लापरवाही : लाइन 4 साल पहले ही हटानी थी, लेकिन नहीं हटाई, मेंटीनेंस नहीं होने से कमजोर हो गई थी
चला: सांसद आदर्श गांव चला में शुक्रवार तड़के 11 हजार केवी की लाइन का तार चमगादड़ के बैठने के कारण टूटकर एक घर पर गिर गया। हादसे में एक महिला 45 वर्षीय सुशीला देवी की मौत हो गई। जो लाइन टूटकर गिरी, वह चार साल पहले ही हटा ली जानी थी, लेकिन नहीं हटाई गई।
मेंटीनेंस नहीं होने से लाइन कमजोर भी हो गई थी। इसी वजह से चमगादड़ के बैठने के कारण ही टूट गई। सुशीला देवी तार के टूटने पर आंगन में सो रहे पोतों को बचाने को दौड़ी। उनका एक पैर जमीन पर गिरे तार में उलझ गया। इससे महिला झुलस गई।
आंगन में चिनगारी उठती देखकर परिवार के अन्य लोग महिला की मदद को आएं। लेकिन तब तक महिला ने दम तोड़ दिया। एक युवक को जीएसएस भेजकर बिजली सप्लाई बंद करवाई गई। सरपंच बीरबल काजला, भाजपा नेता सुभाष मिठारवाल सहित अनेक लोग मौके पर जमा हो गए।
परिजनों ने सरपंच से बिजली निगम अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग की। करीब चार घंटे तक किसी अधिकारी के नहीं आने पर लोग गुस्सा हो गए। आक्रोशित लोग नारेबाजी करने लगे। सभी जीएसएस के सामने धरने पर बैठ गए। प्रदर्शनकारी मुआवजा दिलाने की मांग कर रहे थे।
सूचना पर तहसीलदार सरदार सिंह गिल व बिजली निगम के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। प्रशासन द्वारा लिखित में पांच लाख का मुआवजा दिलाने के आश्वासन पर 5 घंटे बाद मामला शांत हुआ।
जीएसएस का फोन रिसीव नहीं हुआ, अधिकारियों से उलझे लोग
महिला को करंट लगते ही परिजनों ने समीप के जीएसएस पर बिजली सप्लाई बंद करवाने फोन किया। लेकिन वहां किसी ने फोन रिसीव नहीं किया। इससे लोग गुस्सा हो गए। बाद में एक युवक को भेजकर लाईन बंद करवाई। बिजली का तार खंभे पर किसी जानवर के बैठने से टूटा हैं। इधर, परिजन मौके पर आए अधिकारियों से उलझ गए।
इस संबंध में जेईएन राजेश चौधरी का कहना है कि खंभे पर चमगादड़ बैठने से बिजली का तार टूटा है। हादसे में महिला की मौत हुई है। परिजनों को विभागीय कार्रवाई के बाद मुआवजा मिल सकेगा। 11 हजार केवी की बंद लाइन जल्द हटा दी जाएगी।
चला: सांसद आदर्श गांव चला में शुक्रवार तड़के 11 हजार केवी की लाइन का तार चमगादड़ के बैठने के कारण टूटकर एक घर पर गिर गया। हादसे में एक महिला 45 वर्षीय सुशीला देवी की मौत हो गई। जो लाइन टूटकर गिरी, वह चार साल पहले ही हटा ली जानी थी, लेकिन नहीं हटाई गई।
आंगन में चिनगारी उठती देखकर परिवार के अन्य लोग महिला की मदद को आएं। लेकिन तब तक महिला ने दम तोड़ दिया। एक युवक को जीएसएस भेजकर बिजली सप्लाई बंद करवाई गई। सरपंच बीरबल काजला, भाजपा नेता सुभाष मिठारवाल सहित अनेक लोग मौके पर जमा हो गए।
परिजनों ने सरपंच से बिजली निगम अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग की। करीब चार घंटे तक किसी अधिकारी के नहीं आने पर लोग गुस्सा हो गए। आक्रोशित लोग नारेबाजी करने लगे। सभी जीएसएस के सामने धरने पर बैठ गए। प्रदर्शनकारी मुआवजा दिलाने की मांग कर रहे थे।
सूचना पर तहसीलदार सरदार सिंह गिल व बिजली निगम के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। प्रशासन द्वारा लिखित में पांच लाख का मुआवजा दिलाने के आश्वासन पर 5 घंटे बाद मामला शांत हुआ।
जीएसएस का फोन रिसीव नहीं हुआ, अधिकारियों से उलझे लोग
महिला को करंट लगते ही परिजनों ने समीप के जीएसएस पर बिजली सप्लाई बंद करवाने फोन किया। लेकिन वहां किसी ने फोन रिसीव नहीं किया। इससे लोग गुस्सा हो गए। बाद में एक युवक को भेजकर लाईन बंद करवाई। बिजली का तार खंभे पर किसी जानवर के बैठने से टूटा हैं। इधर, परिजन मौके पर आए अधिकारियों से उलझ गए।
इस संबंध में जेईएन राजेश चौधरी का कहना है कि खंभे पर चमगादड़ बैठने से बिजली का तार टूटा है। हादसे में महिला की मौत हुई है। परिजनों को विभागीय कार्रवाई के बाद मुआवजा मिल सकेगा। 11 हजार केवी की बंद लाइन जल्द हटा दी जाएगी।