आमजन के स्वास्थ्य के साथ हो रहा हैं खिलवाड़ स्वास्थ्य विभाग नहीं कर रहा हैं कोई ठोस कार्यवाही
Reporter- Manish Kumar
नीमकाथाना- शहर में मिलावटखोर धड़ल्ले से खाद्य सामग्री का बेचान कर रहे हैं। ऐसा ही मामला आटे के कट्टे में सामने आया। जिसमें आटा गुथने पर रबर की तरह बढ़ने लग गया। पानी में धोने पर उसमें से प्लास्टिक के छोटे छोटे टुकड़ों के साथ भारी मात्रा में गंदगी भी सामने आई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मजदूरी करने वाले दिनेश कुमार व उसका साथी देवेन्द्र कुमार ने गुरूवार शाम को बाजार में स्थित जनरल स्टोर की दुकान पर से दस किलोग्राम आटे का कट्टा खरीदा था। रात्री को खाना खाकर सो गए। जिससे दोनों व्यक्तियों के सुबह पेट दर्द व उल्टीयां होने लगे। सुबह दुबारा आटा गुथा तो देखा कि आटा खराब है गुथने पर प्लास्टिक की तरह बढ़ने लगा उसके बाद आटे को पानी में धोया गया तो उसमें से गंदगी निकल रही थी।
जिसको लेकर कोतवाली थाने में पहॅुचकर घटना की जानकारी दी। पीड़ित अन्य राज्य का होने के कारण उनको डरा धमकाकर मामले को दबाया गया। समाचार लिखे जाने तक कोई कार्यवाही नहीं हुई।
गौरतलब है कि कस्बे में आए दिन करोड़ों रूपये का कारोबार होता हैं जिसमें तेल, मसाला, आटा, घी, मावा सहित अनेक खाद्य सामग्री में मिलावट होती हैं। जिसको लेकर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कई बार शिकायत के माध्यम से कार्यवाही के लिए स्वास्थ्य विभाग अवगत करवाया गया लेकिन विभाग आजतक इन मिलवाटखोरों के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई। जिससे शहर में मिलवाटखोरों के होंसले बुलन्द होते जा रहे हैं और धड़ल्ले से आमजन के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा हैं।
स्वास्थ्य विभाग के इंस्पेक्टर फुलसिंह से मामले को लेकर जानकारी चाही तो कहा कि ऐसा मामला अभी तक हमारे पास नहीं आया हैं और ऐसा है तो शहर में मिलवाटखोरों के खिलाफ जल्द ही कार्यवाही की जाने की बात कही।
Reporter- Manish Kumar
नीमकाथाना- शहर में मिलावटखोर धड़ल्ले से खाद्य सामग्री का बेचान कर रहे हैं। ऐसा ही मामला आटे के कट्टे में सामने आया। जिसमें आटा गुथने पर रबर की तरह बढ़ने लग गया। पानी में धोने पर उसमें से प्लास्टिक के छोटे छोटे टुकड़ों के साथ भारी मात्रा में गंदगी भी सामने आई।
मिलावट के आटे के साथ दिनेश कुमार |
जिसको लेकर कोतवाली थाने में पहॅुचकर घटना की जानकारी दी। पीड़ित अन्य राज्य का होने के कारण उनको डरा धमकाकर मामले को दबाया गया। समाचार लिखे जाने तक कोई कार्यवाही नहीं हुई।
गौरतलब है कि कस्बे में आए दिन करोड़ों रूपये का कारोबार होता हैं जिसमें तेल, मसाला, आटा, घी, मावा सहित अनेक खाद्य सामग्री में मिलावट होती हैं। जिसको लेकर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कई बार शिकायत के माध्यम से कार्यवाही के लिए स्वास्थ्य विभाग अवगत करवाया गया लेकिन विभाग आजतक इन मिलवाटखोरों के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई। जिससे शहर में मिलवाटखोरों के होंसले बुलन्द होते जा रहे हैं और धड़ल्ले से आमजन के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा हैं।
स्वास्थ्य विभाग के इंस्पेक्टर फुलसिंह से मामले को लेकर जानकारी चाही तो कहा कि ऐसा मामला अभी तक हमारे पास नहीं आया हैं और ऐसा है तो शहर में मिलवाटखोरों के खिलाफ जल्द ही कार्यवाही की जाने की बात कही।