नीमकाथाना न्यूज़- जिले के बाढ़ वाली ढाणी तन हरजनपुरा बासड़ी के एक परिवार के ये पांच लोग मंगलवार सुबह एक ही बाइक पर सवार होकर बालाजी मंदिर में प्रसाद चढ़ाने के लिए घर से रवाना हुए थे।
कांवट नदी के पास 20 मीटर पहले घुमाव पर सामने से खेतड़ी बस डिपो की बस ने सामने से बाइक को टक्कर मारी। इसके बाद बाइक स्लिप होकर बस के पिछले टायरों में जा फंसी। बसके टायरों के नीचे बाइक के घसीटने से सभी की मौत हो गई।
घटना के बाद बस को मौके पर छोड़कर चालक फरार हो गया और ग्रामीण तथा बस की सवारियों की मदद से शवों को राजकीय अस्पताल पहुंचाया गया।
मरने वालों में बाइक चालक मनीष (19) सुमित्रा देवी (30) अंकित (6) नवीन (3) व अनिता (11) साल की थी। इनका एक ही चिता पर दाह संस्कार किया गया।
मौके पर पहुंची पुलिस को प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रोडवेज बस की गति तेज थी और चालक ने सामने से बाइक को टक्कर मारी थी। लोग कुछ समझ पाते इससे पहले ही तीन बच्चों सहित पांचों की सांसे उखड़ गई।
इसके बाद क्षत-विक्षत शवों को थोई थाने की पुलिस ने 108 एंबुलेंस के जरिए थोई चिकित्सालय की मोर्चरी में पहुंचाया गया। इधर, हादसे की सूचना पर मौके पर सैकड़ों लोग जमा हो गए। जिससे काफी देर तक नीमकाथाना मार्ग पूरी तरह से जाम हो गया।
घटना के बाद एएसपी धनपतराज, डिप्टी दिनेश यादव, श्रीमाधोपुर एसडीएम ब्रह्मलाल जाट, नीमकाथाना एसडीएम जेपी गौड़ सहित प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और मौका मुआयना कर मृतकों के परिजनों को ढांढस बंधाया।
खून से सनी सड़क
हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई और देखते ही देखते पूरी सड़क खून से सन गई। मृतकों के अंग भी रोड पर इधर-उधर बिखर गए थे।
घटना स्थल के पास एक अन्य महिला की मौत के बाद कुछ लोग उसके दाह संस्कार की तैयारी में जुटे हुए थे। दाह संस्कार में शामिल होने आए सुभाष सैनी का कहना था कि वे लोग सड़क के पास बैठे थे।
उसने भीषण हादसे के बाद मौत का मंजर देखा तो सहम गया। वे दौड़कर बस के पास पहुंचे। लेकिन, तब-तक बाइक पर सवार लोगों की मौत हो चुकी थी। हालांकि हादसा इतना भयानक था कि देखने वालों की रूह कांप उठी थी।
कांवट नदी के पास 20 मीटर पहले घुमाव पर सामने से खेतड़ी बस डिपो की बस ने सामने से बाइक को टक्कर मारी। इसके बाद बाइक स्लिप होकर बस के पिछले टायरों में जा फंसी। बसके टायरों के नीचे बाइक के घसीटने से सभी की मौत हो गई।
घटना के बाद बस को मौके पर छोड़कर चालक फरार हो गया और ग्रामीण तथा बस की सवारियों की मदद से शवों को राजकीय अस्पताल पहुंचाया गया।
मरने वालों में बाइक चालक मनीष (19) सुमित्रा देवी (30) अंकित (6) नवीन (3) व अनिता (11) साल की थी। इनका एक ही चिता पर दाह संस्कार किया गया।
मौके पर पहुंची पुलिस को प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रोडवेज बस की गति तेज थी और चालक ने सामने से बाइक को टक्कर मारी थी। लोग कुछ समझ पाते इससे पहले ही तीन बच्चों सहित पांचों की सांसे उखड़ गई।
इसके बाद क्षत-विक्षत शवों को थोई थाने की पुलिस ने 108 एंबुलेंस के जरिए थोई चिकित्सालय की मोर्चरी में पहुंचाया गया। इधर, हादसे की सूचना पर मौके पर सैकड़ों लोग जमा हो गए। जिससे काफी देर तक नीमकाथाना मार्ग पूरी तरह से जाम हो गया।
घटना के बाद एएसपी धनपतराज, डिप्टी दिनेश यादव, श्रीमाधोपुर एसडीएम ब्रह्मलाल जाट, नीमकाथाना एसडीएम जेपी गौड़ सहित प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और मौका मुआयना कर मृतकों के परिजनों को ढांढस बंधाया।
खून से सनी सड़क
हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई और देखते ही देखते पूरी सड़क खून से सन गई। मृतकों के अंग भी रोड पर इधर-उधर बिखर गए थे।
घटना स्थल के पास एक अन्य महिला की मौत के बाद कुछ लोग उसके दाह संस्कार की तैयारी में जुटे हुए थे। दाह संस्कार में शामिल होने आए सुभाष सैनी का कहना था कि वे लोग सड़क के पास बैठे थे।
उसने भीषण हादसे के बाद मौत का मंजर देखा तो सहम गया। वे दौड़कर बस के पास पहुंचे। लेकिन, तब-तक बाइक पर सवार लोगों की मौत हो चुकी थी। हालांकि हादसा इतना भयानक था कि देखने वालों की रूह कांप उठी थी।