नई दिल्लीः बीजेपी और आरएसएस को लगातार कोसने वाले AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कर्नाटक की एक चुनावी रैली में भगवा पगड़ी पहनकर जनता को संबोधित किया। आमतौर शेरवानी और सिर पर टोपी पहनने वाले ओवैसी के सिर पर भगवा पगड़ी देखकर हर कोई हैरान था।
सोशल मीडिया पर ओवैसी की पगड़ी चर्चा का विषय बनी हुई है। कर्नाटक चुनाव में एचडी देवेगौड़ा की पार्टी जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) के लिए प्रचार में उतरे ओवैसी ने बेलगाम में जेडीएस प्रत्याशी के लिए वोट मांगे। इस दौरान उनका भाषण सुनने के लिए भारी भीड़ जुटी। लेकिन इस रैली की खास बात रही ओवैसी को पहनाई गई पगड़ी।
ओवैसी को इस दौरान मंच पर भगवा पगड़ी पहनाई गई। ओवैसी को भगवा पगड़ी में देखकर सोशल मीडिया पर चर्चा शुरू हो गई। किसी ने ओवैसी को राम मंदिर का नारा लगाने वाला कहा तो किसी ने कहा कि ओवैसी हिंदू विरोधी नहीं है, वह आरएसएस और बीजेपी विरोधी है।
आपको बता दें कि ओवैसी की पार्टी कर्नाटक में किसी भी सीट पर चुनाव नहीं लड़ रही है। इस बार उनकी पार्टी ने जनता दल सेक्युलर के लिए चुनाव प्रचार करने का ऐलान किया है। जेडीएस ने भी मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में ओवैसी को प्रचार के लिए बुलाया है।
वैसे चुनावी रैलियों में ओवैसी के निशाने पर मुख्यतौर पर सत्ताधारी कांग्रेस ही है लेकिन ओवैसी साथ-साथ में वह केंद्र में सत्ताधारी बीजेपी पर भी निशाना साध रहे हैं। बता दें कि कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों पर 12 मई को वोटिंग होनी है और मतों की गणना 15 मई को होगी।
कई चैनलों के सर्वे में कर्नाटक में त्रिशंकु विधानसभा के नतीजों आने का अनुमान बताया गया है। ऐसे में अगर किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिलता तो देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस किंगमेकर साबित हो सकती है क्योंकि तब किसी भी दल को बहुमत के लिए जेडीएस का ही साथ लेना पड़ेगा।
source- zeenews
सोशल मीडिया पर ओवैसी की पगड़ी चर्चा का विषय बनी हुई है। कर्नाटक चुनाव में एचडी देवेगौड़ा की पार्टी जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) के लिए प्रचार में उतरे ओवैसी ने बेलगाम में जेडीएस प्रत्याशी के लिए वोट मांगे। इस दौरान उनका भाषण सुनने के लिए भारी भीड़ जुटी। लेकिन इस रैली की खास बात रही ओवैसी को पहनाई गई पगड़ी।
ओवैसी को इस दौरान मंच पर भगवा पगड़ी पहनाई गई। ओवैसी को भगवा पगड़ी में देखकर सोशल मीडिया पर चर्चा शुरू हो गई। किसी ने ओवैसी को राम मंदिर का नारा लगाने वाला कहा तो किसी ने कहा कि ओवैसी हिंदू विरोधी नहीं है, वह आरएसएस और बीजेपी विरोधी है।
आपको बता दें कि ओवैसी की पार्टी कर्नाटक में किसी भी सीट पर चुनाव नहीं लड़ रही है। इस बार उनकी पार्टी ने जनता दल सेक्युलर के लिए चुनाव प्रचार करने का ऐलान किया है। जेडीएस ने भी मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में ओवैसी को प्रचार के लिए बुलाया है।
वैसे चुनावी रैलियों में ओवैसी के निशाने पर मुख्यतौर पर सत्ताधारी कांग्रेस ही है लेकिन ओवैसी साथ-साथ में वह केंद्र में सत्ताधारी बीजेपी पर भी निशाना साध रहे हैं। बता दें कि कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों पर 12 मई को वोटिंग होनी है और मतों की गणना 15 मई को होगी।
कई चैनलों के सर्वे में कर्नाटक में त्रिशंकु विधानसभा के नतीजों आने का अनुमान बताया गया है। ऐसे में अगर किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिलता तो देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस किंगमेकर साबित हो सकती है क्योंकि तब किसी भी दल को बहुमत के लिए जेडीएस का ही साथ लेना पड़ेगा।
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