नीमकाथाना- ग्राम सेवा सहकारी समिति महावा में रविवार को राजस्थान फसली ऋण माफी योजना- 2018 के तहत शिविर लगाया गया। योजना के तहत 653 किसानों को दो करोड़ 79 लाख 21 हजार 637 रुपए के ऋण माफी प्रमाणपत्रों का वितरण किया गया।
पूर्व भाजपा अध्यक्ष प्रमोदसिंह बाजौर नेकिसानों को ऋण माफी प्रमाण-पत्र दिए। कर्ज व फसल खराबे से परेशान किसानों को सरकार की महती योजना के बारे में विस्तार से बताया गया।
ग्राम सेवा सहकारी समिति अध्यक्ष साधुराम सैनी, जीलो ग्राम सेवा सहकारी समिति अध्यक्ष उदयसिंह तंवर, महावा सरपंच रामसहाय गुर्जर, पूर्व सरपंच परसराम सिंह तंवर, खादरा सरपंच बनवारीलाल, छाजूराम सैनी, सुभाषचंद्र, पूरणमल गांवड़ी, ओमप्रकाश सैनी नाथा की नांगल आदि लोग शामिल हुए।
पाटन- ग्राम सेवा सहकारी समिति लिमिटेड श्यामपुरा में रविवार को राज्य सरकार के ऋण माफी प्रमाण पत्रों का वितरण किया गया।
ऋण सहायक झाबरमल यादव ने बताया कि शिविर में 162 सीमान्त कृषक सदस्यों के करीब 40 लाख रुपए, लघु कृषक के 19 लाख, रुपए और अन्य सदस्यों के तीन लाख रुपए के ऋण माफी प्रमाण पत्रों का वितरण किया गया।
कार्यक्रम में महावीर प्रसाद गुर्जर सरपंच, जीएसएस अध्यक्ष महेन्द्र सिंह, व्यवस्थापक बनवारीलाल मीणा समेत गणमान्य लोग मौजूद रहे। इस दौरान कई गांवों के किसान व जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
पूर्व भाजपा अध्यक्ष प्रमोदसिंह बाजौर नेकिसानों को ऋण माफी प्रमाण-पत्र दिए। कर्ज व फसल खराबे से परेशान किसानों को सरकार की महती योजना के बारे में विस्तार से बताया गया।
ग्राम सेवा सहकारी समिति अध्यक्ष साधुराम सैनी, जीलो ग्राम सेवा सहकारी समिति अध्यक्ष उदयसिंह तंवर, महावा सरपंच रामसहाय गुर्जर, पूर्व सरपंच परसराम सिंह तंवर, खादरा सरपंच बनवारीलाल, छाजूराम सैनी, सुभाषचंद्र, पूरणमल गांवड़ी, ओमप्रकाश सैनी नाथा की नांगल आदि लोग शामिल हुए।
पाटन- ग्राम सेवा सहकारी समिति लिमिटेड श्यामपुरा में रविवार को राज्य सरकार के ऋण माफी प्रमाण पत्रों का वितरण किया गया।
ऋण सहायक झाबरमल यादव ने बताया कि शिविर में 162 सीमान्त कृषक सदस्यों के करीब 40 लाख रुपए, लघु कृषक के 19 लाख, रुपए और अन्य सदस्यों के तीन लाख रुपए के ऋण माफी प्रमाण पत्रों का वितरण किया गया।
कार्यक्रम में महावीर प्रसाद गुर्जर सरपंच, जीएसएस अध्यक्ष महेन्द्र सिंह, व्यवस्थापक बनवारीलाल मीणा समेत गणमान्य लोग मौजूद रहे। इस दौरान कई गांवों के किसान व जनप्रतिनिधि मौजूद थे।