शामिल बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस गिरोह से जुड़े लोगों की कॉल डिटेल खंगालने में जुटी है।
सूत्रों ने बताया कि फायरिंग की घटना होने के बाद पुलिस इसे हल्के में लेने को तैयार नहीं है। वहीं फायरिंग करने वालों के बड़े बदमाशों के गिरोह से जुड़े होने को लेकर भी पुलिस सख्त रवैया दिखा रही है। पुलिस ने बदमाशों के छुपे होने के संदेह को लेकर कई होटलों में भी छापे में मारे।
दहशत में रहे लोग
रामलीला मैदान में फायरिंग होने के बाद दूसरे दिन मंगलवार को भी कस्बे के लोग दहशत में रहे। कस्बेमें हर जगह फायरिंग होने को लेकर ही चर्चा होती रही। लोग गैंगवार की आशंका से भयभीत नजर आ रहे हैं। लोगों का कहना है की रामलीला मैदान के निकट करोड़ों रुपए की प्रोपर्टी को लेकर ही दोनों गिरोह के बीच विवाद हुआ है। यह संपत्ति महाजन परिवार से जुड़ी बताई जा रही है जो दूसरी जगह रहते हैं। प्रोपर्टी में कई दुकानें और मकान शामिल हैं। जनचर्चामें इस संपत्ति को लेकर बड़ा विवाद होने की आशंका भी जताई जा रही है।
घटना के बाद ठीक करवाएं सीसीटीवी कैमरे
रामलीला मैदान में बदमाशों के दो गिरोह में वर्चस्व को लेकर फायरिंग की घटना होने के बाद पुलिस को सबक लेते हुए कस्बेमें कई जगह लगे सीसीटीवी कैमरों को ठीक करवाना चाहिए। कस्बे के इन कैमरों को दो अप्रैल को हुए उपद्रव के दौरान तोड़ दिया गया था। कस्बे के लोगों ने रामलीला मैदान, खेतड़ी मोड़ सर्किल, कपिल अस्पताल के सामने नगर पालिका के सीसीटीवी कैमरे ठीक करवाने की मांग की है।
इस बीच पुलिस ने सोमवार को रामलीला मैदान में फायरिंग की घटना के बाद पूरी रात और मंगलवार को दिनभर बदमाशों को पकड़ने के लिए कई स्थानों पर दबिश दी, लेकिन फायरिंग करने वाले बदमाश पुलिस के हाथ नहीं लगे।
सीओ दिनेश कुमार ने बताया कि गैंगवार और फायरिंग होने के बाद आरोपियों की तलाश में पुलिस ने दो दर्जन से ज्यादा जगह दबिश दी, लेकिन बदमाशों का कोई सुराग नहीं लगा। पुलिस ने मंगलवार को घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला।
पुलिस अब तक आनंदपाल गिरोह से जुड़े कुलदीप के भाई संजीव उर्फ विक्की व दूसरे गिरोह के सागर चौधरी की ही पहचान कर पाई है। फायरिंग में शामिल अन्य बदमाशों की पहचान के लिए पुलिस जुटी है। इस मामले को लेकर मंगलवार को भी दोनों बदमाशों के गुटों में से किसी ने भी कोई मामला दर्ज नहीं कराया है।
सीओ दिनेश कुमार ने बताया कि पुलिस बदमाशों के छुपे होने के ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही है। इसके लिए पुलिस की कई टीमें कार्रवाई कर रही है, लेकिन अब तक एक भी बदमाश नहीं पकड़ा गया है। पुलिस बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।
होटलों पर भी मारे छापे
फायरिंग की घटना में शामिल बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस गिरोह से जुड़े लोगों की कॉल डिटेल खंगालने में जुटी है।
सूत्रों ने बताया कि फायरिंग की घटना होने के बाद पुलिस इसे हल्के में लेने को तैयार नहीं है। वहीं फायरिंग करने वालों के बड़े बदमाशों के गिरोह से जुड़े होने को लेकर भी पुलिस सख्त रवैया दिखा रही है। पुलिस ने बदमाशों के छुपे होने के संदेह को लेकर कई होटलों में भी छापे में मारे।
दहशत में रहे लोग
रामलीला मैदान में फायरिंग होने के बाद दूसरे दिन मंगलवार को भी कस्बे के लोग दहशत में रहे। कस्बेमें हर जगह फायरिंग होने को लेकर ही चर्चा होती रही। लोग गैंगवार की आशंका से भयभीत नजर आ रहे हैं। लोगों का कहना है की रामलीला मैदान के निकट करोड़ों रुपए की प्रोपर्टी को लेकर ही दोनों गिरोह के बीच विवाद हुआ है। यह संपत्ति महाजन परिवार से जुड़ी बताई जा रही है जो दूसरी जगह रहते हैं। प्रोपर्टी में कई दुकानें और मकान शामिल हैं। जनचर्चामें इस संपत्ति को लेकर बड़ा विवाद होने की आशंका भी जताई जा रही है।
घटना के बाद ठीक करवाएं सीसीटीवी कैमरे
रामलीला मैदान में बदमाशों के दो गिरोह में वर्चस्व को लेकर फायरिंग की घटना होने के बाद पुलिस को सबक लेते हुए कस्बेमें कई जगह लगे सीसीटीवी कैमरों को ठीक करवाना चाहिए। कस्बे के इन कैमरों को दो अप्रैल को हुए उपद्रव के दौरान तोड़ दिया गया था। कस्बे के लोगों ने रामलीला मैदान, खेतड़ी मोड़ सर्किल, कपिल अस्पताल के सामने नगर पालिका के सीसीटीवी कैमरे ठीक करवाने की मांग की है।