- उमेश शर्मा
गणेश्वर में कड़कड़ाती धूप में पारा 43 के पार जा चूका है, ऐसे में चिलचिलाती धुप में गर्मी का कहर जारी है। दोपहर में चल रही हीट वेव से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोग दिन में अपने घरों में ही दुबके रहते हैं।
सूरज की तपिश इतनी तेज है कि देर शाम को जाकर थोड़ी राहत मिल रही है।
रात में भी लू का असर बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले कुछ दिनों में गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। बीती रात गणेश्वर में सबसे गर्म रात रही। गर्मी में इंसान तो कैसे भी करके अपनी सुरक्षा कर सकता है लेकिन बे जुबान जानवर कैसे अपनी सुरक्षा करे।
इनके लिए तो पानी ही एक मात्र सहारा है। शनिवार को एक नजारा गणेश्वर में देखने को मिला जिसमें बंदर पानी की छोटी टंकी में में कुद-कुद कर स्नान कर अपनी गर्मी की तपन बुझा रहे थे।
गणेश्वर में कड़कड़ाती धूप में पारा 43 के पार जा चूका है, ऐसे में चिलचिलाती धुप में गर्मी का कहर जारी है। दोपहर में चल रही हीट वेव से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोग दिन में अपने घरों में ही दुबके रहते हैं।
सूरज की तपिश इतनी तेज है कि देर शाम को जाकर थोड़ी राहत मिल रही है।
रात में भी लू का असर बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले कुछ दिनों में गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। बीती रात गणेश्वर में सबसे गर्म रात रही। गर्मी में इंसान तो कैसे भी करके अपनी सुरक्षा कर सकता है लेकिन बे जुबान जानवर कैसे अपनी सुरक्षा करे।
इनके लिए तो पानी ही एक मात्र सहारा है। शनिवार को एक नजारा गणेश्वर में देखने को मिला जिसमें बंदर पानी की छोटी टंकी में में कुद-कुद कर स्नान कर अपनी गर्मी की तपन बुझा रहे थे।