रींगस- 14 हजार रुपए के बदले गाड़ी लेने के बाद बेइज्जती होने पर दो जनों ने रींगस थाने में ढाई लाख रुपए की लूट की शिकायत दे दी। लूट की सूचना के बाद सीकर, झुंझुनूं, जयपुर ग्रामीण व अलवर जिले में कड़ी नाकाबंदी करा दी गई। पुलिस पीड़ितों के साथ घटनास्थल पर पहुंची तो फर्जी लूट के पूरा मामले का खुलासा हो गया।
थाना प्रभारी सुनील गुप्ता ने बताया कि बंशीधर पुत्र हरदेव राज जाट निवासी सिमारला मोड़ सरगोठ व जितेंद्र उर्फ जीतू निवासी महरोली ने शुक्रवार रात 12 बजकर 10 मिनट पर पुलिस थाने पहुंचकर सूचना दी कि हम दोनों पुलिया के पास स्थित श्री श्याम फिलिंग स्टेशन पेट्रोल पंप के पास बोलेरो जीप में बैठकर बात कर रहे थे। इस दौरान हमारे पीछे एक कैंपर जीप व स्विफ्ट कार आकर रुकी।
दोनों वाहनों से करीब 20 व्यक्ति उतरे। उनमें से 2-3 व्यक्ति हमारी बोलेरो में आकर बैठ गए और हमें हाड़ोता मोड़ पर लेकर चले गए। हमारे साथ मारपीट कर व डरा धमकाकर हमें बोलेरो से उतार दिया। बोलेरो के टूल बॉक्स में रखे हुए 2 लाख 55 हजार रुपए व बोलरो जीप लेकर फरार हो गए।
घटना की जानकारी मिलने पर सीकर, झुंझुनूं, अलवर व जयपुर के जिलों में तीनों वाहनों के नंबर नोट करवाते हुए नाकाबंदी करवाई। साथ ही पुलिस थाने की टीमें बनाकर लुटेरों की तलाश में रात को ही रवाना की गई। पुलिस ने हाड़ोता मोड़ पर रात को बोलेरो जीप बरामद कर ली। पुलिस ने दूसरे पक्ष के सागर बराला निवासी खेड़ी जाजोद से वार्ता की तो पूरा मामला फर्जी मिला।
14 हजार नहीं देने पर कहासुनी के बाद ले गए गाड़ी :
बंशीधर व सागर सिंह बराला निवासी खेड़ी-जाजोद हाल फार्मट्रेक एजेंसी हाड़ोता मोड़ चौमूं जयपुर दोनों पुरानी गाड़ियों की खरीद फरोख्त का कार्य करते है। सागर बराला गाड़ी के 14 हजार रुपए बंशीधर से मांगता था। कई दिनों तक बंशीधर ने रुपए नहीं दिए।
रात को बंशीधर व जितेंद्र सिंह जयपुर जा रहे थे तो सागर के साथ उनकी 14 हजार रुपए देने को लेकर कहासुनी हो गई। इसके बाद सागर ने कहा कि 14 हजार रुपए दो, नहीं तो बोलेरो खड़ी कर चले जाओ। उसने बोलेरो 14 हजार रुपए के बदले में बंशीधर व जितेंद्र से बोलेरो खड़ी करवा ली। इसके बाद दोनों ने थाने पहुंच कर कहानी बनाकर पुलिस को सुनाई। पुलिस नेलूट की घटना को मानते हुए पहुंच कर कार्रवाई की।
मोबाइल होने के बाद भी नहीं दी सूचना तो लगा फर्जी :
बंशीधर क्रेन सर्विस का कार्य करता है और जितेंद्र पेट्रोल पंप संचालक है। घटना के बाद दोनों के पास मोबाइल थे। दोनों ने थानेव कंट्रोल रूम को लूट की सूचना नहीं दी। पुलिस को शक भी हुआ, लेकिन लूट की वारदात बताने पर नाकाबंदी करा दी।
बंशीधर व जितेंद्र ने बताया कि स्विफ्ट कार व बोलेरो कैंपर में करीब 20 लोग सवार होकर आए। दोनों वाहनों में 20 व्यक्तियों का बैठना मुश्किल है। साथ ही दोनों ने कहानी सुनाते हुए अलग-अलग बयान दर्ज करवाए। लूट की वारदात में मारपीट की घटना में दोनों के कही पर चोट के निशान नजर नहीं आए। लूट की घटना को अंजाम देनेवालेलोग पहले मोबाइल छीनते हैं और दोनों के पास मोबाइल पाए गए।
थाना प्रभारी सुनील गुप्ता ने बताया कि बंशीधर पुत्र हरदेव राज जाट निवासी सिमारला मोड़ सरगोठ व जितेंद्र उर्फ जीतू निवासी महरोली ने शुक्रवार रात 12 बजकर 10 मिनट पर पुलिस थाने पहुंचकर सूचना दी कि हम दोनों पुलिया के पास स्थित श्री श्याम फिलिंग स्टेशन पेट्रोल पंप के पास बोलेरो जीप में बैठकर बात कर रहे थे। इस दौरान हमारे पीछे एक कैंपर जीप व स्विफ्ट कार आकर रुकी।
दोनों वाहनों से करीब 20 व्यक्ति उतरे। उनमें से 2-3 व्यक्ति हमारी बोलेरो में आकर बैठ गए और हमें हाड़ोता मोड़ पर लेकर चले गए। हमारे साथ मारपीट कर व डरा धमकाकर हमें बोलेरो से उतार दिया। बोलेरो के टूल बॉक्स में रखे हुए 2 लाख 55 हजार रुपए व बोलरो जीप लेकर फरार हो गए।
घटना की जानकारी मिलने पर सीकर, झुंझुनूं, अलवर व जयपुर के जिलों में तीनों वाहनों के नंबर नोट करवाते हुए नाकाबंदी करवाई। साथ ही पुलिस थाने की टीमें बनाकर लुटेरों की तलाश में रात को ही रवाना की गई। पुलिस ने हाड़ोता मोड़ पर रात को बोलेरो जीप बरामद कर ली। पुलिस ने दूसरे पक्ष के सागर बराला निवासी खेड़ी जाजोद से वार्ता की तो पूरा मामला फर्जी मिला।
14 हजार नहीं देने पर कहासुनी के बाद ले गए गाड़ी :
बंशीधर व सागर सिंह बराला निवासी खेड़ी-जाजोद हाल फार्मट्रेक एजेंसी हाड़ोता मोड़ चौमूं जयपुर दोनों पुरानी गाड़ियों की खरीद फरोख्त का कार्य करते है। सागर बराला गाड़ी के 14 हजार रुपए बंशीधर से मांगता था। कई दिनों तक बंशीधर ने रुपए नहीं दिए।
रात को बंशीधर व जितेंद्र सिंह जयपुर जा रहे थे तो सागर के साथ उनकी 14 हजार रुपए देने को लेकर कहासुनी हो गई। इसके बाद सागर ने कहा कि 14 हजार रुपए दो, नहीं तो बोलेरो खड़ी कर चले जाओ। उसने बोलेरो 14 हजार रुपए के बदले में बंशीधर व जितेंद्र से बोलेरो खड़ी करवा ली। इसके बाद दोनों ने थाने पहुंच कर कहानी बनाकर पुलिस को सुनाई। पुलिस नेलूट की घटना को मानते हुए पहुंच कर कार्रवाई की।
मोबाइल होने के बाद भी नहीं दी सूचना तो लगा फर्जी :
बंशीधर क्रेन सर्विस का कार्य करता है और जितेंद्र पेट्रोल पंप संचालक है। घटना के बाद दोनों के पास मोबाइल थे। दोनों ने थानेव कंट्रोल रूम को लूट की सूचना नहीं दी। पुलिस को शक भी हुआ, लेकिन लूट की वारदात बताने पर नाकाबंदी करा दी।
बंशीधर व जितेंद्र ने बताया कि स्विफ्ट कार व बोलेरो कैंपर में करीब 20 लोग सवार होकर आए। दोनों वाहनों में 20 व्यक्तियों का बैठना मुश्किल है। साथ ही दोनों ने कहानी सुनाते हुए अलग-अलग बयान दर्ज करवाए। लूट की वारदात में मारपीट की घटना में दोनों के कही पर चोट के निशान नजर नहीं आए। लूट की घटना को अंजाम देनेवालेलोग पहले मोबाइल छीनते हैं और दोनों के पास मोबाइल पाए गए।