- महेश शर्मा
सिरोही के सरकारी अस्पताल में लेब असिस्टेंट नही होने से मरीजो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेब असिस्टेंट के नही होने से चार महीने से लेब के ताला लगा हुआ है।
लोगो का कहना है कि जांच करवाने के लिए बाहर से जांच करवानी पड़ती है ओर जांच सही भी नही हो पाती। पैसे भी अधिक लेते है।आसपास में सरकारी अस्पताल नही है होने से सिरोही से नीमकाथाना आना पड़ता है जिससे समय व धन की भी हानि होती हैं।
वही अस्पताल प्रभारी डॉ मानसिंह गुर्जर ने बताया कि लेब असिस्टेंट का तबादला होने से मरीजो को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।लेब असिस्टेंट की नियुक्ति को लेकर उच्च अधिकारियों को अवगत भी करवाया लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नही हो रही है।उच्च अधिकारियों से बात करने पर जल्द समस्या का समाधान का अस्वाशन दिया
सिरोही के सरकारी अस्पताल में लेब असिस्टेंट नही होने से मरीजो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेब असिस्टेंट के नही होने से चार महीने से लेब के ताला लगा हुआ है।
लोगो का कहना है कि जांच करवाने के लिए बाहर से जांच करवानी पड़ती है ओर जांच सही भी नही हो पाती। पैसे भी अधिक लेते है।आसपास में सरकारी अस्पताल नही है होने से सिरोही से नीमकाथाना आना पड़ता है जिससे समय व धन की भी हानि होती हैं।
वही अस्पताल प्रभारी डॉ मानसिंह गुर्जर ने बताया कि लेब असिस्टेंट का तबादला होने से मरीजो को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।लेब असिस्टेंट की नियुक्ति को लेकर उच्च अधिकारियों को अवगत भी करवाया लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नही हो रही है।उच्च अधिकारियों से बात करने पर जल्द समस्या का समाधान का अस्वाशन दिया