नीमकाथाना न्यूज़- फल-सब्जी उत्पादक काश्तकार व व्यापारियों की सुविधा के लिए कृषि मंडी में 5.84 बीघा में बनी नई फल- सब्जी मंडी में 26 दुकानों के रिक्त भूखंडों में 25 दुकानों का प्राथमिकता के आधार पर आवंटन किया गया।
सचिव श्रीराम सैनी ने बताया कि प्रथम चरण आवंटन के लिए समिति की बैठक हुई। मुख्य मंडी यार्ड में खाली भूखंडों की नंबरिंग कर आरक्षण का निर्धारण किया गया। इसके बाद आवंटन किया गया।
कृषि उपज मंडी में साढ़े पांच साल पहले 117.50 लाख में नई फल- सब्जी मंडी का निर्माण कराया गया था, लेकिन आवंटन प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी थी। समिति ने दुकानों के भूखंडों का प्रथम चरण का आवंटन किया। मंडी यार्ड के ब्लॉक ‘ए’ व ‘बी’ में 99 साल की लीज पर भूखंड दिए गए हैं। इन पर छह माह में दुकानों का निर्माण करना होगा।
साढ़े पांच साल से अटका था मसला, जनसंवाद के बाद बैठक में निबटा
कृषि मंडी के मुख्य यार्ड में बनी फल-सब्जी मंडी में 26 दुकानों के रिक्त भूखंडों के आवंटन का मसला पिछले साढ़े पांच साल से अटका हुआ था। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के जनसंवाद में मामला उठा तो आवंटन प्रक्रिया में तेजी आई।
आवंटन समिति ने भी एक ही बैठक में तमाम प्रक्रिया पूरी कर भूखंडों का आवंटन कर दिया। समिति में प्रशासक (एसडीएम) जेपी गौड़, कलेक्टर प्रतिनिधि (तहसीलदार) सरदार सिंह गिल, उपनिदेशक कृषि विपणन विभाग सीकर, सचिव कृषि मंडी समिति श्रीराम सैनी, अध्यक्ष व्यापार मंडल फल- सब्जी/अनाज मंडी शामिल हुए।
इन्हें किया आवंटन :
समिति ने आरक्षण निर्धारण के बाद 24 भूखंडों का आवंटन किया। इनमें बायलान एंड कंपनी, घासीराम अमरसिंह, हरीशचंद्र बनवारीलाल, गायत्री फ्रुट कंपनी, सुभाष एंड कंपनी, रौनक फ्रूट कंपनी, बाबूलाल वीर गुर्जर कसाणा कंपनी, ताराचंद रामजीलाल, किसान फ्रूट कंपनी, ओमप्रकाश भागीरथमल, मनोहरलाल एंड कंपनी, बागवान ट्रेडर्स, मालीराम सैनी, लालचंद शंकरलाल सैनी, विजेंद्र कुमार महेन्द्र कुमार, औंकारमल अर्जुनलाल, नरेश कुमार दौलतराम सैनी, मदनलाल प्रकाशचंद्र, चंद्रप्रकाश फूलचंद, हरिराम धन्नाराम, लक्ष्मी देवी मीणा, पतासी देवी, ग्यारसीदेवी, शांति देवी व कोयली को प्राथमिकता के आधार पर दोनों ब्लॉकों में दुकानों के भूखंड आवंटित किए गए।
सचिव श्रीराम सैनी ने बताया कि प्रथम चरण आवंटन के लिए समिति की बैठक हुई। मुख्य मंडी यार्ड में खाली भूखंडों की नंबरिंग कर आरक्षण का निर्धारण किया गया। इसके बाद आवंटन किया गया।
कृषि उपज मंडी में साढ़े पांच साल पहले 117.50 लाख में नई फल- सब्जी मंडी का निर्माण कराया गया था, लेकिन आवंटन प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी थी। समिति ने दुकानों के भूखंडों का प्रथम चरण का आवंटन किया। मंडी यार्ड के ब्लॉक ‘ए’ व ‘बी’ में 99 साल की लीज पर भूखंड दिए गए हैं। इन पर छह माह में दुकानों का निर्माण करना होगा।
साढ़े पांच साल से अटका था मसला, जनसंवाद के बाद बैठक में निबटा
कृषि मंडी के मुख्य यार्ड में बनी फल-सब्जी मंडी में 26 दुकानों के रिक्त भूखंडों के आवंटन का मसला पिछले साढ़े पांच साल से अटका हुआ था। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के जनसंवाद में मामला उठा तो आवंटन प्रक्रिया में तेजी आई।
आवंटन समिति ने भी एक ही बैठक में तमाम प्रक्रिया पूरी कर भूखंडों का आवंटन कर दिया। समिति में प्रशासक (एसडीएम) जेपी गौड़, कलेक्टर प्रतिनिधि (तहसीलदार) सरदार सिंह गिल, उपनिदेशक कृषि विपणन विभाग सीकर, सचिव कृषि मंडी समिति श्रीराम सैनी, अध्यक्ष व्यापार मंडल फल- सब्जी/अनाज मंडी शामिल हुए।
इन्हें किया आवंटन :
समिति ने आरक्षण निर्धारण के बाद 24 भूखंडों का आवंटन किया। इनमें बायलान एंड कंपनी, घासीराम अमरसिंह, हरीशचंद्र बनवारीलाल, गायत्री फ्रुट कंपनी, सुभाष एंड कंपनी, रौनक फ्रूट कंपनी, बाबूलाल वीर गुर्जर कसाणा कंपनी, ताराचंद रामजीलाल, किसान फ्रूट कंपनी, ओमप्रकाश भागीरथमल, मनोहरलाल एंड कंपनी, बागवान ट्रेडर्स, मालीराम सैनी, लालचंद शंकरलाल सैनी, विजेंद्र कुमार महेन्द्र कुमार, औंकारमल अर्जुनलाल, नरेश कुमार दौलतराम सैनी, मदनलाल प्रकाशचंद्र, चंद्रप्रकाश फूलचंद, हरिराम धन्नाराम, लक्ष्मी देवी मीणा, पतासी देवी, ग्यारसीदेवी, शांति देवी व कोयली को प्राथमिकता के आधार पर दोनों ब्लॉकों में दुकानों के भूखंड आवंटित किए गए।