राज्य सरकार के आदेशों की उड़ी धज्जियां
Reporter- Deepak Vashisth
नीमकाथाना- क्षेत्र के बडवास ग्राम पंचायत में पुतला वाली ढाणी के रमेश चंद जांगिड़ की कुछ दिनों पूर्व मृत्यु हो गई थी।जिसका प्रमाण पत्र बनवाने के लिए मृतक की बेटी ग्रामसेवक कार्यालय में गई तो मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के सो रुपए मुझसे हड़प लिए गए।
पीड़िता ने बताया कि मै मेरे पिताजी का मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए रेलवे स्टेशन के पास पंचायत ग्राम सेवक कार्यालय में गई थी तो मुझसे वहां बैठे एक कर्मचारी ने मृत्यु प्रमाणपत्र के सो रुपए मुझसे ले लिए मैंने रसीद मांगी तो उन्होंने कहा कि ई मित्र का चार्ज लगता है रसीद नहीं है
इस मामले पर पीड़िता के परिवार जनों ने गोडावास सरपंच प्रतिनिधि पति महावीर प्रसाद से बात हुई तो उन्होंने कहा कि यह मेरा मामला नहीं है यह मित्र वालों का मामला है उन्होंने लिए हैं तो मैं क्या करूं यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया।
बाद में जब ग्राम सेवक वंदना देवी से फोन पर बात हुई उन्होंने कहा कि हमारे कार्यालय में एक प्राइवेट नौकरी पर रखा गया कर्मचारी कार्य करता है उसने आपसे सो रुपए ले लिए होंगे मैंने कर्मचारी से बात कर ली है आप कार्यालय जाकर वह सो रुपए वापस ले आना मैं वहां नहीं थी नहीं तो यह नहीं होने देती मैं उस वक्त कोटड़ा ग्राम गई हुई थी।
गौरतलब है कि राज्य सरकार के आदेश के बाद भी वह भी मृत्यु प्रमाण पत्र के नाम पर इसी तरह कई लोगों से रुपए हड़प लिए जाते हैं जिससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है।
Reporter- Deepak Vashisth
नीमकाथाना- क्षेत्र के बडवास ग्राम पंचायत में पुतला वाली ढाणी के रमेश चंद जांगिड़ की कुछ दिनों पूर्व मृत्यु हो गई थी।जिसका प्रमाण पत्र बनवाने के लिए मृतक की बेटी ग्रामसेवक कार्यालय में गई तो मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के सो रुपए मुझसे हड़प लिए गए।
पीड़िता ने बताया कि मै मेरे पिताजी का मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के लिए रेलवे स्टेशन के पास पंचायत ग्राम सेवक कार्यालय में गई थी तो मुझसे वहां बैठे एक कर्मचारी ने मृत्यु प्रमाणपत्र के सो रुपए मुझसे ले लिए मैंने रसीद मांगी तो उन्होंने कहा कि ई मित्र का चार्ज लगता है रसीद नहीं है
इस मामले पर पीड़िता के परिवार जनों ने गोडावास सरपंच प्रतिनिधि पति महावीर प्रसाद से बात हुई तो उन्होंने कहा कि यह मेरा मामला नहीं है यह मित्र वालों का मामला है उन्होंने लिए हैं तो मैं क्या करूं यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया।
बाद में जब ग्राम सेवक वंदना देवी से फोन पर बात हुई उन्होंने कहा कि हमारे कार्यालय में एक प्राइवेट नौकरी पर रखा गया कर्मचारी कार्य करता है उसने आपसे सो रुपए ले लिए होंगे मैंने कर्मचारी से बात कर ली है आप कार्यालय जाकर वह सो रुपए वापस ले आना मैं वहां नहीं थी नहीं तो यह नहीं होने देती मैं उस वक्त कोटड़ा ग्राम गई हुई थी।
गौरतलब है कि राज्य सरकार के आदेश के बाद भी वह भी मृत्यु प्रमाण पत्र के नाम पर इसी तरह कई लोगों से रुपए हड़प लिए जाते हैं जिससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है।