रैफर करने के बाद सीढ़ियों पर डिलीवरी का मामला
सीकर- जनाना अस्पताल में चार दिन पहले सीढ़ियों पर डिलीवरी होने के मामले में शनिवार को प्रबंधन ने लेबर रूम में कार्यरत दो नर्सों सरोज चौधरी और सरोज महरिया को वहां से हटा दिया।
पीड़ित पक्ष के आरोपों और लापरवाही को लेकर दो नर्सों के खिलाफ कमेटी जांच कर रही है। सुजानपुरा की मंजू मंगलवार सुबह जनाना अस्पताल में भर्ती हुई। वह छह घंटे तक लेबर रूम में तड़पती रही।
सुबह सवा 10 बजे उसे रैफर कर दिया। परिजन उसे लेबर रूम से लेकर रवाना हुए। 30 मीटर दूर सीढ़ियों में मंजू को डिलीवरी हो गई। जेठानी और दूसरी तीमारदार महिलाओं ने फर्श पर मंजू की डिलीवरी कराई। मामले में मंजू के परिजनों ने लेबर रूम स्टाफ पर 1600 रु. की बख्शीश मांगने और अभद्रता से पेश आने की शिकायतें की। कमेटी जांच कर रही है।
सीकर- जनाना अस्पताल में चार दिन पहले सीढ़ियों पर डिलीवरी होने के मामले में शनिवार को प्रबंधन ने लेबर रूम में कार्यरत दो नर्सों सरोज चौधरी और सरोज महरिया को वहां से हटा दिया।
पीड़ित पक्ष के आरोपों और लापरवाही को लेकर दो नर्सों के खिलाफ कमेटी जांच कर रही है। सुजानपुरा की मंजू मंगलवार सुबह जनाना अस्पताल में भर्ती हुई। वह छह घंटे तक लेबर रूम में तड़पती रही।
सुबह सवा 10 बजे उसे रैफर कर दिया। परिजन उसे लेबर रूम से लेकर रवाना हुए। 30 मीटर दूर सीढ़ियों में मंजू को डिलीवरी हो गई। जेठानी और दूसरी तीमारदार महिलाओं ने फर्श पर मंजू की डिलीवरी कराई। मामले में मंजू के परिजनों ने लेबर रूम स्टाफ पर 1600 रु. की बख्शीश मांगने और अभद्रता से पेश आने की शिकायतें की। कमेटी जांच कर रही है।