नीमकाथाना के सैदाला भगवानपुरा का है मामला
नीमकाथाना- विनोद सर्राफ अपहरण कांड में शामिल व आनंदपाल गिरोह के खास गुर्गे ने बुधवार दोपहर को कमरे में कुंडे से रस्सी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। वह रस्सी व कुंडा भी नीमकाथाना से नया खरीद कर लाया था।
सूचना के बाद पुलिस ने शव को उतार कर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया है। नीमकाथाना सदर थानाधिकारी शीशराम ने बताया कि मृतक सैदाला भगवानपुरा निवासी प्रकाशचंद जाट पुत्र ताराचंद है। उसने बुधवार दोपहर करीब एक बजे सैकंड फ्लोर पर बने कमरे में लोहे के गाडर से कुंडा लगा कर रस्सी से फांसी का फंदा लगा कर झूल गया।
करीब तीन बजे जब वह काफी देर तक नहीं निकला तो उसकी मां ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई आवाज नहीं आई। इसके बाद उसने देखा कि उसका शव रस्सी से लटका हुआ था। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव को उतार कर अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है।
बताया जा रहा है कि प्रकाश कुछ दिनों से काफी तनाव में था। जांच में पता लगा कि वह रस्सी व कुंडा भी नीमकाथाना से नया खरीद कर लाया था। उसके बाद सीधे कमरे में चला गया। वह मुंबई में टाइल्स का कार्य किया करता था और एक महीने पहले ही सीकर आया था। वह चार-पांच दिन पहले ही गांव पहुंचा था।
विनोद सर्राफ का किया था अपहरण
आनंदपाल की प्रेेमिका व लेडी डॉन अनुराधा के साथ मिलकर प्रकाश ने सीकर के व्यापारी विनोद सर्राफ का 2015 में नेहरू पार्क के पास से अपहरण कर लिया था।
चारों ने मिलकर व्यापारी को छोड़ने की एवज में परिजनों से 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी। इसके बाद पुलिस को अपहरण की सूचना मिली तो आरोपी मारपीट कर विनोद को चौमूं के पास पटक कर चले गए।
पुलिस ने घटना में शामिल चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। मामले में प्रकाश भी जमानत पर चल रहा था। इसके खिलाफ अन्य मामले भी दर्ज है।
नीमकाथाना- विनोद सर्राफ अपहरण कांड में शामिल व आनंदपाल गिरोह के खास गुर्गे ने बुधवार दोपहर को कमरे में कुंडे से रस्सी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। वह रस्सी व कुंडा भी नीमकाथाना से नया खरीद कर लाया था।
सूचना के बाद पुलिस ने शव को उतार कर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया है। नीमकाथाना सदर थानाधिकारी शीशराम ने बताया कि मृतक सैदाला भगवानपुरा निवासी प्रकाशचंद जाट पुत्र ताराचंद है। उसने बुधवार दोपहर करीब एक बजे सैकंड फ्लोर पर बने कमरे में लोहे के गाडर से कुंडा लगा कर रस्सी से फांसी का फंदा लगा कर झूल गया।
करीब तीन बजे जब वह काफी देर तक नहीं निकला तो उसकी मां ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई आवाज नहीं आई। इसके बाद उसने देखा कि उसका शव रस्सी से लटका हुआ था। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव को उतार कर अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है।
बताया जा रहा है कि प्रकाश कुछ दिनों से काफी तनाव में था। जांच में पता लगा कि वह रस्सी व कुंडा भी नीमकाथाना से नया खरीद कर लाया था। उसके बाद सीधे कमरे में चला गया। वह मुंबई में टाइल्स का कार्य किया करता था और एक महीने पहले ही सीकर आया था। वह चार-पांच दिन पहले ही गांव पहुंचा था।
विनोद सर्राफ का किया था अपहरण
आनंदपाल की प्रेेमिका व लेडी डॉन अनुराधा के साथ मिलकर प्रकाश ने सीकर के व्यापारी विनोद सर्राफ का 2015 में नेहरू पार्क के पास से अपहरण कर लिया था।
चारों ने मिलकर व्यापारी को छोड़ने की एवज में परिजनों से 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी। इसके बाद पुलिस को अपहरण की सूचना मिली तो आरोपी मारपीट कर विनोद को चौमूं के पास पटक कर चले गए।
पुलिस ने घटना में शामिल चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। मामले में प्रकाश भी जमानत पर चल रहा था। इसके खिलाफ अन्य मामले भी दर्ज है।