बंदर का शिकार करते समय पैंथर कुएं में गिरा वन विभाग ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर जिंदा बाहर निकाला
गणेश्वर- बालेश्वर के जंगल में सोमवार एक पैंथर शिकार करते हुए कुएं में जा गिरा। लोगों की सूचना पर फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की टीम वहां पहुंची तो बंदरों ने उन्हें कुएं पर नहीं आने दिया। डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद पैंथर को कुएं से निकाला गया। कुएं से निकलकर पैंथर जंगल में चला गया।
गणेश्वर के पास बालेश्वर का जंगल है। सोमवार एक पैंथर ने शिव मंदिर के पीछे बंदर का शिकार किया। पैंथर ने बंदर को मार दिया, लेकिन इस सब में वह 20 फीट गहरे कुएं में जा गिरा।
- थोड़ी ही देर में बड़ी संख्या में बंदर कुएं की मुंडेर पर एकत्र हो गए और जोर-जोर से आवाज निकालने लगे। इससे आस-पास का इलाका उनकी आवाज से गूंजने लगा।
- सुबह लोग मंदिर में आए तो उन्हें अजीब सा नजारा देखने को मिला। बड़ी संख्या में बंदर कुएं के भीतर झांक रहे थे। वहीं पैंथर भी कुएं में गुर्रा रहा था। इन भयानक आवाजों से आस-पास का इलाका गूंज रहा था।
- ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस व वन विभाग को दी। करीब दो घंटे बाद वन विभाग की टीम वहां पहुंची।
बंदरों ने पास नहीं आने दिया
- वन विभाग की टीम कुएं के पास जाने लगी तो बंदर उनकी ओर झपटने लगे। तब तक वहां बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए थे। लोगों व वन विभाग की टीम ने गाड़ियों के हॉर्नन बजाने शुरू किए तथा वाहन कुएं के पास ले जाने लगे। लोग लाठियों से बंदरों को डराने लगे तो बंदर वहां से चले गए। इस सबमें डेढ़ घंटा लग गया।
सीढ़ी से नहीं आया ऊपर
- वन विभाग की टीम ने कुएं में सीढ़ी डाली, लेकिन पैंथर ऊपर नहीं आया। काफी इंतजार के बाद टीम ने एक बड़ा खजूर का पेड़ कुएं में सरका दिया।
- थोड़े इंतजार के बाद ही पैंथर पेड़ के सहारे कुएं से बाहर आ गया और जंगल की तरह चला गया। देखते ही देखते पैंथर पहाड़ियों में गायब हो गया।
गणेश्वर- बालेश्वर के जंगल में सोमवार एक पैंथर शिकार करते हुए कुएं में जा गिरा। लोगों की सूचना पर फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की टीम वहां पहुंची तो बंदरों ने उन्हें कुएं पर नहीं आने दिया। डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद पैंथर को कुएं से निकाला गया। कुएं से निकलकर पैंथर जंगल में चला गया।
गणेश्वर के पास बालेश्वर का जंगल है। सोमवार एक पैंथर ने शिव मंदिर के पीछे बंदर का शिकार किया। पैंथर ने बंदर को मार दिया, लेकिन इस सब में वह 20 फीट गहरे कुएं में जा गिरा।
- थोड़ी ही देर में बड़ी संख्या में बंदर कुएं की मुंडेर पर एकत्र हो गए और जोर-जोर से आवाज निकालने लगे। इससे आस-पास का इलाका उनकी आवाज से गूंजने लगा।
- सुबह लोग मंदिर में आए तो उन्हें अजीब सा नजारा देखने को मिला। बड़ी संख्या में बंदर कुएं के भीतर झांक रहे थे। वहीं पैंथर भी कुएं में गुर्रा रहा था। इन भयानक आवाजों से आस-पास का इलाका गूंज रहा था।
- ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस व वन विभाग को दी। करीब दो घंटे बाद वन विभाग की टीम वहां पहुंची।
बंदरों ने पास नहीं आने दिया
- वन विभाग की टीम कुएं के पास जाने लगी तो बंदर उनकी ओर झपटने लगे। तब तक वहां बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए थे। लोगों व वन विभाग की टीम ने गाड़ियों के हॉर्नन बजाने शुरू किए तथा वाहन कुएं के पास ले जाने लगे। लोग लाठियों से बंदरों को डराने लगे तो बंदर वहां से चले गए। इस सबमें डेढ़ घंटा लग गया।
सीढ़ी से नहीं आया ऊपर
- वन विभाग की टीम ने कुएं में सीढ़ी डाली, लेकिन पैंथर ऊपर नहीं आया। काफी इंतजार के बाद टीम ने एक बड़ा खजूर का पेड़ कुएं में सरका दिया।
- थोड़े इंतजार के बाद ही पैंथर पेड़ के सहारे कुएं से बाहर आ गया और जंगल की तरह चला गया। देखते ही देखते पैंथर पहाड़ियों में गायब हो गया।